इन्टरनेट और इंट्रानेट की विस्तृत जानकारी | What is internet and intranet and it’s difference in Hindi

इन्टरनेट और इंट्रानेट क्या हैं और इनके बीच में क्या अंतर हैं | What is internet and intranet and it’s difference in Hindi

‘इंटरनेट’ इस नाम से शायद ही कोई होगा जो अनजान होगा. इंटरनेट का प्रयोग हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गया है, खासकर इंटरनेट ने कनेक्टिविटी के क्षेत्र में अच्छा खासा योगदान दिया है. सोशल नेटवर्किंग साइट्स जैसे Facebook, WhatsApp आदि सब इंटरनेट के द्वारा ही चलते हैं. लोग इंटरनेट के माध्यम से रोज नई-नई चीजें सीखते हैं. कुछ लोगों के लिए इंटरनेट रोजगार का भी साधन है. बड़े से बड़ा संदेश पलभर में दुनिया के एक कोने से दूसरे कोने में पहुंच जाता है. यह इंटरनेट की वजह से ही संभव हो पाया है.

इंटरनेट ने आज हमारी जिंदगी को बहुत आसान बना दिया है. इंटरनेट पर हमारी निर्भरता कुछ इस तरह से है कि आज लगभग हर सरकारी कार्यालय, प्राइवेट ऑफिसेस, हॉस्पिटल, ट्रांसपोर्ट स्कूल-कॉलेज लगभग सारी जगह इंटरनेट का प्रयोग किया जा रहा है.

तो चलिए आज मैं आपको इंटरनेट से जुड़ी हुई रोचक जानकारियां बताऊंगा जो आपके ज्ञानवर्धन में सहायक सिद्ध होंगी.

इंटरनेट क्या है (What is Internet in Hindi)

इंटरनेट दो शब्दों से मिलकर बना एक शब्द है इंटर और नेट. जहां इंटर का मतलब इंटरनेशनल होता है और नेट का मतलब नेटवर्क होता है. यदि आसान शब्दों में समझे तो इंटरनेट एक-दूसरे से जुड़े कई कंप्यूटरों का नेटवर्क है.

यह नेटवर्क सर्वरो के माध्यम से स्थापित होता है. यह TCP/IP प्रोटोकॉल के माध्यम से एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर तक डेटा का आदान प्रदान करता हैं.

इंटरनेट के लिए आवश्यक हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर (Required Hardware and Software for Internet)

इंटरनेट की उपलब्धता के लिए हमें कुछ हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की आवश्यकता पड़ती है. इनके बिना इंटरनेट को एक्सेस नहीं किया जा सकता हैं. इंटरनेट के लिए आवश्यक हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर इस प्रकार है:-

1. कंप्यूटर

2. मॉडेम या राउटर

राउटर एक हार्डवेयर डिवाइस है जो इनकमिंग पैकेट्स को रिसीव करता है और फिर उनका एनालिसिस करके अगली पॉइंट तक भेजता है. इंटरनेट सुविधा कई माध्यमों से प्रदान की जाती है और हर माध्यम के लिए मॉडेम अलग-अलग प्रकार का आता है जैसे dial-up के द्वारा इंटरनेट कनेक्शन लेने के लिए dial-up मॉडेम का उपयोग किया जाता है.

3. इंटरनेट ब्राउज़र (सॉफ्टवेयर)

4. इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के यहाँ अकाउंट

कंप्यूटर पर इंटरनेट की सुविधा हासिल करने के लिए यह 4 चीजें आवश्यक है.

दोस्तों आप लोगों ने इंटरनेट से मिलती-जुलती एक और शब्दावली सुनी होगी जिसे इंट्रानेट कहते हैं. कई लोग जानकारी के अभाव में दोनों को एक ही समझ लेते हैं पर दोनों में बहुत भिन्नता है.

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इंट्रानेट क्या है (What is Intranet in Hindi)

इंट्रानेट को मिनी इंटरनेट भी कह सकते हैं. इनके बीच के भेद को हम इन पॉइंट्स के जरिये भी समझ सकते हैं.

इंटरनेट और इंट्रानेट के बीच अंतर (Difference Between Internet and Intranet)

1. इंट्रानेट एक कंप्यूटर का नेटवर्क है, जो इंटरनेट के प्रोटोकॉल तकनीकी के आधार पर ही काम करता है. इंटरनेट का विस्तार काफी व्यापक होता है.

2. इंटरनेट दुनियाभर के कंप्यूटरों के बीच एक नेटवर्क स्थापित करता है जबकि इंट्रानेट का उपयोग एक छोटे स्तर पर किया जाता है.

3. इंट्रानेट किसी समूह, संस्थानों के कंप्यूटर को आपस में जोड़ता है जिससे की उनके बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान बिना किसी पेन ड्राइव, हार्ड-ड्राइव या चिप के किया जा सके.

4. आसान शब्दों में समझा जाए तो यह कहा जा सकता है कि इंटरनेट और इंट्रानेट एक ही तकनीकी पर काम करते हैं पर दोनों का काम करने का दायरा अलग-अलग होता है.

5. इंट्रानेट किसी संस्था के अंदर ही बनाया जाता है और उसका उपयोग सिर्फ उस संस्था के लोग ही कर पाएंगे. इंट्रानेट को एक्सेस करने के लिए उस संस्था में बनी id और password की जरूरत होगी जबकि इंटरनेट के मामले में ऐसा कुछ भी नही हैं.

इंटरनेट और इंट्रानेट दोनों का उपयोग साथ में कर सकती हैं कंपनी?

बहुत सारी कंपनियां इंट्रानेट और इंटरनेट दोनों का प्रयोग करती हैं लेकिन इन दोनों को साथ में उपयोग करने पर सबसे बड़ा खतरा इंट्रानेट सिक्योरिटी का होता है. इंट्रानेट में किसी भी संस्था की काफी संवेदनशील जानकारी हो सकती है इसलिए उसकी सुरक्षा बहुत आवश्यक है.

जब भी कोई संस्था इंटरनेट और इंट्रानेट दोनों का साथ उपयोग करती है तो वह इन दोनों सुविधाओं को काफी दूर-दूर रखती है. जिसका मकसद हैकर्स से इंट्रानेट के डाटा को बचाना होता हैं.
इसके लिए इंटरनेट और इंट्रानेट के बीच दो स्तरीय सुरक्षा वॉल बनाया जाता हैं.

HTML का इंटरनेट में रोल (Role of HTML in Hindi)

HTML को Hyper Text Markup Language कहा जाता हैं. हम जानते है कि आज हमे इंटरनेट पर सारी जानकारी मिल जाती हैं. जब भी हम इंटरनेट पर कुछ सर्च करते हैं तो बहुत सारी वेबसाइट खुल जाती हैं. इनमें से हर वेबसाइट बहुत सारे वेबपेज का समूह होता है. यह वेबपेज अपने अंदर टेक्स्ट, पिक्चर, वीडियो आदि संग्रहित किए होते हैं. इन वेबपेजों का डिजाइन HTML के द्वारा होता है.

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