बाला साहेब ठाकरे का जीवन परिचय |
Bal Thackeray Biography (Jeevan Parichay, Career, Death) and Shivsena Establishment in Hindi
महाराष्ट्र राज्य हमारे भारत के पश्चिम क्षेत्र का एक बड़ा राज्य है जिसकी राजधानी का नाम मुंबई है. जब भारत आज़ाद हुआ था तब इसका नाम बम्बई था. बम्बई में कई महान शख्सियत ने या तो जन्म लिया है या वहां पर जीवन बीता कर अपने आप को उस काबिल कर लिया जहां से उन्हें पूरा भारत जानने लगता है. ऐसे ही एक शख्सियत वो भी है जिनके बारे में आज हम बात करेंगे वे शख्सियतियत है शिवसेना की स्थापना करने वाले श्री बाला साहेब ठाकरे.
बाला साहेब ठाकरे का जीवन परिचय | Bal Thackeray Biography in Hindi
बिंदु (Points) | जानकारी (Information) |
नाम (Name) | बाल केशव ठाकरे |
प्रसिद्द नाम | श्री बाला साहेब ठाकरे |
जन्म (Date of Birth) | 23/01/1926 |
आयु | 85 वर्ष |
जन्म स्थान (Birth Place) | मुंबई, महाराष्ट्र |
पिता का नाम (Father Name) | केशव सीताराम ठाकरे |
माता का नाम (Mother Name) | रमाबाई ठाकरे |
पत्नी का नाम (Wife Name) | मीना ठाकरे |
पेशा (Occupation ) | राजनेता |
बच्चे (Children) | बिंदुमाधव, जयदेव, उद्धव |
मृत्यु (Death) | 17/11/2012 |
मृत्यु स्थान (Death Place) | मुबई, महाराष्ट्र |
भाई-बहन (Siblings) | 3 भाई 5 बहने |
अवार्ड (Award) | विशिष्ट सेवा पदक |
बाला साहेब ठाकरे का जीवन परिचय (Bal Thackeray Starting Life)
बाला साहेब ठाकरे का पूरा नाम बाल केशव ठाकरे था. बाला साहेब का जन्म 23 जनवरी 1926 को महाराष्ट्र राज्य की राजधानी बम्बई (वर्तमान मुंबई) में हुआ था.
वह एक भारतीय राजनेता थे जिन्होंने शिवसेना की स्थापना की थी जो कि एक हिन्दू-मराठीयों के मिलने के साथ बनी है.
ये पार्टी पश्चिमी राज्य महाराष्ट्र में फिलहाल सक्रिय है
बाला साहेब ठाकरे प्रारंभिक जीवन (Bal Thackeray Initial Career)
ठाकरे अपने प्रारंभिक जीवन में एक अंग्रेजी कार्टुनिस्ट के तौर पर दुनिया के सामने आए थे. इन्होंने कार्टुनिस्ट के तौर पर द फ्रीप्रेस जर्नल के लिए काम किया था.
लेकिन उन्होंने 1960 में अपनी राजनीतिक पार्टी साप्ताहिक मार्मिक के लिए ये काम छोड़ दिया था. उनके पिता श्री केशव सीताराम ठाकरे उनके राजनैतिक जीवन को आकार देने वाले थे.
केशव ठाकरे ने संयुक्त महाराष्ट्र आन्दोलन में प्रमुख रूप में अपना काम किया. उन्होंने महाराष्ट्र की स्थापना में अहम किरदार निभाया उन्होंने एक अलग भाषा के राज्य की मांग की वकालत की.
अपनी राजनीतिक पार्टी मार्मिक के द्वारा उन्होंने बम्बई और महाराष्ट्र में गैर मराठियों के बढ़ते हुए प्रभाव को रोकने के लिए अभियान भी चलाया.
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शिवसेना की स्थापना (Shivsena Establishment)
1966 में बाला साहेब ठाकरे ने शिवसेना की स्थापना की.
1960 के दशक के अंत में और 1970 के दशक के आरम्भ में बाला साहेब ठाकरे ने लगभग महाराष्ट्र राज्य के सभी छोटे बड़े राजनीतिक दल के साथ अस्थाई गठबंधन करके अपनी पार्टी शिवसेना को आकार दिया.
ठाकरे ने एक मराठी भाषा के अखबार “सामना” की भी स्थापना की थी.
मुसलमानों पर हमला करने वाले विचारों की प्रशंसा करते हुए और अडोल्फ़ हिटलर की प्रशंसा करते हुए उन्हें सराहना मिली.
वे अपने पिता के साथ ही मुस्लिम विरोधी थे. बाला साहेब ठाकरे एक अच्छे वक्ता और लेखक के तौर पर भी जाने जाते थे.
पूरे महाराष्ट्र में खासकर के मुंबई में उनके पास एक बहुत समर्थकों का साथ था. उनकी पार्टी ने बढ़ते हुए समय के साथ उसके विद्रोहियों के खिलाफ हिंसक गतिविधियों को अंजाम देते रहते थे.
ये घटना है 1992-1993 की उस समय बाल ठाकरे और तत्कालीन महाराष्ट्र राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर जोशी को श्री कृष्णा कमीशन की रिपोर्ट में ये कहते हुए उन पर आरोप लगाया था कि उन्होंने मुंबई दंगों में शिवसैनिकों का इस्तेमाल किया था.
1992-93 के दंगों के बाद उन्होंने और उनकी पार्टी ने हिंदुत्व का रुख लिया था. उसी समय विपक्ष ने उन्हें धर्म के नाम पर वोट मांगने की शिकायत चुनाव आयोग से की. चुनाव आयोग ने सिफ़ारिश को सही मानते हुए किसी भी चुनाव में वोट देने और चुनाव में खड़ा नहीं होने दिया. इसी विवाद के चलते बहुत बार ठाकरे गिरफ्तार हुए और जेल गए.
बाला साहेब ठाकरे की मृत्यु (Balasaheb Thackeray Death)
उनकी मृत्यु पर पूरा महाराष्ट्र शोक में डूबा था. उनकी अंतिम यात्रा में बहुत बड़ी संख्या में लोग आए थे. ठाकरे के पास कोई राजनैतिक पद नहीं था और वे अपनी पार्टी में लीडर के तौर पर कभी नहीं देखे जाते थे.
बाला साहेब ठाकरे की मृत्यु 17 नवम्बर 2012 को कार्डिअक अरेस्ट से मुंबई में हुई थी. मुंबई में उनकी मृत्यु की खबर मिलते हुए ही सारी दुकान और बड़ी फ़ैक्टरी बंद हो गयी पूरा मुंबई थम सा गया था. पूरा महाराष्ट्र राज्य हाई एलर्ट पर था पुलिस ने जनता से शांति की अपील की और 20000 मुंबई पुलिसकर्मी और राज्य रिज़र्व पुलिस बल की 15 इकाईयां बने और रैपिड एक्शन फ़ोर्स के तीन दल तैनात किये गए थे.
ऐसा बताया जाता है कि शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने हिंसा के साथ कुछ क्षेत्रो को बंद करा दिए थे और फिर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शहर की जनता को शांति बनाने के लिए कहा और बाला साहेब ठाकरे को उनके मज़बूत नेतृत्व के लिए उनकी प्रशंसा की और तात्कालिक गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और लालकृष्ण आडवाणी ने भी उनकी सराहना की और देशभर के कई बड़ी हस्तियों और राजनेताओं ने उनकी संवेदना में बयान दिए थे.
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Good information sir
Thanks for sharing this beautiful article
Thanks once again
धन्यवाद
इसमें दिनांक को लेकर बहुत मिश्टेक है २३ /01/1966 को बाला साहब का जन्म दिन बताया गया है और शिवसेना की स्थापना भी उसी वर्ष में दिखा डी है कभी आप १९६० में उनकी पार्टी की स्थापना बता रहे है जो की उनके जन्म के वर्ष से छह वर्ष पहले दिखा रहा है कृपया सही जानकारी देवे
इस संशोधन के लिए आपका धन्यवाद !
आपके द्वारा दी गई जानकारी हमने अपडेट कर दी है.
ऐ जान के अछा लगा