बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर की जीवनी
Bollywood Actor Anupam Kher Biography, Age, Height, Wiki, Family(Wife,son), Bio, Career, Awards, Interesting Facts in Hindi
हीरो और विलेन किसी फ़िल्म के दो मुख्य किरदार होते हैं, जिन्हें लोग हमेशा याद रखते हैं, पर छोटे अभिनेताओं को कोई याद नहीं करता. अनुपम खेर वो नाम है जिन्होंने फिल्मों में मुख्य किरदार तो नहीं निभाए पर अपने अभिनय से लोगों के दिल में जगह बनाई है. अनुपम खेर को बहुत सी फिल्मों में देखा गया और पसंद किया गया है. उनके किरदार हमेशा ही अलग और यूनिक होते हैं. अनुपम खेर एक आलराउंडर अभिनेता हैं, उन्होंने हर टाइप के किरदार निभाए हैं और हर किरदार को बखूबी निभाया है. जिस तरह बड़े-बड़े अभिनेताओं को याद किया जाता है,अनुपम खेर को भी उन्ही की तरह दर्जा दिया गया है. उन्हें ना सिर्फ एक अभिनेता के रूप में जाना जाता है बल्कि उन्हें निर्माता, निर्देशक और शिक्षक के रूप में भी जाना जाता है. तो आइये उनकी जिंदगी पर थोड़ी रोशनी डालते हैं और देखतें हैं उनके सफर के कुछ हसीन पल..
अभिनेता अनुपम खेर की जीवनी | Anupam Kher Biography In Hindi
अनुपम खेर का जन्म 7 मार्च 1955 को शिमला ,हिमाचल प्रदेश में हुआ. उनका जन्म एक कश्मीरी पंडित के घर हुआ था. उनके पिता स्व. पुष्कर नाथ खेर है. वे पेशे से एक फारेस्ट अफसर थे. उनकी माता का नाम दुलारी खेर है. उनका
एक छोटा भाई है जिनका नाम राजू खेर, वो भी फिल्मों में अभिनय का काम करते हैं. अनुपम जी ने अपनी शुरुआती पढ़ाई डी.ए. वी पब्लिकस्कूल शिमला हिमाचल प्रदेश में की और आगे की पढ़ाई पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ भारत में की. उनकी स्कूल के समय से ही एक्टिंग में बहुत रुचि थी इसलिए उन्होंने नई दिल्ली के ‘नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा’ से डिग्री प्राप्त की. वे थिएटर ड्रामा से ग्रेजुएट हैं.
बिंदु (Points) | जानकारी (Information) |
नाम (Name) | अनुपम खेर |
जन्म (Date of Birth) | 1950 |
आयु | 70 वर्ष |
जन्म स्थान (Birth Place) | जबलपुर, मध्य प्रदेश |
पिता का नाम (Father Name) | स्व. पुष्कर नाथ खेर |
माता का नाम (Mother Name) | दुलारी खेर |
पत्नी का नाम (Wife Name) | किरण खेर |
पेशा (Occupation ) | अभिनय |
बच्चे (Children) | एक बेटा |
भाई-बहन (Siblings) | एक भाई |
अवार्ड (Award) | पद्म भूषण, पद्म श्री |
अनुपम खेर की निजी जिंदगी | Anupam Kher Family
अनुपम केर का विवाह साल 1970 में अभिनेत्री मधुमालती कपूर से हुआ था. यह उनकी अरेंज्ड मेर्रिज थी, पर कुछ सालों
बाद ही उन्हें एहसास हुआ कि वो अपनी कॉलेज की सहेली और मशहूर अभिनेत्री किरण खेर से आकर्षित हैं और दोनों
ने शादी करने का फैसला कर लिया. किरण खेर की भी एक शादी हो चुकी थी, जिससे उन्हें एक बच्चा है जिसका नाम
है सिकन्दर खेर है. अनुपम खेर ने उन्हें अपना नाम दिया है. उन्होंने कभी सिकंदर को कभी सौतेला होने का एहसास नहीं होने दिया, वह अपने बच्चे को बहुत प्यार करते हैं.अनुपम खेर, किरण के साथ अपना खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे हैं. और अब उनका बेटा भी फिल्मों में आने के लिए संघर्ष कर रहा है.
अनुपम खेर का बॉलीवुड करियर | Anupam Kher life History
पढ़ाई पूरी करने के बाद अनुपम जी नई दिल्ली में ही एक शिक्षक की नौकरी करने लगे, पर मुम्बई शहर की चकाचौंध सभी का मन मोह लेती है. यही अनुपम के साथ भी हुआ और उन्होंने मुम्बई जाने का फैसला किया. मुंबई आकर उन्होंने बहुत संघर्ष किया, तब जाकर उन्हें अपने फ़िल्मी करियर की पहली फ़िल्म मिली जिसका नाम था ‘आगमन’. यही वह फिल्म थी जिससे अनुपम खेर ने हिंदी फिल्म जगत में अपना आगमन किया.
उसके बाद अनुपम खेर रुके नहीं, उन्होंने बहुत सी फिल्मों में अपने अभिनय से झंडे फहराएं. उन्होंने हर तरीके के किरदार को बखूबी निभाया. उन्हें हास्य किरदार भी किये हैं और विलन का किरदार भी उसी बखूबी से निभाया. उन्होंने बहुत से टी.वी शो भी होस्ट किए हैं.
2002 में अनुपम जी ने एक निर्माता के तौर पर अपनी पहली फ़िल्म ओम जय जगदीश डायरेक्ट और प्रोड्यूस की. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनुपम ने 2002 में आयी फ़िल्म बैकहम, 2004 में आयी ब्राइड एंड प्रेज्यूडिस और 2011 में आई स्पीडी सिंह जैसी सुपरहिट फिल्मे की है.
अनुपम जी ने अपने खुद के जीवन पर आधारित एक नाटक भी लिखा ‘कुछ भी हो सकता है‘ जिसमें उन्होंने खुद अभिनय किया और उसे अब्बास खान ने डायरेक्ट किया.
इसके बाद प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन ने 2010 में उन्हें अपना गुडविल एम्बेसडर घोषित किया जिनका मुख्य उद्देश्य भारत में सभी बच्चो को प्राथमिक शिक्षा प्रदान करना है. 2009 में अनुपम ने कार्ल फ्रेडरिक्क्सन को डिज्नी पिक्सर 3डी एनीमेशन
फिल्म के लिये अपनी आवाज़ भी दी थी.
अनुपम को उनकी फिल्म मिलने से पहले बहुत संघर्ष करना पड़ा था जिसपर उन्होंने एक किताब भी लिखी है ‘द बेस्ट
थिंग अबाउट यु इस यु’ इस किताब में उन्होंने संघर्ष करना और उससे मिली सीख के बारे में बताया है, इस किताब में उन्होंने बताया है कि उन्होंने अपने जवानी के दिनों में एक बार उनके पिताजी ने उनके स्कूल के एग्जाम में फेल होने पर उन्हें बड़े होटल में ट्रीट दी थी, क्योंकि उनका कहना था” कभी असफलता से ना घबराओ बल्कि इसे सफलता में बदलने के लिए और मेहनत करो” और यही बातें उनके मुंबई में संघर्ष के दिनों में प्रेरणा स्त्रोत रही.
एक समय ऐसा भी था जब अनुपम के पास खाने तक के पैसे नहीं थे ऐसे में अनुपम निराश नहीं हुए और उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों के भी मजे लिए, इसी संघर्ष के बलबूते आज वो इस मकाम पर हैं.
प्रसिद्ध फिल्में |Anupam Kher Movies List in Hindi
- अनुपम खेर ने ‘सारांश’,
- ‘अर्जुन’, ‘कर्मा’,
- ‘तेज़ाब’,
- ‘राम लखन’,
- ‘डैडी’, ‘दिल’,
- ‘बेटा’, ‘लाडला’,
- ‘हम आपके
- हैं कौन’,
- ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे’,
- ‘बड़े मियां छोटे मियां’,
- ‘मोहब्बतें’,
- ‘जोड़ी न. 1’,
- ‘वीर – ज़ारा’,
- ‘सरकार’,
- ‘रंग दे बसंती’,
- ‘चुप चुप के’,
- ‘गॉड तुस्सी ग्रेट हो’,
- ‘दबंग’,
- ‘जब तक है जान’,
- ‘स्पेशल 26’,
- ‘मैं तेरा हीरो’,
- ‘टॉयलेट- एक प्रेम कथा’,
- ‘होटल मुंबई’,
- ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’
ऐसी बड़ी फिल्मो में अभिनय किया है और लोगों का दिल मोह लिया है.
अभिनेता अनुपम खेर को मिले अवार्ड्स | Anupam Kher Awards
- 1990 में फिल्म ‘डैडी’ के लिए ‘बेस्ट एक्टर’ का अवार्ड.
- 1993 में फिल्म ‘डर’ के लिए ‘बेस्ट कॉमेडियन’ का अवार्ड.
- 1997 में फिल्म ‘चाहत’ के लिए ‘बेस्ट सपोर्टिंग सक्टर’ का अवार्ड.
- 2004 में ‘पद्म श्री’ अवार्ड से सम्मानित किया गया.
- 2005 में, मेंफिल्म ‘मैंने गाँधी को नहीं मारा’ के लिए ‘स्पेशल जूरी अवार्ड’ .
- 2016 में ‘पद्म भूषण’ अवार्ड से सम्मानित किया गया.
अनुपम खेर से जुड़े रोचक तथ्य | Unkown Facts about Anupam Kher
- अनुपम खेर किसी चीज़ के लिए चर्चाओं में रहे हों या न रहे हों पर अपने कटु कथनों के कारण वे हमेशा चर्चा में रहे, उन्होंने कई बार ऐसे कटाक्ष किए जिसके कारण वे चर्चाओं में रहे, साथ ही जब उन्हें पद्म भूषण दिया गया तब उन्हें उनके साथ के एक को एक्टर द्वारा चापलूस भी कहा गया.
- कश्मीरी पंडितों पर उठे मुद्दों में भी उन्होंने खुल कर अपनी बात रखी. आमिर खान के भी सहिष्णुता पर दिए गए बयानों पर खुलके बोले और ट्वीट्स भी किए.
- अनुपम खेर ने हिंदी फिल्मो के साथ साथ तेलुगु, मलयालम, अंग्रेजी, कन्नड़, मराठी, पंजाबी और चाइनीस फिल्मो में भी अपने अभिनय को दर्शाया है. वे 400 से अधिक फिल्मों में भूमिका निभा चुके हैं.
- अनुपम को किताबें पढ़ने और गाने सुनने का बहुत शौक है।
- वे एक समय अपने गोरे रंग, गंजेपन और विदेशियों की नकल उतारने के टैलेंट का उपयोग करते थे, इसके लिए वो किसी भी रेस्टोरेंट में जाते और विदेशी की तरह बात करते हुए पेट भरके खाना खाते और बिना पैसे दिए निकल जाते, और लोग विश्वास ही नहीं कर सकते थे कि अनुपम कोई विदेशी व्यक्ति नहीं बल्कि भारतीय हैं.
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