पुष्यमित्र भार्गव की जीवनी, जन्म, परिवार
Pushyamitra Bhargav Biography, Age, Career, Family, Education, Net Worth, Caste, Parents In Hindi
पुष्यमित्र भार्गव इंदौर शहर के महापौर है, वह 17 जुलाई 2022 को कांग्रेस के उम्मीदवार संजय शुक्ला को 1,32,956 वोट से हराकर विजय बने थे. वह मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय (इंदौर खंडपीठ) में अधिवक्ता के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके है. वह स्कूल के समय से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुए है. बाल्यावस्था से ही उनके अंदर राष्ट्रसेवा और राष्ट्रप्रेम की भावनाएं है और वह विश्व के सबसे बड़े छात्र संघठन, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से भी जुड़े रह हैं.
पुष्यमित्र निष्ठापूर्वक सेवा करते हुए सदस्य से लेकर महाविघालय एवम् विश्वविघालय अध्ययन शाला के अध्यक्ष पद पर रहते हुए, इंदौर की तरुणाई को संघठन से जोड़ने के दायित्व का सफलतापूर्वक निर्वहन किया है. वकालत पूरी करने के बाद उन्होंने मध्यप्रदेश और उत्तर पूर्व केअनेक सुदूरवर्ती गांवों में क़ानूनी सक्षमता शिविरों का कुशलतापूर्वक नेतृत्व किया, जिसका सीधा लाभ सैकड़ों ग्राम और आदिवासी परिवारों को मिल रहा है.
भार्गव ने राष्ट्रभक्ति, राष्ट्रसेवा और राष्ट्रकल्याण की विचारधारा से देश के युवाओं को जोड़ने हेतु युवा जागृत संगठन एवम् संस्था संघमित्र का गठन किया है और इसके माध्यम से हज़ारों स्वयंसेवी युवाओं के विशाल समूह का निर्माण कर रहे हैं. वह हर वर्ष बाबा भीमराव आम्बेडकर जयंती पर इंदौर नगर को स्वच्छ बनाने वाले स्वच्छताकर्मियों के भव्य सम्मान समारोह का आयोजन करते आ रहे है.
पुष्यमित्र भार्गव ने अपनी युवावस्था में स्वदेशी के प्रखर वक्ता, आज़ादी बचाओ आन्दोलन के माध्यम से पूरे देश में अलख जगाने वाले श्री राजिव जी दीक्षित का व्याख्यान इंदौर के गांधी हॉल में आयोजित किया था.
जन्म और परिचय
पुष्यमित्र भार्गव का जन्म भारत का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में एक सुशिक्षित परिवार में हुआ था. उन्होंने M. Phil (Law), LLM in Business Law, BA LLB (Hons.), Diploma in Cyber Law जैसी शैक्षिक योग्यता प्राप्त की है. इसके अलावा उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की है. उनके पिता डॉ.राजेंद्र शर्मा, भाई डॉ.सर्वमित्र भार्गव एवं उनके काका डॉक्टर के रूप में अपनी सेवाएं शहर में दे रहे है. उनकी माँ श्रीमती निर्मला शर्मा सेवानिवृत शिक्षिका है. उनकी धर्मपत्नी जूही भार्गव अधिवक्ता के रूप में सक्रिय है. उन दोनों का एक बेटा संघमित्रा भार्गव है. पुष्यमित्र को कौटिल्य एकेडमी द्वारा ‘राष्ट्रीय विधिज्ञ ज्ञान पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया है.
पूरा नाम | पुष्यमित्र राजेंद्र भार्गव |
जन्म स्थान | इंदौर, मध्यप्रदेश, भारत |
पिता का नाम | डॉ.राजेंद्र शर्मा |
माता का नाम | श्रीमती निर्मला शर्मा |
भाई का नाम | डॉ.सर्वमित्र भार्गव |
पत्नी का नाम | श्रीमती जूही भार्गव |
पुत्र का नाम | संघमित्रा भार्गव |
शैक्षिक योग्यता | एम. फिल (लॉ) एल.एल.एम. (बिज़नस) बीए एल.एल.बी. (ओनर्स) साइबर लॉ में डिप्लोमा पत्रकारिता की डिग्री |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी (BJP) |
कॉलेज | देवी अहिल्या विश्वविद्यालय |
राजनैतिक जीवन की शुरुआत
भार्गव ने राजनैतिक जीवन की शुरुआत में ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री के रूप में गुवाहटी में 2005 से 2007 तक युवाओं में ना केवल राष्ट्रवाद की विचारधारा को जगाया बल्कि युवाओं के एक विशाल जनसैलाब को ABVP का सदस्य बनाकर असम में परिषद का झंडा बुलंद किया. वह ABVP के इंदौर संयोजक रहे और मध्यभारत प्रान्त SFD प्रमुख के रूप में इंदौर विश्वविघालयो में छात्रों को ABVP से जोड़ने की कठिन चुनौती को पूर्ण किया.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में वर्षो के अनुभव, जमीनी जुड़ाव एवम् युवाओं से प्रत्यक्ष संपर्क के कारण, भारतीय जनता पार्टी की युवा विंग भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य के रूप में देश के युवाओं में देशभक्ति की वैचारिक क्रांति का संचार करने के दायित्व का सफलता से निष्पादन किया. उन्होंने तत्कालीन भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष श्री अनुराग ठाकुर के साथ “राष्ट्रीय एकता यात्रा” में वाहिनी संयोजन के रूप में कार्य किया. उन्होंने इसमें लाखों युवाओं का सफल नेतृत्व करते हुए राष्ट्रीय पटल पर अपनी पहचान बनाई.
पुष्यमित्र के कार्य
भार्गव हमेशा सार्वजनिक मंचों पर आम आदमी से जुड़े मुद्दे उठाते नजर आते है. वर्ष 2020 में CAA को लेकर इंदौर के आम जनमानस के मन में व्याप्त सन्देह का निवारण, समर्थन एवम् जनमानस के लिए आयोजित अखिल भारतीय संगोष्ठी का प्रभावशाली एवम् सफलतापूर्वक आयोजन, भारत सरकार द्वारा आयोजित सिंधु दर्शन यात्रा की राष्ट्रीय समिति की सदस्य के गरिमामय पद पर मनोनयन, भारतीय सभ्यता एवम् संस्कृति के प्रचार-प्रसार हेतु खेल और युवा कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के “यूथ डेलिगेशन टू चाइना” में भारत का प्रतिनिधित्व एवं, लोकसभा चुनाव में माननीय नरेंद्र मोदी जी के समर्थन में “लॉयर्स फ़ॉर मोदी” का विशाल आयोजन जैसे आयोजनों में उन्होंने अपनी छाप छोड़ी है.
आम लोगो के मुद्दे और समाज के प्रति पुष्यमित्र के कार्य
- भार्गव ने केरल एवं उत्तराखंड में बाढ़ त्रासदी में सहयोग हेतु संस्था संघमित्र के बैनर तले दान-अभियान का विशाल आयोजन किया हैं.
- भारत पर हुआ 14 फरवरी 2019 में पुलवामा हमले के विरोध करना और कश्मीर से धारा 370 हटाने के समर्थन में संस्था संघमित्र के द्वारा युवा जन आंदोलन का इंदौर में सफल नेतृत्वकर महत्वपूर्ण संदेश पहुंचाया.
- उन्होंने देश के नौजवानों को देश भक्तों की कुर्बानी का स्मरण दिलाने और उनमें देश भक्ति की वैचारिक मशाल जलाने के उद्देश्य से विगत 10 वर्षों से प्रतिवर्ष 23 मार्च शहादत दिवस पर संस्था संघमित्र और जागृत युवा संगठन के बैनर तले हज़ारों युवाओं के हुजूम के साथ शहादत मार्च मशाल यात्रा सफल एवं प्रेरणादायी नेतृत्व करते आ रहे हैं।
- संस्था संघमित्र के माध्यम से इंदौरी युवाओं का जनजागरण कर कान्ह नदी सफाई योजना का सफल नेतृत्व किया और शहर की हृदयरेखा को फिर से हरी-भरी और स्वच्छ करने की नीव डाली है.
- इंदौर के लाखों छात्र-छात्राओं के भविष्य के हित मे विश्वविद्यालय के कुलपति केवल शिक्षाविद ही हो,इस निर्णायक युवा आंदोलन का प्रभावी नेतृत्व कर चुके हैं.
- मध्यप्रदेश के आम जनमानस के स्वास्थ्य सुरक्षा के मुद्दे पर महाराष्ट्र सरकार द्वारा रोकी गई मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई याचिका पर मध्यप्रदेश के पक्षकार रहे हैं और म.प्र. में छात्रसंघ चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से करवाने हेतू छात्रों की मांग पर जनहित याचिका लगाई, एवम: छात्रों के पक्ष में निर्णय प्राप्त किया.
- देश की रक्षा में प्राणों का बलिदान देंने वाले सिपाही का अपमान कर देशभक्तों की भावनाओं को आहत करने वाली एकता कपूर की अश्लील वेब सीरीज के ख़िलाफ़ सरकार के पक्षकार रहे हैं.