यशस्वी जायसवाल का जीवन परिचय | Yashasvi Jaiswal Biography in Hindi
आईपीएल 2020 की नीलामी और अपनी दिलचस्प कहानी से प्रचलित होने वाले खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल ने काफी तेजी से अपने नाम और हुनर का लोहा मनवा रहे है. ये वो खिलाड़ी है जिसने सड़को पर पानी पूरी बेचकर, डेयरी पर काम करकर अपने सपनो को साकार किया है, चलिए जानते है इस खिलाड़ी के बारे में शुरू से…
यशस्वी जायसवाल का जीवन परिचय / Yashasvi Jaiswal Biography in Hindi
यशस्वी जायसवाल एक भारतीय क्रिकेटर है बांए हाथ के बल्लेबाज़ है. यशस्वी फ़िलहाल अपनी घरेलु टीम मुंबई और भारतीय अंडर -19 टीम से अपना क्रिकेट खेलते है. यशस्वी जायसवाल का जन्म 28 दिसम्बर 2001 में भाधोई, उत्तरप्रदेश में बहुत गरीब तबके के परिवार में हुआ था. यशस्वी जायसवाल को प्यार से मोंटी करके भी पुकारते है. इनके परिवार में पिता भूपेंद्र जायसवाल, माता कंचन जायसवाल और एक बड़ा भाई तेजस्वी जायसवाल और एक बहिन है. इनके पिता आज भी पेंट की दुकान चलाते है .
पूरा नाम | यशस्वी भूपेंद्र कुमार जायसवाल |
घर का नाम | मोंटी |
पिता का नाम | भूपेंद्र जायसवाल |
माता का नाम | कंचन जायसवाल |
जन्म दिनांक | 28-12-2001 |
जन्म स्थान | भाधोई, उत्तरप्रदेश |
शैक्षणिक योग्यता | मेट्रिक पास (10th Pass) |
धर्म | हिन्दू |
जाति | ज्ञात नहीं |
पेशा | क्रिकेटर |
स्कूल | ज्ञात नहीं |
खेल का प्रकार | बाँए हाथ के बल्लेबाज़ |
यशस्वी को बचपन से क्रिकेट खेलने का शोक था पर यशस्वी का जन्म एक गरीब परिवार और छोटे से गाँव में हुआ था, जिसके कारण उनका क्रिकेट की दुनिया में कदम रखना मुश्किल था. यशस्वी ने पहली बार 10 साल की उम्र में एक महान क्रिकेटर बनने का सपना देखा था और इसी सपने और निष्ठा के चलते उन्होंने अपने क्रिकेटिंग करियर की शुरुआत की.
यशस्वी जायसवाल का शुरुआती करियर / Yashasvi Jaiswal Starting Career
यशस्वी के पिता बताते है कि “यशस्वी ने 10 साल की उम्र में एक क्रिकेटर बनने की ठान ली थी, इसलिए उन्होंने 11 वर्ष की उम्र में मुंबई आने का फैसला किया. यशस्वी की जिद के सामने पिता जी की एक न चली और फिर उन्होंने यशस्वी को मुंबई अपने एक रिश्तेदार के घर भेज दिया. 5 से 6 महीने यशस्वी वहीं रहे और वहां से मुंबई के आजाद मैदान क्रिकेट सिखने जाते थे. चुकी रिश्तेदार का घर छोटा था इसलिए यशस्वी वहां ज्यादा टाइम नहीं रह सकते थे.”
पहले तो यशस्वी जायसवाल मैदान के बाहर बच्चो के साथ ही क्रिकेट खेला करते थे, वे तब कभी नेट तक नहीं पहुँच पाए, फिर उनके रिश्तेदार, जिनके साथ यशस्वी रहते थे, वे यशस्वी को आजाद मैदान ले गये और वहां उनके परिचित ग्राउंड मेन से कहकर यशस्वी के वहीं रहने का बंदोबस्त करवाया. यशस्वी जायसवाल यहाँ लगभग 3 साल टेंट में रहे और क्रिकेट की बारीकियां सीखी.
पिताजी सिर्फ 2000 रुपये हर महीने भेज पाते थे पर उसमे यशस्वी का गुजारा नहीं हो पाता था इसलिए यशस्वी जायसवाल आज़ाद मैदान के बाहर ही पानीपूरी बेचना शुरू किया. उन्होंने 20 रुपये रोज में डेयरी पर सफाई का काम भी कई महीनो तक किया. यशस्वी के पिता बताते है कि, यशस्वी की एक मुलाकात ने उनका जीवन बदल दिया…
यशस्वी जायसवाल आजाद मैदान पर लीग क्रिकेट खेल रहे थे, वहां उपस्थित ज्वाला सर यशस्वी के खेल को देखकर खूब प्रभावित हुए, उन्होंने यशस्वी से मिलकर पूछा “तुम्हारा कोच कौन है” ? यशस्वी ने कहा “कोई नहीं, में बड़ो को देखकर सीखता हूँ “, ये सुनकर ज्वाला सर ने उन्हें अपने साथ ले जाने का फैसला कर लिया और वे यशस्वी को अपनी एकेडमी ले गये. यही वो पल था जिसने यशस्वी की जिंदगी बदल दी.
यशस्वी जायसवाल का घरेलु करियर / Yashasvi Jaiswal Domestic Career
- यशस्वी जायसवाल की कड़ी मेहनत और हुनर रंग लाया और साल 2018 में इनका भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम में हुआ और यशस्वी ने श्रीलंका के खिलाफ अपना पदार्पण मैच खेला.
- यशस्वी जायसवाल ने अपना पहला घरेलु क्रिकेट 7 जनवरी 2019 को अपनी घरेलु टीम मुंबई से छत्तीसगढ़ के खिलाफ खेला.
- यशस्वी जायसवाल ने लिस्ट-A क्रिकेट 28 सितम्बर 2019 को छत्तीसगढ़ के खिलाफ खेला
- यशस्वी जायसवाल ने घरेलु क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ रखा है इसीकी बदोलत उन्हें आईपीएल 2020 में राजस्थान की टीम ने अनकेप खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा बोली लगाकर ख़रीदा था.
भारतीय अंडर -19 करियर( Yashasvi Jaiswal Indian Under-19 Career) | 2018, भारत बनाम श्रीलंका |
घरेलु क्रिकेट करियर ( Yashasvi Jaiswal First Class Cricket Career) | 7/1/2019 मुंबई बनाम छत्तीसगढ़ |
लिस्ट -A | 28/9/2019 मुंबई बनाम छत्तीसगढ़ |
IPL करियर ( Yashasvi Jaiswal IPL ) | 2020 राजस्थान रॉयल |
अंतराष्ट्रीय करियर ( Yashasvi Jaiswal International Career ) | अभी तक चुनाव नहीं |
यशस्वी जायसवाल की उपलब्धियां | Achievements Of Yashasvi jaiswal
- विजय हजारे ट्रोफी के मैच में झारखंड के खिलाफ 154 बॉल पर 203 रनों की तूफानी पारी खेली.
- इसी के साथ सबसे कम उम्र के पहले खिलाड़ी खिलाड़ी बन गये जिसने ODI में दोहरा शतक जड़ा हो.
- अंडर-19 एशिया कप विजता टीम के सदस्य थे.
- आईपीएल 2020 में अनकेप खिलाड़ियों में सबसे बड़ी बोली पर ख़रीदे गये.
- सचिन तेंदुलकर से मिला खेल का मंत्र.
पूर्वांचल क्षेत्र से भी प्रतिभा आगे बढ़ सकता है , इनसे हमे प्रेरणा मिलती है . क्युकी ये हमारे पास के जिले से है