कमला नेहरू का जीवन परिचय | Kamla Nehru History Biography, Birth, Education, Earlier Life, Death, Role in Independence in Hindi
दोस्तों, आज हम भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की पत्नी कमला नेहरू का जीवन परिचय साझा करेंगे. कमला नेहरू एक विनम्र तथा धार्मिक प्रवृत्ति की महिला थी. भारत स्वाधीनता आंदोलन में उन्होंने नेहरू जी का बखूबी साथ निभाया. तो आइये कमला नेहरू का जीवन परिचय विस्तार से जानने की कोशिश करते है.
प्रारम्भिक जीवन | Kamla Nehru Early Life
नाम | कमला नेहरू |
जन्मतिथि | 1 अगस्त, 1899 |
जन्मस्थान | दिल्ली |
पिता का नाम | जवाहरलालमल |
माता का नाम | राजपति कौल |
पति का नाम | पंडित जवाहरलाल नेहरू |
धर्म | हिन्दू |
कमला नेहरू का जन्म 1 अगस्त, 1899 को दिल्ली एक परंपरागत कश्मीरी ब्राह्मण परिवार में हुआ. वह दिल्ली के प्रमुख व्यापारी पंड़ित ‘जवाहरलालमल’ और राजपति कौल की बेटी थीं. उनकी माता का नाम राजपति कौल था. कमला कौल के दो छोटे भाई और एक छोटी बहन थी. कमला कौल का सत्रह साल की उम्र में ही 8 फरवरी 1916 को जवाहरलाल नेहरू से विवाह हो गया.
ब्रिटिश लेखिका कैथरिन प्रैंसक ने अपनी पुस्तक ‘इंदिरा: द लाइफ ऑफ इंदिरा नेहरू गांधी’ में लिखा है कि दिल्ली के परंपरावादी हिंदू ब्राह्मण परिवार से सम्बंध रखने के कारण हिंदू संस्कार कमला नेहरू के चरित्र का एक प्रमुख हिस्सा थे लेकिन पश्चिमी परिवेश वाले नेहरू ख़ानदान में उन्हें एकदम विपरीत माहौल मिला जिसमें वह खुद को अलग थलग महसूस करती रहीं. कमला जी को हिंदी का अच्छा खासा ज्ञान था, लेकिन पढाई-लिखाई न होने के कारण उन्हें अंग्रेजी का बिलकुल भी ज्ञान नहीं था.
1917 में उन्होंने बेटी को जन्म दिया जिसका नाम ‘इंदु’ रखा गया. इंदु बाद में इंदिरा गांधी नाम से प्रसिद्ध हुई और उन्हें आगे चलकर भारत की प्रथम महिला प्रधान मंत्री बनने का सन्मान प्राप्त हुआ.
योगदान | Kamla Nehru Contribution
कमला नेहरू महात्मा गांधी से बहुत प्रभावित थी. भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम में उन्होंने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. अपने पति जवाहरलाल नेहरू का उन्होंने कदम कदम पर साथ दिया. 1921 की असहयोग आंदोलन में उन्होंने महिलाओं को इकठ्ठा करने का एवं उन्हें आंदोलन में सक्रीय हिस्सा लेने केलिए प्रेरित किया.
1930 की दांडी यात्रा, जो महात्मा गांधी द्वारा आयोजित की गयी थी, उसमे भी कमला जी ने सक्रीय हिस्सा लिया था. कई आंदोलनों के दौरान उन्हें गिरफ्तारी हुई, लेकिन उन्होंने कभी भी हार नहीं मानी. उन्होंने अपने जीवन के कई साल महात्मा गांधी जी के आश्रम में गुजारे.
निधन | Kamla Nehru Death
कमला नेहरू जी टी.बी की बमारी से ग्रस्त थी. उन्हें बेहतर इलाज के लिए स्विट्ज़रलैंड ले जाया गया गया. स्विट्ज़रलैंड में ही 28 फ़रवरी 1936 को उनका निधन हो गया.
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