किंजल दवे की जीवनी, जन्म, परिवार |
Kinjal Dave Biography, Age, Career, Family, Education, Net Worth , Caste, Parents in Hindi
किंजल दवे भारत की एक प्रसिद्ध गायिका है, जो कि गुजराती भजन और गरबा नाइट्स के लिए काफी काफी मशहूर है. उनके गाए हुए भगवान की भक्ति के गीत लोगों के दिल के काफी पास होते है. उनके सोशल मीडिया के अलग-अलग मंचो पर कई मिलियन फॉलोवर है. उन्होंने साल 2018 में गुजराती फिल्म “दादा हो डिक्री” में एक्टर के रूप में अपनी पहली फिल्म की थी. अगले ही साल जुलाई 2019 में दुनिया के सबसे बड़े राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी के साथ प्राथमिक सदस्य के रूप में शामिल हुई.
जन्म और परिवार
किंजल दवे का जन्म 24 नवम्बर 1999 को गुजरात के पाटण में हुआ था. वह 8-10 सदस्यों वाले निम्न-मध्यम वर्गीय ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखती हैं. उनके पिता ललितजी भाई एक डायमंड कंपनी में कार्य करते है और उनकी माँ का नाम भानुबेन है. किंजल का एक छोटा भाई आकाश दवे है. उन्होंने स्कूल की शिक्षा मनीबा स्कूल, अहमदाबाद से की है और स्नातक स्तर की पढ़ाई पतंजलि इंस्टीट्यूट ऑफ व्यवसाय, गुजरात से की है. उन्होंने अपने लम्बे समय के बचपन के दोस्त पवन जोशी जो कि व्यापारी है, के साथ 18 अप्रैल 2018 में प्रेम विवाह किया था. किंजल को उनके अच्छे गीत गाने के लिए कई पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, 2019 में उनको 12वां गौरवशाली गुजरात अवार्ड दिया गया था और उसी के अगले साल 2020 में The Pride of India Award in music category पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
पूरा नाम | किंजलबेन दवे जोशी |
अन्य नाम | कंजी |
जन्म | 24 नवम्बर 1999 |
जन्म स्थान | पाटण, गुजरात, भारत |
उम्र (2022 में) | 23 साल |
कार्य | गायका और एक्टर |
पिता का नाम | ललितजी भाई |
माँ का नाम | भानुबेन |
भाई का नाम | आकाश दवे |
पति का नाम | पवन जोशी |
पसंदीदा भोजन | भाखरी कढ़ी-चावल तली हुई मिर्च |
स्कूल | मनीबा स्कूल, अहमदाबाद |
कॉलेज | पतंजलि इंस्टीट्यूट ऑफ बिज़नस, गुजरात |
डिग्री | स्नातक स्तर (Graduation) |
फिल्म | आशिकी 2 और जय गंगाजल (2016 में) |
पुरस्कार | गौरवशाली गुजरात अवार्ड (2019 में ) The Pride of India Award(2020 में) |
ऊंचाई | 5’ 5″ फीट” |
वजन | 53 किलो |
आँखों का रंग | काला |
बालो का रंग | काला |
करियर की शुरुवात
किंजल को संगीत में रूचि 7 साल की उम्र से ही है, उन्होंने समाज में नवरात्रि के समय भजन गाने से की थी. उनके पिता और उनके चाचा गुजराती गाने लिखते और गाया करते थे. उनको उनके पिता और माँ का हमेशा से ही प्रोत्साहन मिलता रहा है और उनके पिता उनको गाने के रियास में सहायता भी करते थे. वह 17 साल की उम्र में ही एक प्रसिद्ध गुजराती गायिका बन चुकी थी और 19 साल की उम्र में किंजल का नाम भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के गुजरातियों के बीच एक जाना माना नाम बन गई.
वह लोगो के बीच सुखियो में तब आई थी जब उनका गया हुआ गाना ‘चार बंगड़ीवाली गाडी’ आया और तुरंत हिट हो गया. यह गाना यूट्यूब पर आते ही 7 दिन के अंदर तुरंत 10 मिलियन व्यू के भी पार चला गया था. उनके गाए हुए लगभग सभी गाने मून भाई रबारी ही लिखते है. उनके नाम पर100 से भी ज्यादा संगीत एल्बम है.
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