अमर्त्य सेन का जीवन परिचय
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प्रख्यात अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन को कल्याणकारी अर्थव्यवस्था का जनक माना जाता है. अमर्त्य सेन महिला सशक्तिकरण, उनके अधिकारों और समाज में उनकी भागीदारी में वृद्धि पर अत्यधिक बल देते हैं. सेन का कथन है कि ‘‘नारी जाति को बल प्रदान करने पर हम उस भविष्य को हासिल कर सकते हैं जिसे हम प्राप्त करना चाहते हैं. वे शिक्षा को अत्यधिक महत्व देते हैं. उनका मानना है कि शिक्षा का पिछड़ापन ही गरीबी का मूल कारण है. अर्थशास्त्र विषय में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हे वर्ष 1998 में “नोबेल पुरस्कार” से नवाजा गया था. इसके बाद वर्ष 1999 में अमर्त्य सेन को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से भी नवाजा गया था.
अमर्त्य सेन का जीवन परिचय | Amartya Sen Biography in Hindi
बिंदु (Points) | जानकारी (Information) |
नाम (Name) | अमर्त्य सेन |
जन्म (Date of Birth) | 3/11/1933 |
आयु | 87 वर्ष (2020 तक) |
जाति (Cast) | ब्राह्मण |
जन्म स्थान (Birth Place) | शांतिनिकेतन, बंगाल |
पिता का नाम (Father Name) | आशुतोष सेन |
माता का नाम (Mother Name) | अमिता सेन |
पत्नी का नाम (Wife Name) | नवनीता सेन (1958–1976) इवा कोलोरनी (1978–1985) एमा जोर्जिना रोथस्चिल्ड (1991) |
शिक्षा (Education Or Qualification) | PHD |
पेशा (Occupation ) | अर्थशास्त्री |
बच्चे (Children) | 5 |
भाई-बहन (Siblings) | ज्ञात नहीं |
अवार्ड (Award) | भारत रत्न |
जन्म और प्रारंभिक जीवन (Birth and Early Life)
अमर्त्य सेन का जन्म 3 नवंबर 1933 को बंगाल के शांतिनिकेतन में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ. भारत के प्रथम नोबेल पारितोषिक विजेता रबीन्द्रनाथ टैगोर ने ही अमर्त्य सेन का नामकरण किया था. वे रबीन्द्रनाथ टैगोर के कार्यों से प्रभावित थे. उनके पिताजी आशुतोष सेन ढाका विश्वविद्यालय में रसायन शास्त्र के अध्यापक थे. उनकी माता का नाम अमिता सेन था. इनकी माता जी ने भी कुछ समय विश्व भारती विश्वविद्यालय में कुलपति के रूप में कार्य किया था. अमर्त्य सेन के नाना एक शिक्षक थे.
अमर्त्य सेन की शुरुआती शिक्षा ढाका में हुई थी. अमर्त्य सेन ने कोलकाता के शांति निकेतन और प्रेसिडेंट कॉलेज से अपनी शिक्षा लेने के बाद कैंब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की थी. 1959 में उन्होंने पीएचडी की डिग्री हासिल की.
जीवन सफ़र ( Amartya Sen Life Trip)
अमर्त्य सेन के अर्थशास्त्री बनने की उत्कट इच्छा शक्ति का सम्बन्ध उनके बचपन के एक घटना से है. 1943 में जब वे केवल 10 साल के थे, उस वक्त बंगाल राज्य में भयंकर अकाल पड़ा था. इस आपदा में कई लोगों की मौत हो गयी थी. इस घटना का उन पर बहुत गहरा असर पड़ा था. उनका मानना था कि अर्थशास्त्र का सीधा संबंध समाज के निर्धन और उपेक्षित लोगों के सुधार से है.
अमर्त्य सेन ने अपने मूल विषय अर्थशास्त्र पर लगभग 215 शोध किए हैं. नौकरी के दौर पर वे जादवपुर विश्वविद्यालय, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में भी शिक्षक रहे हैं. 1960 और 1961 में सेन संयुक्त राज्य अमेरिका में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एक विजिटिंग प्रोफेसर थे. उसके बाद वे यूसी बर्कल और कर्नेल में भी विजिटिंग प्रोफेसर रहे है.
नालंदा विश्वविद्यालय प्राचीन काल में एक उच्च शिक्षा का केंद्र था. 19 जुलाई 2012 को अमर्त्य सेन को प्रस्तावित नालंदा विश्वविद्यालय के प्रथम चांसलर के तौर पर नामांकित किया गया था. 20 फ़रवरी 2015 को अमर्त्य सेन ने दुसरे कार्यकाल के लिये अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी और इससे अपना नाम वापस ले लिया था.
अमर्त्य सेन ने अपने निजी जिंदगी में 3 शादियां की हैं. इनकी पहली शादी नवनीता सेन के साथ हुई थी जो एक लेखक और विद्वान थीं. इन्हे 2 बेटियां भी हैं. लेकिन कुछ कारण से इनका तलाक हो गया. फिर 1978 में अमर्त्य सेन की दूसरी शादी इवा कोलोरनी से हुई. और उनके भी 2 बच्चे हुए, 1985 में पेट के कैंसर के कारण ईवा का देहांत हो गया. 1991 में इन्होने एमा जोर्जिना रोथस्चिल्ड से शादी की.
सम्मान और पुरस्कार ( Amartya Sen Honours and Awards)
- 1954 में एडम स्मिथ पुरस्कार से नवाजा गया.
- 1981 में फ़ोरेन आनरेरी मेम्बर ऑफ द अमेरिकन अकैडमी ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज से सन्मानित किया गया.
- 1984 में इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइसेंज नें आनरेरी फ़ेलोशिप प्रदान की.
- 1998 में अर्थशास्त्र विषय में सर्वोच्च नोबेल पुरस्कार इन्हे मिला.
- 1999 में बांग्लादेश की आनरेरी राष्ट्रीयता हासिल की.
- 1999 में भारत सरकार द्वारा “भारत रत्न” से नवाजा गया.
- 2000 में लेओन्तीएफ़ पुरस्कार हासिल किया.
- 2000 में आइजनहावर मेडल फॉर लीडरशिप एंड सर्विस मिला.
- 2004 में इंडियन चैम्बर्स ओफ़ कॉमर्स द्वारा लाइफ टाइम अचिवमेंट पुरस्कार दिया गया.
- 2011 में नेशनल ह्यूमैनिटीज मेडल प्राप्त किया.
- 2012 में ऑर्डर ओफ़ द एज़टेक ईगल सम्मान मिला
- 2013 में कमांडर ओफ़ द फ्रेंच लीजन ओफ़ ऑनर दिया गया.
- 2015 में चार्ल्स्टन ई.एफ़.जी. जॉन मेनार्ड कीन्स अवार्ड प्राप्त किया.
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