आशीष डंगवाल एक मशहूर शिक्षक और शिक्षाविद हैं, जो उत्तराखंड में पहाड़ी क्षेत्रों और दूरदराज के इलाकों में अपनी शैक्षिक परियोजनाओं और कार्यक्रमों के लिए जाने जाते हैं. वह वर्तमान में उत्तराखण्ड के टिहरी गढ़वाल के राजकीय इंटर कॉलेज गरखेत में राजनीति विज्ञान के शिक्षक के पद पर तैनात हैं. साथ ही वे कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं.
कुछ समय पहले आशीष को एक इंडो-अफ्रीकन इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन की तरफ से नौकरी का ऑफर आया था, लेकिन बच्चों की शिक्षा और पहाड़ के लिए उन्होंने विदेश से आये इस बड़े वेतन पैकेज की नौकरी को ठुकरा दिया.
नाम | आशीष डंगवाल |
पेशा | शिक्षक |
जन्म | वर्ष 1992-1993 |
जन्म स्थान | रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड |
धर्मं | हिन्दू धर्म |
स्कूल | जयंती हाई स्कूल, रुद्रप्रयाग सरकारी स्कूल, रुद्रप्रयाग |
कॉलेज/यूनिवर्सिटी | डीएवी पीजी कॉलेज, देहरादून दिल्ली विश्वविद्यालय |
शैक्षिक योग्यता | एम.ए. (अंतरराष्ट्रीय संबंध और विदेश नीति में) |
अवार्ड | मुख्यमंत्री विशेष पुरस्कार (2019) ओहो उत्तराखंड एक नंबर अवार्ड (2021) उत्तराखंड यूथ आइकन अवार्ड |
जीवनी
आशीष डंगवाल का जन्म भारत के उत्तराखंड राज्य में हुआ था. उन्होंने रुद्रप्रयाग के एक सरकारी स्कूल में पढ़ाई की, जहाँ उन्होंने शिक्षा, पहाड़ की विषम भौगोलिक परिस्थितियों और समस्याओं को गहराई से समझा. उन्होंने जयंती हाई स्कूल में अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की बाद में उच्च शिक्षा के लिए वे डीएवी पीजी कॉलेज, देहरादून और दिल्ली विश्वविद्यालय में चले गए. आशीष ने डिजास्टर मैनेजमेंट और जर्नलिज्म में डिप्लोमा कोर्स भी किया है.
2013 में ग्रेजुएशन के बाद आशीष एक एनजीओ के साथ जुड़ गए .2015 में उन्होंने राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर किया और 2017 में उनका चयन सरकारी शिक्षक के रूप में हुआ ,उनका पहला कार्यस्थल उत्तरकाशी, उत्तराखंड में भारत-चीन सीमा से सटे केलसु क्षेत्र में मिला , जहाँ उन्होंने तीन वर्ष तक पूरी मेहनत के साथ काम किया. नतीजतन, उन्हें बच्चों उनके अभिभावकों सहित क्षेत्र के गांवों से भरपूर प्यार और सहयोग मिला.
2019 में उनका चयन लेक्चरर पद पर हो गया वह अपने बैच के स्टेट टॉपर थे.
आशीष पहली बार तब सुर्खियों में आए थे, जब उनका राजकीय इंटर कॉलेज भंकोली उत्तरकाशी से ट्रांसफर हुआ, तो जाते वक्त पूरे इलाके बच्चे महिलाएं ,बुजुर्ग उनसे लिपटकर रोने लगे, उनका विदाई समारोह ऐतिहासिक बन गया हर कोई उनके जाने से गमगीन था.
आशीष डंगवाल से जुडी रोचक जानकारी
- आशीष डंगवाल का जन्म और पालन-पोषण उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में हुआ.
- वे अपने कई शैक्षिक प्रोजेक्ट्स जैसे प्रोजेक्ट स्माइलिंग स्कूल , प्रोजेक्ट घट , प्रॉजेक्ट साइंसकारी आदि के लिए जाने जाते हैं.
- आशीष इस समय ‘प्रोजेक्ट भारती ” पर काम कर रहे हैं यह प्रोजेक्ट ग्रामीण इलाके की बालिकाओं को देश प्रदेश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयो में उच्च शिक्षा के लिए प्रवेश के लिए चल रहा है. आशीष ने बताया कि, हाईस्कूल और इंटर तक बेटियों की शिक्षा का स्तर अच्छा है. हर साल हाईस्कूल, इंटर की परीक्षाओं में बेटियों के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की खबरें हम पढ़ते हैं, लेकिन इसके बाद उच्च शिक्षा में उनकी उपस्थिति बहुत कम नजर आती है. इसके पीछे कई वजह हैं, या तो उन्हें परिवार का सहयोग नहीं मिलता या फिर घर की आर्थिक स्थिति के कारण वह आगे नहीं बढ़ पाती.
- आशीष का स्टेटस किसी सेलिब्रटी से कम नहीं है.
- वह उत्तराखंड और हिमाचल के इकलौते ऐसे शिक्षक है, जिनकी सोसियल मीडिया पर जबरदस्त लोकप्रियता है . हजारों लाखों लोग उन्हें फेसबुक और इंस्टाग्राम पर फॉलो करते हैं.
- वे देश के पहले ऐसे सरकारी शिक्षक हैं जिन्हें फेसबुक ने सेलिब्रिटी ब्लू टिक से 2019 में नवाजा .
- आशीष का सरकारी स्कूल को स्मार्ट स्कूल बनाने का सपना हैं. इसके लिए वह समाज के सक्षम लोगों को अपने साथ जोड़कर स्कूल के विकास में सहभागिता बढ़ा रहे हैं. उनके अनुसार हम जिन अभाव में पढ़े, वह आगे की पीढ़ी को महसूस नहीं होना चाहिए.
- फिलहाल वह राजकीय इंटर कॉलेज गरखेत, टिहरी गढ़वाल में पोस्टेड है.
- आशीष बच्चों को कई प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग उपलब्ध करवाते हैं.