मानसी जोशी (बैडमिंटन खिलाड़ी) का जीवन परिचय | Manasi Joshi (badminton player) Biography in Hindi | Manasi Joshi ka Jeevan Parichay
मानसी जोशी का जन्म 11 जून 1989 को हुआ था. वह एक भारतीय पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी हैं. जिनकी गिनती दुनिया के शीर्ष 10 एसएल -3 श्रेणी के पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ियों में होती है. मानसी जब छह साल की थी तब से बैडमिंटन खेल रही है. मानसी के पिता का नाम गिरीशचंद्र जोशी हैं. उनके पिता भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र से सेवानिवृत्त वैज्ञानिक हैं. मानसी ने 2010 में मुंबई के के जे सोमैया कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई पूरी की हैं. मानसी का एक भाई हैं और वह भी एक बैडमिंटन प्लेयर हैं.
बिंदु(Points) | जानकारी (Information) |
नाम (Name) | मानसी जोशी |
जन्म (Date of Birth) | 11 जून 1989 |
पिता का नाम (Father Name) | गिरीशचंद्र जोशी |
जन्म स्थान (Birth Place) | ज्ञात नहीं |
पेशा (Profession) | पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी |
जाति (Caste) | ज्ञात नहीं |
कोच का नाम (Coach) | ज्ञात नहीं |
शिक्षा (Education) | इंजीनियर |
मानसी जोशी का जीवन संघर्ष (Manasi Joshi Struggle Story)
हम सभी भारतवासियों के लिए वह आज किसी प्रेरणा से कम नहीं है. वर्ष 2011 में उनके साथ एक ऐसी घटना हुई, जो यदि किसी भी सामान्य इंसान के साथ होती, तो वह अपना पूरा जीवन व्यर्थ कर देता पर मानसी ने अपना धैर्य नहीं खोया. वे उसी हिम्मत के साथ आगे बढ़ी और आज पैरा-बैडमिंटन एथलीट चैंपियन है.
2011 में उनके साथ एक सड़क दुर्घटना हो गई, जिसमे उन्होंने अपना बायां पैर खो दिया. इस घटना में उनका पैर चला गया, लेकिन उनके इरादे उनकी हिम्मत, उनकी ताकत नहीं. उन्होंने फिर उसी जोश के साथ सन 2015 में इंग्लैंड में आयोजित किये गए पैरा-बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप में हिस्सा लिया और मिश्रित युगल में रजत पदक जीत लिया. इतना ही नहीं इसके बाद सन 2018 में जकार्ता में आयोजित एशियन पैरा गेम्स में हिस्सा लेकर भारत के नाम कांस्य पदक किया. उन्होंने अपने जीवन में हार नहीं मानी और अभी हाल में यानि की 2019 में मानसी जोशी ने पैरा ओलंपिक में भारत के नाम स्वर्ण पदक कर दिया.
प्रमुख उपलब्धियां (Major achievements)
- 2015 के पैरा-बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप के मिश्रित युगल स्पर्धा में रजत पदक अर्जित किया.
- 2016 के पैरा-बैडमिंटन एशियाई चैम्पियनशिप में महिला एकल के साथ-साथ युगल स्पर्धाओं में कांस्य पदक अर्जित किए.
- 2017 के पैरा-बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप के महिला एकल इवेंट में तीसरा स्थान हासिल किया.
- 2018 में थाईलैंड पैरा-बैडमिंटन इंटरनेशनल में अपने प्रदर्शन के साथ उन्हें एक और कांस्य पदक मिला.
- 2019 में पैरा ओलंपिक में महिलाओं के एकल में स्वर्ण पदक.
पत्रकार को दिए गए साक्षात्कार में मानसी ने यह भी बताया कि वह गोपीचंद अकादमी और उनके कोच जे राजेंद्र कुमार, ट्रेनर एल. राजू की शुक्रगुजार हैं, जिन्होंने बीडब्ल्यूएफ पैरा-बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप से दो महीने पहले उन्हें प्रशिक्षित किया था. मानसी ने कहा, “मैं गोपी सर के प्रति आभारी हूं कि वे मेरे सभी मैचों में मौजूद थे.
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