“मधुमिता राउत” शास्त्रीय नृत्य कला का एक ऐसा नाम है जिनके बारे में लोगो ने सुना तो बहुत है पर बहुत कम लोग इनके बारे में जानते है. मधुमिता राउत अपने आप में एक उदाहरण है, उनके लिए जो लोग सोचते है कि जीवन में अच्छी डिग्री हासिल कर के ही बहुत बड़ा नाम कमाया जा सकता है. चलिए जानते है मधुमिता राउत के बारे में शुरू से…
मधुमिता राउत का जन्म और शुरुआती जीवन |Madhumita Raut Biography in Hindi
मधुमिता राउत एक ओडिसी इंडियन क्लासिकल डांसर है इन्हें कुनमुन्नी भी कहते है. इनके पिता अपने आप में एक महान ओडिसी इंडियन क्लासिकल डांस के गुरु थे, जिनका नाम मायाधर राउत है. इनकी माता का नाम ममता खुंटिया है. मधुमिता के पिता श्री मायाधर राउत ने 1950 के दशक में शास्त्री-आधारित ज्ञान के साथ ओडिसी (भारतीय शास्त्रीय नृत्य) को पुनर्जीवित किया.
मधुमिता राउत का परिवार और विद्यार्थी जीवन | Madhumita Family and Study
मधुमिता राउत का जन्म 29 अप्रैल को दिल्ली में हुआ था. मधुमिता के दो भाई है जिनका नाम टीबलू और बबलू है. वह नृत्य और संगीत के माहौल में पली-बड़ी है, जहां उन्होंने ओडिसी को अपने पिता से सीखा. उन्होंने भारतीय विद्या भवन स्कूल से स्कूली शिक्षा की और बाद में दिल्ली में इंद्रप्रस्थ कॉलेज में अध्ययन किया, जहां से उन्होंने अंग्रेजी साहित्य में मास्टर डिग्री ली. मधुमिता ने परफॉर्मिंग आर्ट्स में डिप्लोमा भी किया है.
मधुमिता राउत की नृत्य कला और नवीनीकरण | Madhumita Raut New Innovation in Classical Dance
उन्होंने अपने पिता से कला स्वरूप एक्सप्रेशन और शास्त्र की तकनीकें सीखीं. उनके पिता मायाधर राउत ने अपने पूरे करियर में उन्हें शास्त्रीय नृत्य कला सिखाई. उन्होंने इस कला में कई नवीनीकरण भी किए हैं. हंगरियन कविता पर रचनाएं, गोएथे की कविताओं पर कोरियोग्राफी रचनाएं और हॉलैंड में बेलिनिसे नर्तक दीया तांत्री के साथ फ्यूज़न डांस उनके नवीनीकरण में शामिल हैं.
मधुमिता ने इंग्लिश भाषा पर पीएचडी की है. शिक्षा के क्षेत्र में इतनी अव्वल होने के बावजूद मधुमिता ने अपना करियर नृत्यकला में ढूँढा और वैसा मुकाम पाया भी. मधुमिता के पिता का कहना था कि मधुमिता को उसकी बहुत कम उम्र से सिखा रहा हूँ. उसमे एक अलग बात थी, इतनी छोटी उम्र में उसके एक्सप्रेशन बहुत अद्भुत थे जो इस कला में और निखार लाते है. आगे चलकर मधुमिता ने अपने पिताजी के ही शुरू किये गए नृत्य प्रशिक्षण स्कूल “मायाधर राउत स्कूल ऑफ़ ओडीसी डांस” में इस कला को सिखाना शुरू किया.
मधुमिता राउत की उपलब्धियाँ | Madhumita Raut Achievement and Important Facts
उन्होंने दान की दृष्टि से कई लाइव शो में परफॉर्म किया है ताकि गैर सरकारी संगठनों(NGOs) के लिए फण्ड इक्कठा हो सके. नीदरलैंड के एक चैनल “I” ने उन पर एक डाक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाई है. मधुमिता ने एक डच फिल्म भी की है जिसमे वे मुख्य भूमिका में दिखाई दी है और ऐसी कई विदेशी डाक्यूमेंट्री फिल्मो में अभिनय किया है, जिसमे भारतीय संस्कृति के बारे में बताया गया है.
“ओडिसी: व्हाट, व्हाट एंड हाउ: इवोल्यूशन, रिवाइवल एंड टेक्निक” उनका प्रकाशित काम है. उन्होंने सभी प्रमुख भारतीय नृत्य त्योहारों के साथ-साथ विदेशों में भी लाइव प्रदर्शन किया है.
मधुमिता राउत का विदेशो में प्रदर्शन | Madhumita Raut Foreign Shows
मधुमिता राउत ने आयरलैंड, इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, हॉलैंड, जर्मनी, बेल्जियम, हंगरी, ऑस्ट्रिया, स्पेन, मोरोक्को, फ्रांस, पुर्तगाल, जापान, यूएसए आदि में प्रमुख नृत्य त्यौहारों में प्रदर्शन किया है. दुनिया भर में ओडिसी प्रचार करने के अपने मिशन में उन्हें 29 से अधिक देशों में नृत्य प्रदर्शन करने का गौरव प्राप्त है.
भारत निर्माण पुरस्कार से सम्मानित, मधुमिता राउत दिल्ली में रहती हैं जहां वह दिल्ली के सबसे सक्रिय और परिणाम उन्मुख ओडिसी नृत्य विद्यालय, ओडिसी नृत्य के मायाधर राउत स्कूल में प्रबंधन और सिखाती हैं.