Maa Shailputri Ki Aarti and Mantra | मां शैलपुत्री की आरती और मंत्र | Navratri First Day Aarti and Mantras in Hindi
28 सितम्बर से पूरे भारत वर्ष में नवरात्री का त्यौहार मनाया जायेगा. नवरात्र के पहले दिन मां दुर्गा के पहले स्वरूप माता शैलपुत्री की पूजा होती है. माता शैलपुत्री का जन्म प्रजापति दक्ष के यहाँ हुआ था और पूर्वजन्म की भाँति उनका विवाह शंकरजी से हुआ था. नवदुर्गाओं में प्रथम शैलपुत्री दुर्गा का महत्व और शक्तियाँ अनंत हैं. इस दिन देवी के प्रथम स्वरूप की पूजा करके इनकी आरती करें इससे माता की प्रसन्नता प्राप्त होगी.
मां शैलपुत्री की आरती (Maa Shailputri Ki Aarti)
मां शैलपुत्री की आरती
शैलपुत्री मां बैल पर सवार।
करें देवता जय जयकार।
शिव शंकर की प्रिय भवानी।
तेरी महिमा किसी ने ना जानी।।
पार्वती तू उमा कहलावे।
जो तुझे सिमरे सो सुख पावे।
ऋद्धि-सिद्धि परवान करे तू।
दया करे धनवान करे तू।।
सोमवार को शिव संग प्यारी।
आरती तेरी जिसने उतारी।
उसकी सगरी आस पुजा दो।
सगरे दुख तकलीफ मिला दो।।
घी का सुंदर दीप जला के।
गोला गरी का भोग लगा के।
श्रद्धा भाव से मंत्र गाएं।
प्रेम सहित फिर शीश झुकाएं।
जय गिरिराज किशोरी अंबे।
शिव मुख चंद्र चकोरी अंबे।।
मनोकामना पूर्ण कर दो।
भक्त सदा सुख संपत्ति भर दो।
मां शैलपुत्री के मंत्र: (Maa Shailputri Ke Mantra)
-ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः॥
-वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्।
वृषारुढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥
देवी शैलपुत्री का प्रार्थना मंत्र (Prathna Mantra)
वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्।
वृषारूढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥