हमारा देश जब संकट से गुजर रहा था, इस समय कुछ ऐसे व्यक्तियों का देश को साथ मिला, जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवनकाल देश केलिए समर्पित कर दिया. इन्ही लोगों की यादि में नाम आता है डॉ. जाकिर हुसैन का. देश को विकास की और ले जाने में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है. डॉ. जाकिर हुसैन आज़ाद भारत के तीसरे राष्ट्रपति रहे है. आज़ादी के पहले उन्होंने स्वतन्त्रता सेनानी के रूप में कार्य किया. उनके नेतृत्व में देश में शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व क्रान्ति हुई. तो आइये डॉ. जाकिर हुसैन का जीवन परिचय विस्तार से जानते एवं समज़ते है.
डॉ. जाकिर हुसैन का जीवन परिचय | Dr Zakir Hussain Biography, Wiki, Age, Bio, Cast, Family, Political Party, History, Award & Achievements in Hindi
प्रारम्भिक जीवन | Zakir Hussain Early Life
डॉ. जाकिर हुसैन का जन्म 8 फरवरी 1897 को हैदराबाद आंध्रप्रदेश के सुम्भ्रांत परिवार में हुआ था. इनका जन्म एक शिक्षित और आर्थिक रूप से संपन्न परिवार में हुआ था. इनकी माता का नाम नाजनीन बेगम था. प्लेग नाम की बिमारी से ग्रस्त इनकी माँ की 1911 में ही मृत्यु हो गयी. थोड़े ही दिनों बाद इनके पिताजी का भी निधन हो गया. माता-पिता के कूल सात संताने थी, जिनमें यह दूसरे स्थान पर थे.
इनके पिताजी ने कानून के क्षेत्र में अच्छी जगह प्राप्त की थी. उनके पताजी ने शिक्षा का महत्व जाना था और वे अपनी संतानो को भी शिक्षा केलिए प्रेरित करते थे. पिताजी की मृत्यु के बाद, उनकी इच्छा पूर्ति केलिए जाकिर हुसैन ने अपनी शिक्षा में किसी भी तरह की रुकावट नहीं आने दी. इनकी प्रारंभिक शिक्षा इस्लामिया हाई स्कूल, इटावा से हुई. ऐंग्लो-मुस्लिम ऑरिएंटल कॉलेज जिसे वर्त्तमान में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के नाम से जाना जाता है, इस कॉलेज से कानून की पढाई की. यहासे एम.ए करने के बाद वे जर्मनी चले गए, और जर्मनी विश्वविद्यालय से 1926 में अर्थशास्त्र में पी.एच.डी की डिग्री प्राप्त की.
जीवन सफ़र | Zakir Hussain Life Journey
जर्मनी से पी.एच.डी करने के बाद वे भारत लौट आये. भारत में लौट आने के बाद उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया में शिक्षा सेवा प्रदान की. वर्ष 1927 में यह विश्वविद्यालय बंद होने के मार्ग पर था, इस समय इनके प्रयासों की वजह से यह संस्थान अपनी लोकप्रियता बरकरार रखने में कामयाब रहा. कूल इक्कीस वर्षों तक इन्होने जामिया मिलिया इस्लामिया में सेवा प्रदान की. इस समय भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम, आग की तरह भारत के हर हिस्से में फ़ैल रहा था. एक आदर्श शिक्षक के रूप में वे महात्मा गांधी की विचारधारा को प्रचारित करने में सफल रहे. वर्ष 1930 के दशक के मध्य तक उन्होंने देश के कई शैक्षिक सुधार आंदोलनो में सक्रीय हिस्सा लिया था.
राजनीतिक जीवन | Political Life
डॉ. जाकिर हुसैन को वर्ष 1948 में जवाहरलाल नेहरू की और से राज्यसभा का सदस्य बनाया गया. वर्ष 1956 में वे राज्यसभा अध्यक्ष बन गए, साथ ही भारतीय संसद के सदस्य बन गए. उन्होंने इस पद पर 1962 तक कार्य किया. वर्ष 1962 में वे देश के दूसरे उपराष्ट्रपति बन गए. उसके पश्चात 13 मई 1967 को वे भारत के तीसरे राष्ट्रपति बन गए. भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति बन कर उन्होंने इतिहास रच दिया.
कार्य एवं योगदान | Work and Contribution
डॉ. जाकिर हुसैन एक अनुशासनप्रिय व्यक्ति थे. उनके कार्यों से उनका देश के प्रति सन्मान और प्रेम नज़र आता है. उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी को बंद होने से बचाया, इसके बाद वे 1926 से 1948 तक इसके कुलपति रहे. महात्मा गांधी के कहने पर वे राष्ट्रीय शिक्षा आयोग के अध्यक्ष भी बने. 1956-58 में वह संयुक्त राष्ट्र शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति संगठन (यूनेस्को) की कार्यकारी समिति में रहे. 957 में उन्हें बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया. वे राष्ट्रपति के पद पर कार्यरत थे, इसी समय 3 मई 1969 को उनका देहांत हो गया. उनकी काया को जामिया मिलिया इस्लामिया के परिसर में ही दफनाया गया था. निधन होने के कारण वे अपना राष्ट्रपति कार्यकाल पूरा नहीं कर सके.
डॉ. जाकिर हुसैन महत्वपूर्ण रचनाएँ | Dr. Zakir Hussain Important Compositions
- केपेतिलिज्म,
- स्केल एंड मैथड्स ऑफ़ इकोनोमिकस,
- रिपब्लिक,
- शहीद की अम्मा,
- अँधा घोडा आदि,
- ए फ्लावर सोंग.
डॉ. जाकिर हुसैन सम्मान एवं पुरस्कार | Honors & Awards
- पदम्विभूषण (1954)
- भारत रत्न (1963)
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