एथलिट भावना जाट की जीवनी | Bhavna Jat Biography “भावना जाट किसान की वो बेटी जिसने अपने परिवार के साथ साथ अपने राज्य, अपने देश का भी गौरव बढ़ाया है. ये लड़की 20 km पैदल चाल स्पर्धा की नई राष्ट्रिय चैंपियन बन गयी है और तो और जापान की राजधानी टोक्यो में होने वाली ओलंपिक 2020 में भारत के लिए ट्रैक पर उतरेंगी”. आइये जानते है एथलिट भावना जाट के बारे में शुरू से…
एथलिट भावना जाट की जीवनी | Bhavna Jat Biography in Hindi
राजस्थान के राजसमंद जिले के रेलमंगरा तहसील के गाँव काबरा के पिछड़े इलाके में रहने वाली भावना जाट का जन्म 19 मार्च 1996 को किसान शंकर लाल जाट और नौसर देवी के घर हुआ था. भावना जाट का सफर बेहद सघर्ष पूर्ण रहा है. स्कूल के दौरान भावना को कोचिंग देने वाले सुरेश जाट बताते हैं कि, भावना 2010 में अपने ही गाँव के सरकारी स्कूल में कक्षा 9 में पड़ती थी.
उस वक्त स्कूल स्टार पर खेल प्रतियोगिताएँ होती थी. स्कूल के पीटीआई हीरालाल कुमावत ने भावना को पैदल चाल प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए कहा, तब भावना ने सबसे पहले यही पूछा की ये कौनसा खेल होता है? फिर पीटीआई सर ने न केवल बताया बल्कि प्रशिक्षण भी दिया. यहीं से भावना ने इस खेल को अपना करियर मान लिया.
भावना के गाँव में सुविधाओं की कमी थी, इनके परिवार को मेरे बारे में पता चला तो परिवार वालों ने उन्हें उदयपुर में मेरे गांव खेरोदा भेज दिया. यहां मैं अपनी बहन सुनीता और अन्य 10-12 लड़कियों को कोचिंग देता था.
Bhavna Jat Age, Cast,Height,Weight, Career, Olympic, Bio, Wiki
पूरा नाम (Full Name) | भावना जाट (Bhavna Jat) |
पिता (Father Name) | शंकरलाल जाट (Shankarlal Jat) |
माता (Mother Name) | नोसर देवी (Nosar Devi) |
जन्म (DOB) | 19-03-1996 |
जन्म स्थान (Birth Place) | ग्राम काबरा, जिला राजसमंद, राजस्थान |
परिवार में सदस्य (Family Member) | माता-पिता और 2 भाई |
जाति (Cast) | जाट |
धर्म (Religion) | हिन्दू |
लम्बाई (Height) | ज्ञात नहीं |
वजन (Weight) | ज्ञात नहीं |
पेशा (Profession) | धावक (Athlete) |
भावना जाट की निजी जिंदगी | Bhavna Jat Family and Personal Life
भावना जाट के पिता शंकर लाल जाट खेती के साथ-साथ मिस्त्री का भी काम करते है. माता नोसर देवी गृहणी है, बड़े भाई राजू की मानसिक हालत ठीक नही है, वो घर ही रहते है उनका इलाज चल रहा है. दुसरे भाई प्रकाश जाट एक निजी कंपनी में काम करते है, भावना जाट की BA के बाद पढ़ाई छुट गयी थी, अब खेल के साथ अपनी पढ़ाई भी पूरी कर रही है.
भावना जाट बताती है कि, उसे आगे बढ़ाने के लिए भाई प्रकाश जाट ने अपनी पढ़ाई दाव पर लगा दी थी. साल 2012 में भावना और उसका भाई प्रकाश उदयपुर में किराये का मकान लेकर रहते थे, ताकि भावना भोपाल नोबल्स यूनिवर्सिटी के खेल मैदान पर पैदल चाल की तैयारी कर सके.
उस दौरान प्रकाश ने पढ़ाई छोड़ दी और टायर की एक निजी कंपनी में 10 हजार रूपए महीने की नौकरी शुरू कर दी. भाई अपने वेतन के आधे पैसे भावना को नेशनल प्रतियोगिता में भेजने में खर्च करता और आधे पैसे दोनों के रहने खाने के खर्च में खत्म हो जाते थे. उदयपुर में 1 से ढेढ़ साल रहने के बाद भावना का चयन बेंगलोर साईं में हो गया.
वहां जाने के बाद साल 2016 में भावना जाट की खेल कोटे से कोलकाता हावड़ा में रेलवे TC के पद पर नौकरी लग गयी. 21 हजार रुपये प्रतिमाह मिलने शरू हो गये थे. उसी दौरान पिता को पेशाब से सम्बन्धी बीमारी हो गयी और बड़े भाई की मानसिक स्थिति भी ज्यादा ख़राब हो गयी. भावना को 21 हजार रुपये में से भावना को खेल का खर्च , पिता और भाई की बीमारी का खर्च निकालना पड़ा. ये भावना के लिए बहुत मुश्किल समय था.
भावना जाट एथलिट करियर और संघर्ष | Bhavna Jat Athlete Career and Struggle
- भावना ने 2010 से 2014 तक 4 साल तक स्कूल स्तर की नेशनल प्रतियोगिता में हिस्सा लिया.
- उसके बाद 2014 में जूनियर नेशनल चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता. जो उसका जिंदगी का पहला पदक था. वहां भावना को पंजाब के कोच हरप्रीत ने प्रशिक्षण दिया था.
- 2014-15 में हैदराबाद में हुई जूनियर फेडरेशन में सिल्वर पदक प्राप्त किया.
- 2016 में जयपुर में आयोजित पैदल चाल की 10 किलोमीटर प्रतियोगिता में सिल्वर पदक जीता. 2018 में लखनऊ में आयोजित आल इंडिया रेलवे में कास्य पदक जीता.
- 2019 में पुणे में आयोजित 20 किलोमीटर पैदल चाल प्रतियोगिता में में स्वर्ण पदक, जो कि भावना जाट का सबसे पहला स्वर्ण पदक था. 2019 में झारखंड की राजधानी रांची में हुए ओपन नेशनल हुआ, जिसमे भावना ने फिर स्वर्ण पदक जीता.
- फरवरी 2020 में रांची में तीसरी पैदल चाल राष्ट्रिय प्रतियोगिता में भावना ने न केवल स्वर्ण पदक जीता बल्कि अपना नया रिकॉर्ड बनाते हुए ओलंपिक 2020 के लिए क्वालीफाई भी किया.
भावना जाट के पुरे करियर का सफर | Bhavna Jat Career Statistics
2010 to 2014 | स्कूल स्तर की प्रतियोगिता |
2014 | जूनियर नेशनल चैंपियनशिप (रजत पदक) |
2015 | जूनियर फेडरेशन (सिल्वर पदक), हैदराबाद |
2016 | 10 किमी पैदल चाल प्रतियोगिता (सिल्वर पदक), जयपुर |
2016 To 2019 | रेलवे जॉब (TC), कोलकाता हावड़ा |
2019 | 20 किमी पैदल चाल प्रतियोगिता (स्वर्ण पदक), रांची और |
2020 | रांची में तीसरी पैदल चाल राष्ट्रिय प्रतियोगिता (स्वर्ण पदक), ओलंपिक 2020 के लिए क्वालीफाई |
रांची में आयोजित प्रतियोगिता में भावना जाट ने 20 किलोमीटर की दुरी 1 घंटा 29 मिनट और 54 सेकेंड्स में पूरी करके पैदल चल प्रतियोगिता का नया राष्ट्रिय रिकॉर्ड बना लिया, टोक्यो ओलंपिक 2020 में क्वालीफाई करने के लिए 1 घंटा 31 मिनट का समय था. ऐसे में भावना ने ओलंपिक का भी टिकेट पक्का कर लिया . पैदल चल में भावना जाट अकेली महिला एथलिट है.