रवि कुमार दहिया (पहलवान) का जीवन परिचय, परिवार, करियर, पुरस्कार और उपलब्धियां |
Ravi Kumar Dahiya Biography, Family, Career, Cast, Awards and Achievements in Hindi
रवि कुमार दहिया हरियाणा, भारत के रहने वाले एक फ्रीस्टाइल पहलवान हैं. वर्तमान में, वह टोक्यो ओलंपिक 2020 में 57 किग्रा में देश का प्रतिनिधित्व कर रहे है. पहलवान रवि कुमार दहिया ने बुधवार (4 अगस्त 2021) को सनसनीखेज प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल में कजाकिस्तान के नुरिसलाम सनायेव को हराकर 57 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक के फाइनल में प्रवेश किया. 2012 के लंदन ओलंपिक में सुशील कुमार के बाद दहिया ओलंपिक फाइनल में प्रवेश करने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय पहलवान बने है. भारतीयों ने इनसे अब स्वर्ण पदक की उम्मीद लगा ली है और ये भी पुरे विश्वास के साथ फाइनल मुकाबला करेंगे, तो चलिए जानते है इस भारतीय पहलवान के जीवन को करीब से.
रवि कुमार दहिया का जीवन परिचय | Ravi Kumar Dahiya Biography In Hindi
बिंदु (Points) | जानकारी (Information) |
नाम (Name) | रवि कुमार दहिया |
जन्म (Date of Birth) | 12 दिसंबर 1997 |
आयु (Age) | 24 वर्ष (2021 में) |
जन्म स्थान (Birth Place) | नहरी, सोनीपत, हरियाणा |
जाति(cast) | ज्ञात नहीं |
पिता का नाम (Father Name) | राकेश दहिया |
माता का नाम (Mother Name) | ज्ञात नहीं |
पत्नी का नाम (Wife Name) | ज्ञात नहीं |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | शादीशुदा नहीं |
पेशा (Occupation ) | पहलवान, रेसलर |
भाई-बहन (Siblings) | ज्ञात नहीं |
अवार्ड (Award) | ज्ञात नहीं |
लम्बाई (Height) | 5 फूट 6 इंच |
वजन (Weight) | 57 कि. ग्रा. |
प्रारंभिक जीवन
रवि कुमार दहिया का जन्म 12 दिसंबर 1997 को हरियाणा के सोनीपत में स्थित एक छोटे से गांव में हुआ था. वह निम्नवर्गीय परिवार से आते हैं. रवि कुमार भी उसी जगह से संबंध रखते है जहाँ से फोगाट बहनें, बजरंग पुनिया, योगेश्वर दत्त जैसे दिग्गज रेसलर रखते है. रवि बचपन से इन्हें ही देखते हुए बड़े हुए है, और इन्ही को देखकर उन्होंने पहलवानी करने का निर्णय लिया था.
इनके पिता राकेश दहिया एक किसान है जो दुसरो की जमीन किराये पर लेकर खेती करते है, उनके पास खुद की कोई जमीन नहीं है. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के बावजूद परिवार ने रवि कुमार के पहलवान बनने के सपने में कोई अड़चन नहीं आने दी. उन्हें उनके सपने के प्रति पूरा प्रोत्साहन दिया.
रवि कुमार ने बहुत छोटी उम्र (10 साल) से कुश्ती सीखना शुरू कर दिया था. अपने गाँव के आस-पास कोई कुश्ती प्रशिक्षण केंद्र नहीं मिला तो उत्तरी दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में जाकर सतपाल सिंह से कुश्ती सीखी.
करियर
उनके करियर की शुरुआत साल्वाडोर डी बाहिया में 2015 जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप से शुरू हुई, इस चैंपियनशिप में, उन्होंने 55 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती वर्ग में कांस्य पदक जीता. 2017 में, रवि कुमार ने सीनियर नेशनल गेम्स में शानदार प्रदर्शन किया और सेमीफाइनल में पहुंचे, लेकिन चोट के कारण उन्हें बाहर होना पड़ा.
- साल 2018 में रवि कुमार ने जबरदस्त वापसी करते हुए बुखारेस्ट में हुई वर्ल्ड U23 रेसलिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था. 57 किग्रा वर्ग में उस चैंपियनशिप में भारत के लिए यह एकमात्र पदक था.
- 2019 में, खिताब जीतने वाली टीम, हरियाणा हैमर का प्रतिनिधित्व करते हुए, वह प्रो रेसलिंग लीग में नाबाद रहे. उसी वर्ष, वह शीआन में आयोजित एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक मैच हार गए.
उन्होंने 2019 में विश्व चैंपियनशिप में डेब्यू किया. 16वे राउंड में यूरोपीय चैंपियन आर्सेन हारुत्युनियन और क्वार्टर फाइनल में 2017 के विश्व चैंपियन युकी ताकाहाशी को हराने के बाद, उन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए 6 खिलाड़ियों के कोटे में अपना स्थान शामिल किया. लेकिन सेमीफाइनल में, वे गत चैंपियन और अंतिम स्वर्ण पदक विजेता ज़ौर उगुएव से मैच हार गये और कांस्य पदक के साथ संतोष किया. इस पदक ने उन्हें युवा और खेल मंत्रालय के टारगेट ओलंपिक पोडियम में शामिल किया.
रवि कुमार दहिया टोक्यो ओलंपिक 2020 (Ravi Kumar Dahiya)
2020 में, रवि ने नई दिल्ली में आयोजित एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता, भारतीय रवि कुमार दहिया और दीपक पूनिया टोक्यो ओलंपिक 2020 में 57 किग्रा और 83 किग्रा पुरुष पहलवान वर्ग दोनों में सेमीफाइनल में पहुंच गए थे, दहिया ने क्वार्टर फाइनल में बल्गेरियाई पहलवान को हराया. दीपक पुनिया अपने सेमीफाइनल में हार गये और रवि का सामना सेमीफाइनल में कजाकिस्तान के सनायेव नुरिसलाम से हुआ, जिसमें उन्होंने जीतकर फाइनल मुकाबले में प्रवेश कर लिया है.
4 अगस्त को टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत के चौथे पदक की पुष्टि हो गई. पहलवान रवि कुमार ने सेमीफाइनल मैच जीतकर फाइनल में जगह बनाई. इसी के साथ रवि ने देश के लिए मेडल पक्का कर दिया है. अब उनकी नजर स्वर्ण पदक पर है.
रोचक जानकारी (Ravi Kumar Dahiya Interesting Facts)
- रवि के पिता अपने बेटे की डेली डाइट को पूरा करने के लिए, फल और दूध, दही, घी देने के लिए उनके ग्राम नहरी से उत्तरी दिल्ली तक रोजाना जाते थे.
- सुशील कुमार के बाद रवि दहिया ओलंपिक फाइनल में प्रवेश करने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय पहलवान है.
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