प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जीवनी, राजनीतिक जीवन | PM Narendra Modi Biography (Birth, Education, Caste), Political Career in Hindi
नरेन्द्र मोदी भारत गणराज्य के 15वें और वर्तमान प्रधानमंत्री हैं. उनको भारत की जनता ने साल 2014 और 2019 में देश के प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया हैं. साल 2014 और 2019 में भाजपा की पूर्ण बहुमत के साथ जीत हुई थी और नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे. नरेन्द्र मोदी के पास भारत के प्रधानमंत्री पद से पहले गुजरात के मुख्यमंत्री का पद था. नरेन्द्र मोदी युवा अवस्था में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक भी रह चुके है.
बिंदु(Points) | जानकारी (Information) |
नाम(Name) | नरेन्द्र मोदी |
पद (Post) | भारत के प्रधानमंत्री |
जन्म दिनांक (Birth Date) | 17 सितम्बर 1950 |
जन्म स्थान (Birth Place) | वडनगर |
पिता का नाम(Father Name) | दामोदर दास मूलचंद मोदी |
माता का नाम (Mother Name) | हीराबेन मोदी |
भाई का नाम(Brother Name) | सोमाभाई मोदी, अमृत मोदी, प्रहलाद मोदी, पंकज मोदी |
बहन का नाम(Sister name) | वासंती |
धर्मं (Religion) | हिन्दू |
जाति(Caste) | ओबीसी |
राजनीतिक पार्टी (Political Party) | भारतीय जनता पार्टी |
निवास स्थान(Residence) | गांधीनगर, गुजरात |
राशि (Astrology) | कन्या |
उम्र(Age) | 69 वर्ष |
आँखों का रंग(Eyes color) | काला |
नरेन्द्र मोदी का जन्म और परिवार (Narendra Modi Birth and Family)
भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का जन्म गुजरात के वडनगर में 17 सितम्बर 1950 में हुआ था. नरेन्द्र मोदी अपने माता-पिता के तीसरे पुत्र है. नरेन्द्र मोदी के पिता का नाम दामोदर दास मोदी और माता का नाम हीराबेन मोदी था. मोदी के 3 भाई है. सोमभाई मोदी, प्रहलाद मोदी और पंकज मोदी. मोदी जी की एक बहन भी है, उनकी बहन का नाम वासंती बेन मोदी है.
नरेन्द्र मोदी की शिक्षा (Narendra Modi Education)
नरेन्द्र मोदी की प्रारंभिक शिक्षा वडनगर में ही हुई थी. मोदी जी के शिक्षकों के अनुसार मोदी जी सामान्य छात्र ही थे. लेकिन उनकी वाद विवाद में रुचि ज्यादा थी. वे अपनी कक्षा के सबसे बढ़िया वक्ता थे. 1967 में मोदी ने अपनी स्कूल की शिक्षा पूरी की. मोदी जी ने उसी समय के दौरान अपने बड़े भाई सोमभाई मोदी के साथ चाय बेचना शुरू किया. कुछ समय बाद मोदी जी ने घर छोड़ दिया था. घर छोड़ने के बाद मोदी जी उत्तर भारत के कई राज्यों में घूमने और हिन्दू संस्कृति की जान-पहचान करने गए. 4 सालों तक भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में भ्रमण करने के बाद मोदी जी 1971 में वापस गुजरात लौटे. गुजरात आने के बाद मोदी जी ने अहमदाबाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक भी बने. सन् 1978 में मोदी जी ने दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीतिक विज्ञान में ग्रेजुएशन किया. सन् 1983 में मोदी ने गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में ही मास्टर की डिग्री भी प्राप्त की.
शुरूआती राजनीतिक जीवन (Narendra Modi Intial Political Career)
नरेन्द्र मोदी को स्कूल के समय से ही वाद-विवाद में बहुत रुचि थी. वे राजनीति में बचपन से ही नहीं जाना चाहते थे. जब वे 13-14 साल के थे तब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे. 1964 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय वे अकेले ही थे जो रेलवे स्टेशन पर रुक कर सेना के जवानों के लिए खाना पहुंचाते थे.
अपनी युवा अवस्था में नरेन्द्र मोदी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् से जुड़े. वहां रह कर मोदी जी ने कई वर्ष विद्यार्थी स्तर पर ही देश की सेवा की. इसके बाद मोदी जी अटल बिहारी बाजपेयी के नेतृत्व में भाजपा से जुड़े. शंकर लाल वाघेला के साथ नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में पार्टी को ऊंचे स्तर पर पहुँचाया.
90 के दशक में भाजपा के लिए अटल जी उभरते हुए विपक्षी नेता साबित हो रहे थे. भाजपा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही थी. सन् 1995 में गुजरात में भाजपा सत्ता में आई. सत्ता में आने के बाद नरेन्द्र मोदी को सोमनाथ से लेकर अयोध्या तक की रथ यात्रा की ज़िम्मेदारी दी गयी थी. यात्रा निर्विघ्न सफल रही. इस यात्रा के कुछ समय बाद ही कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक की यात्रा भी निकाली गयी. इन दोनों यात्रा में नरेन्द्र मोदी ने अहम भूमिका निभाई थी. इससे पहले 1995 के गुजरात चुनाव की रणनीति तैयार करने में मोदी जी का सबसे बड़ा हाथ था. जैसे ही भाजपा ने 1995 का गुजरात चुनाव जीता वैसे ही नरेन्द्र मोदी को पार्टी का महामंत्री बना दिया गया. यहाँ से मोदी जी का दिल्ली का सफ़र शरू हुआ. दिल्ली जाते ही मोदी जी को अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार में रहते हुए हरयाणा और हिमाचल प्रदेश का कार्यभार मिला. यहाँ पर मोदी जी ने भाजपा का प्रचार किया.
गुजरात के मुख्यमंत्री (Narendra Modi as Chief Minister of Gujarat)
सन् 2001 में केशुभाई पटेल भाजपा की ओर से गुजरात के मुख्यमंत्री थे. उनके नेतृत्व में भाजपा गाँधीनगर के उप-चुनाव हार गयी थी. गाँधी नगर की सीट पर लालकृष्ण आडवाणी थे. लालकृष्ण आडवाणी ने चुनाव हारने के बाद गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल को मुख्यमंत्री पद से हटा कर नरेन्द्र मोदी को मुख्यमंत्री बनाया था. मुख्यमंत्री बनने के बाद 2002 तक उन्होंने सिर्फ छोटी सरकारी संस्थाओं को मज़बूत बनाने के लिए काम किया. उनके सर पर 2002 के चुनावों का भी बोझ था. मुख्यमंत्री बनने से पहले मोदी जी के पास किसी भी प्रकार का प्रशासनिक अनुभव नहीं था. इसीलिए पार्टी उन्हें शुरु में उप-मुख्यमंत्री बनाना चाहती थी. लेकिन मोदी जी ने इसके लिए मना कर दिया था उन्होंने अटल जी और लालकृष्ण अडवानी को कहा था कि या तो आप मुझे गुजरात की पूरी ज़िम्मेदारी दीजीये या कुछ भी मत दीजीये.
अपने दुसरे कार्यकाल में मोदी जी ने गुजरात के आर्थिक विकास पर ज्यादा ध्यान दिया. इस कारण गुजरात भारत का सबसे बड़ा उद्योग क्षेत्र बन गया था. मोदी जी ने गुजरात में कई तकनीकी और वित्तीय योजनायें स्थापित की. 2007 में गुजरात में हुए वाइब्रेंट गुजरात समिट में मोदी जी ने 6 लाख करोड़ का निवेश कराया. 2007 में मोदी जी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में 2063 दिन पूरे किये थे और मोदी जी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के पद पर सबसे ज्यादा समय रहने का रिकॉर्ड भी अपने नाम दर्ज किया.
2007 में गुजरात की जनता ने मोदी जी को लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री चुना. इस जीत के बाद मोदी जी ने अपने कार्यकाल में कृषि के क्षेत्र में ज्यादा विकास किया. कच्छ, सौराष्ट्र और उत्तरी गुजरात में पानी के सप्लाई के कारण ही ये संभव हो पाया था. इन सभी प्रोजेक्ट्स के साथ ही मोदी जी ने किसानों को फार्म भी उपलब्ध कराये. 2008 में मोदी सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में 5,000,00 से ज्यादा प्रोजेक्ट पर सफल काम किया. इनमे से 1,13,738 बांध थे. 2010 में 112 में से 60 तहसीलों में पानी पहुँचाया गया था. गुजरात के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था. मोदी जी ने गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली पहुंचाई जिससे किसानों को कृषि में मदद मिली. 2012 की शुरुआत में मोदी जी ने सद्भावना मिशन चलाया. इस योजना ने राज्य के मुसलामानों पर अच्छा प्रभाव डाला. मोदी जी ने उस समय केंद्र की गतिविधियों पर भी ध्यान दिया. और देश की भलाई के लिए अपनी राय भी दिया करते थे. लेकिन उनका ध्यान गुजरात के विकास से नहीं हटा. जब बम्बई में 26/11 के आतंकी हमले हुए थे तब मोदी जी ने गुजरात के समुद्री तट की सुरक्षा भी दुगनी कर दी थी.
मोदी जी अपने चुनावी क्षेत्र मणिनगर से भी लगातार चौथी बार बहुत ही बड़े अंतर से चुनाव जीता और गुजरात के मुख्यमंत्री का चुनाव भी जीता. लेकिन उनका ये कार्यकाल सिर्फ 2 साल(2012-2014) का ही था. इस छोटे से कार्यकाल में मोदी जी ने गुजरात के उज्वल भविष्य के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए और गुजरात के समृद्ध भविष्य की नीव रखी.
गुजरात दंगे
फरवरी 2002 में गुजरात में साम्प्रदायिक हिंसा भड़क गयी थी. गोधरा के पास ट्रेन से जा रहे तीर्थ यात्रियों को कुछ मुसलामानों ने ट्रेन के साथ ही जला कर मार दिया था. इस घटना को गोधरा काण्ड के नाम से जाना जाता है. गोधरा काण्ड के बाद पूरे गुजरात में मुस्लिम विरोधी हिन्सा शुरू हो गयी. इन दंगों के कारण पूरे गुजरात में 2000 से ज्यादा लोगों की जान गयी थी. दंगाइयों पर काबू पाने के लिए सरकार ने कई शहरों में कर्फ्यू लगा दिया था.
इन दंगों में मीडिया और विपक्ष ने मोदी सरकार पर आरोप लगाना शुरू कर दिए. कई सालों बाद 2009 में सुप्रीम कोर्ट ने विशेष इन्वेस्टीगेशन टीम का गठन किया. उस इन्वेस्टीगेशन टीम ने 2010 में रिपोर्ट पेश की jismenजिसमें मोदी जी और उनकी सरकार के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले. लेकिन 2013 में उस इन्वेस्टीगेशन टीम पर विपक्ष ने आरोप लगाए कि उन्होंने मोदी जी के खिलाफ सबूत छुपाए या मिटाए थे. इस घटना के बाद मीडिया ने भाजपा पर मोदी जी को हटाने का दबाव बनाया. पर भाजपा ने मोदी जी को नहीं हटाया और अगले चुनाव में भाजपा ने 182 में से 127 सीटों पर जीत हासिल की. इस जीत के साथ मोदी जी ने अपने सभी आलोचकों के मुंह बंद कर दिए.
प्रधानमंत्री पद के लिए तैयारी (PM Narendra Modi Election Campaign)
2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी ने पूरे देश भर में 430 से ज्यादा रैलियां की. ये रैलियां देश के पच्चीस राज्यों में आयोजित की गयी थी. 2014 के चुनावों में मोदी प्रधानमंत्री पद के सबसे बड़े उम्मीदार थे. भाजपा की जीत पूरी तरह से नरेन्द्र मोदी पर ही निर्भर थी. क्योंकि उस चुनाव में मोदी जी को उस क्षेत्र से भी वोट मिले जहाँ पर से भाजपा को सांसद आने की उम्मीद नहीं थी. पूरे देश के सामने मोदी जी ने जो गुजरात मॉडल तैयार किया था. उसे देख कर हर कोई यही चाहता था की मोदी जी ही देश के प्रधानमंत्री बने. चुनावों की तैयारी के दौरान ही उन्होने एक कार्यक्रम चाय पे चर्चा के माध्यम से आम लोगों की समस्याएँ सुनी और उनके सवालों के जवाब भी दिए. मोदी जी ने कई राज्यों में तो 8 या 10 रैलियां ही की लेकिन इन राज्यों में भी भाजपा को बहुत से सांसद मिले और भाजपा ने 2014 के चुनाव में एक ऐतिहासिक जीत दर्ज की.
प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल (Period as a Prime Minister of Narendra Modi)
26 मई 2014 को नरेन्द्र मोदी ने भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. शपथ लेते समय मोदी जी ने कई बड़े वादे किये थे इन वादों में मुद्रास्फीति की दर कम करना, जी.डी.पी. का नवीनकरण और विदेश से काला धन लाना प्रमुख थे. मोदी जी के कार्यकाल के 100 दिन जैसे ही पूरे वैसे ही उन्होंने जनता से बात की और उन्हें देश की उपलब्धियां बताई. और जनता के लिए आने वाली योजनाओं के बारे में बताया. उन 100 दिनों के बाद मोदी जी के कई कामों की सराहना नहीं हुई क्योंकि 100 दिनों में ही देश की शकल नहीं बदली जाती. मोदी जी उस समय विपक्ष के निशाने पर थे. जैसे-जैसे मोदी जी का कार्यकाल बढ़ते जा रहा था वैसे-वैसे नरेन्द्र मोदी जी के आलोचक भी बढ़ रहे थे. लेकिन मोदी जी के द्वारा चलाई गयी कई स्कीम विपक्ष के नेताओं को भी पसंद आई कई बड़े विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ भी की है. इन स्कीमों में सबसे सफल स्वच्छ भारत अभियान रहा. स्वच्छ भारत अभियान चलाने के बाद देश में सफाई का स्तर फर्श से अर्श पर चला गया है. स्वच्छ भारत अभियान ने भारत की छवि विश्व भर में सुधार दी है.
दूसरी बार फिर से बने प्रधानमंत्री:
मोदी जी ने अपनी महानता, इमानदारी से एक बार फिर लोकसभा चुनाव 2019 बहुमत के साथ जीता और देश के दूसरी बार प्रधानमंत्री बन गए. उन्होंने देश की सेवा में में अपना जीवन लगा कर हम सभी को प्रेरणा दी है. उनकी श्रेष्ठता पुरे भारत देश के लिए एक मिसाल है.
प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी द्वारा शुरू की गयी योजनाएं (PM Narendra Modi Schemes)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने कार्यकाल के दौरान कई योजनाएं चलाई ये योजनायें निम्नानुसार हैं:-
- डिजिटल इंडिया
- प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना
- अटल पेंशन योजना
- प्रधानमंत्री आवास योजना
- प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
- प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना
- प्रधान मंत्री नेशनल नुट्रिशन मिशन
- प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना
- सांसद आदर्श ग्राम योजना
- प्रधानमंत्री ग्राम सिंचाई योजना
- प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजनाएं
- ऑपरेशन ग्रीन्स मिशन
- जीएसटी ई-वे बिल
- उजाला स्कीम
- स्मार्ट सिटी मिशन
- स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया
- उड़ान स्कीम
- वन रैंक वन पेंशन स्कीम
- विकल्प स्कीम
- नेशनल इंस्टीटूशन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया (नीति आयोग)
- रियल एस्टेट बिल
- विद्यांजलि योजना
- सौर सुजाला योजना
- प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान
- प्राइम मिनिस्टर रिसर्च फेलोशिप स्कीम
- प्रधानमंत्री जन धन योजना
- आयुष्मान भारत
- आयुष्मान भारत
- प्राइम मिनिस्टर इम्प्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम
- प्राइम मिनिस्टर रिसर्च फेलोशिप स्कीम
- साइबर सुरक्षित भारत प्रोग्राम
- कुसुम स्कीम
- सोशल सिक्योरिटी स्कीम
- सोशल सिक्योरिटी स्कीम
- मार्केट एश्योरेंस स्कीम
- सृष्टि स्कीम
- मेक इन इंडिया
- स्किल इंडिया
- मिशन इन्द्रधनुष
- दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्या योजना
- प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना
- गोल्ड मोनेटाईजेशन स्कीम
- डिजिलॉकर
- नेशनल बाल स्वछता मिशन
- श्यामा प्रसाद मुखेर्जी रुर्बन मिशन
- नेशनल स्पोर्ट्स टैलेंट सर्च स्कीम
- प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना
- आधार लिंकिंग
- टीबी मिशन 2020
- स्टैंड अप इंडिया लोन स्कीम
- ऊर्जा गंगा
- एक भारत श्रेष्ठ भारत
- 500 और 1000 के नोट बंद
- जन धन खाता धारकों के लिए बीमा योजना
- गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय पोषण मिशन
- क्लीन माय कोच
- शाला अश्मिता योजना
- प्रधानमंत्री ग्राम परिवहन योजना
- राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान
- राइज योजना – सभी सरकारों उच्च शिक्षा संस्थानों में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए योजना
- प्रधानमंत्री रोजगार निर्माण कार्यक्रम
- प्रधान मंत्री महिला शक्ति केंद्र योजना
- धनलक्ष्मी योजना
- प्रधान मंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान
- स्मार्ट गंगा सिटी
- प्रधान मंत्री युवा योजना
- राष्ट्रीय आदिवासी उत्सव
- प्रधान मंत्री सहज बिजली हर घर योजना
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान
- भारत नेशनल कार असेसमेंट प्रोग्राम
- प्रवासी कौशल विकास योजना
- महिला उद्यमियों के लिए स्टार्ट-अप इंडिया योजना
- नार्थ ईस्ट स्पेशल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्कीम
- आयुष्मान भारत योजना – राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण मिशन और स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र
- ड्राइवर्स के लिए ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर योजना
- महिला उद्यमिता मंच
- दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना
- अटल मिशन फॉर रेजुवेनशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन (अमृत योजना)
- स्वदेश दर्शन योजना
- पिल्ग्रिमेज रेजुवेनशन एंड स्पिरिचुअल ऑग्मेंटेशन ड्राइव (प्रसाद योजना)
- नेशनल हेरिटेज सिटी डेवलपमेंट एंड ऑग्मेंटेशन योजना (ह्रदय योजना)
- ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर स्कीम
- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
- नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम
- ग्राम उदय से भारत उदय अभियान
- मिशन भागीरथ
- प्रधान मंत्री सुरक्षित सड़क योजना
- राईट टू लाइट स्कीम
- राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव
- शहरी हरित परिवहन योजना
- अफोर्डेबल मेडिसिन एंड रिलाएबल इम्प्लांट्स फॉर ट्रीटमेंट
- प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना
- वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना 2017
- मछुआरों के लिए मुद्रा लोन योजना
- व्यापारियों के लिए भीम आधार एप
- खाद्य संसाधन उद्योग के लिए सम्पदा योजना
- मुस्लिम लड़कियों के लिए शादी शगुन योजना
- स्त्री स्वाभिमान योजना
- विदेश में काम करने वाले भारतीय मूल के वैज्ञानिकों के लिए वज्रा योजना
- प्रधानमंत्री ग्राम परिवहन योजना
- संकल्प से सिद्धि
- नमो योजना केंद्र योजना
- स्कीम फॉर कैपेसिटी बिल्डिंग इन टेक्सटाइल सेक्टर
- क्रेडिट गारंटी फण्ड फॉर एजुकेशन लोन, सेंट्रल सेक्टर इंटरेस्ट सब्सिडी स्कीम
- सोलर चरखा स्कीम
- प्रधानमंत्री जन औषधि योजना
- ग्रीन अर्बन मोबिलिटी स्कीम
- भीम रेफेरल बोनस स्कीम और कैशबैक स्कीम
- स्त्री स्वाभिमान
- गोबर धन स्कीम
- खेलो इंडिया स्कूल गेम्स
- स्कीम फॉर एडोलसेंट गर्ल्स
- अटल भूजल योजना
- लिवेबिलिटी इंडेक्स प्रोग्राम
- स्वच्छ भारत अभियान
- सॉइल हेल्थ कार्ड स्कीम
- पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते योजना
- इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम
- राइज स्कीम
- प्रकाश पथ – वे टू लाइट
- राष्ट्रीय गोकुल मिशन
- नमामि गंगे प्रोजेक्ट
- प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना(इंदिरा आवास योजना का नया नाम)
- गंगाजल डिलीवरी स्कीम
- सामाजिक अधिकारिता शिविर
- विद्यालक्ष्मी लोन स्कीम
- डिजिटल ग्राम
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
- प्राइम मिनिस्टर इम्प्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम
- राष्ट्रीय वयोश्री योजना
- MIG के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना लोन स्कीम
- शत्रु सम्पति कानून
- ट्रिपल तलाक कानून
- भारत के वीर पोर्टल
- प्रधानमंत्री वय वंदन योजना
- कृषि में मशीनरी के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए योजना
- जैविक खेती पोर्टल
- ऑपरेशन ग्रीन्स मिशन
- प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना
- नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम
- फेम इंडिया स्कीम
- कंडोनेशन ऑफ डिले स्कीम
- किसान विकास पत्र
- बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना
- नेशनल बायोफ्यूल पॉलिसी 2018
- सागरमाला प्रोजेक्ट
- उज्वल डिस्कॉम एश्योरेंस योजना
- पहल – डायरेक्ट बेनिफिट्स ट्रांसफर फॉर LPG कंज्यूमर्स स्कीम
- सेतु भारत प्रोजेक्ट
- उन्नत भारत अभियान
- रेलवे यात्री बीमा योजना
- स्वयं प्रभा
- गर्भवती महिलाओं के लिए आर्थिक सहायता योजना
- पॉवेरटेक्स इंडिया स्कीम
- ग्रैच्युटी भुगतान के लिए संशोधित बिल 2018
- श्यामप्रसाद मुखर्जी रर्बन मिशन
- डीजी लोकर स्कीम
- ई बस्ता पोर्टल
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना
- संपूर्ण डाक जीवन बीमा ग्राम योजना
- उज्ज्वला सेनेटरी नैपकिन पहल योजना
- रायतू बंधू योजना
- आर्थिक आधार पर 10% आरक्षण योजना
- किसान क़र्ज़ माफ़ी योजना
- उड़ान योजना
- स्वयं प्रभा योजना
- वरुण मित्र योजना
धन्यवाद आपको यह लेख कैसा लगा हमे कमेंट बॉक्स में जरुर बताए.
इसे भी पढ़े :
- भारत के पहले अन्तरिक्ष यात्री राकेश शर्मा की जीवनी
- सुमित्रानंदन पन्त की जीवनी
- हिमा दास का जीवन परिचय
bahut hi achhi jankari share ki hai
nice post
हमे गर्व है की हमारे भारत को मोदीजी जसे प्रधानमंत्री मीले