जल ही जीवन है पर अनुच्छेद | Article on Water is Life in Hindi| Jal Hi Jeevan Hai Par Paragraph
हम जब हमारे जीवन की किसी भी समस्या पर अनुच्छेद लिखते है, तो वे समस्यात्मक अनुच्छेद कहलाते है. जो अनुच्छेद हमने आपके लिए लिखा है, वह अनुच्छेद मानव की सबसे बड़ी समस्या पर लिखा गया है. “जल ही जीवन” नाम से ही समझ में आ जाता है, कि यह अनुच्छेद जल की समस्या पर लिखा गया है. इस अनुच्छेद के विषय भी बदले जा सकते है जैसे “जल है तो कल है” और “जल संरक्षण” आदि.
जल ही जीवन
संकेत बिन्दु – (1) जल का महत्व (2) जल के विभिन्न स्रोत (3) जल समस्या का समाधान
सृष्टि की रचना जल, पृथ्वी, अग्नि, आकाश और वायु-पाँच तत्वों से हुई है. जल का इनमें महत्वपूर्ण स्थान है.संसार के दैनिक जीवन में भी जल आवश्यक तत्व है.
पृथ्वी के जीव-जन्तुओं, पशु-पक्षियों, फसलों, वनस्पतियों, पेड़-पौधों आदि सभी के लिये जल अनिवार्य है. बिना जल के इन सभी का रह पाना सम्भव नहीं है. जल से संसार में जीवंतता दिखाई देती है. चारों ओर फैली हरियाली, फसलें, फल-फूल आदि सभी जल के कारण ही जीवित हैं. मानव तो बिना जल के जीवित रह ही नहीं सकता है. अतः सृष्टि में जल विशेष महत्वपूर्ण है.रहीम लिखते हैं-
रहिमन पानी राखिये बिन पानी सब सून।
पानी गये न ऊबरे मोती मानस चून ॥
जल प्राप्त करने के कई स्रोत हैं. सागर में अथाह जल भरा है किन्तु वह खारी है इसलिये वह हर प्रकार की पूर्ति नहीं कर पाता है. पानी का मूल स्रोत वर्षा है. वर्षा का पानी ही नदियों, तालाबों, जलाशयों में एकत्रित होकर जल की पूर्ति करता रहता है. इसके अतिरिक्त पहाड़ों पर जमने वाली बर्फ पिघलकर जल के रूप में नदियों में आती है. कुआँ, नलकूप आदि के द्वारा पृथ्वी के नीचे विद्यमान जल को प्राप्त किया जाता है इस तरह विविध स्रोतों द्वारा जल की पूर्ति होती है.
विगत वर्षों में जल की निरन्तर कमी हो रही है. वर्षा कम हो रही है, धरती का जल स्तर लगातार गिर रहा है. जल को समस्या भारत ही नहीं संसार भर में हो रही है. कुछ स्थानों पर तो जल के लिये त्राहि-त्राहि मची है. कुछ लोगों का मानना है कि संसार का तीसरा विश्व युद्ध पानी के लिये ही होगा. जल की कमी को देखते हुए यह आवश्यक है कि हम यह समस्या भयंकर रूप धारण करे उससे पहले ही जाग जायें. कम-से-कम जल नष्ट करें. जल का पूरी तरह सदुपयोग करें. वर्षा के समय जो पानी नालों और नदियों के द्वारा बहकर समुद्र में पहुँच जाता है, उसे इकट्ठा करके उपयोग में लायें. वर्षा काल में पानी को पृथ्वी में नीचे पहुंचाया जाये तो जलस्तर ऊपर आयेगा. इसलिये इस समस्या के प्रति सजग रहना आवश्यक है.
यदि समय रहते जल संरक्षण की ओर ध्यान न दिया गया तो संसार का विनाश हो जायेगा. जल के बिना किसी का भी जीवित रहना सम्भव नहीं है. बिना जल के मरण अवश्यम्भावी है. सत्य यह है कि जल ही जीवन है इसलिये जल की पूर्ति आवश्यक है.
अनुच्छेद लिखने की रीति
हम अगर इन बातों का ध्यान रखे तो हम अनुच्छेद को बिल्कुल सटीकता से लिख सकते है.
- किसी भी विषय पर अगर हमें अनुच्छेद लिखना है, तो हमें उस विषय की जानकारी होना अति आवश्क है.
- विषय को प्रस्तुत करने की शैली अथवा पद्धति तय होनी चाहिए.
- चुने हुए विषय पर लिखने से पहले चिन्तन-मनन करे ताकि मूल भाव भली-भाँति स्पष्ट हो सके.
- अनुच्छेद लिखते समय मात्राओं की गलती एवं कटा-पिटी ना हो इस बात को हमेशा याद रखे.
- मुहावरे और लोकोक्तियों आदि का प्रयोग करके भाषा को सुंदर एवं व्यावहारिक बनाने का प्रयास करे.