कवि संपत सरल का जीवन परिचय, जन्म, काव्य विशेषता
Sampat Saral (Poet) Biography, History, Story, Rchnaye, Books, TV Serial, Album In Hindi
आज संपत सरल के नाम से कौन नहीं परिचित है संपत सिंह शेखावत उर्फ संपत सरल आज यह नाम दुनिया भर में एक नायक के रूप में उभरा है उनका जन्म राजस्थान के एक छोटे से स्थान शेखावटी में 8 अप्रैल 1962 में हुआ था आज विश्व भर में उन्होंने अपनी पहचान एक व्यंग्यात्मक कवि के रूप में बनाई है उन्होंने आरंभिक शिक्षा अपने गांव के विद्यालय से ही प्राप्त की उसके बाद उन्होंने जयपुर से उच्च शिक्षा प्राप्त कर अपने B.Ed की शिक्षा राजस्थान यूनिवर्सिटी से प्राप्त की और आगे चलकर उन्होंने कवियों में अपनी एक अलग पहचान बनाई जिससे आज हम भलीभांति परिचित है आज यह एक नाम मात्र ही नहीं रह गया है बल्कि कवि जगत में एक योद्धा के रूप में देखा जा रहा है
कवि संपत सरल का जीवन परिचय | Sampat Saral (Poet) Biography In Hindi
बिंदु (Points) | जानकारी (Information) |
नाम (Name) | संपत सिंह शेखावत |
जन्म (Date of Birth) | 8 अप्रैल 1962 |
आयु | 59 वर्ष |
जन्म स्थान (Birth Place) | शेखावटी, राजस्थान |
पिता का नाम (Father Name) | ज्ञात नहीं |
माता का नाम (Mother Name) | ज्ञात नहीं |
पत्नी का नाम (Wife Name) | ज्ञात नहीं |
पेशा (Occupation ) | लेखक, कवि |
शिक्षा (Education) | B.Ed |
भाषा शेली | हिन्दी, राजस्थानी |
बच्चे (Children) | ज्ञात नहीं |
टीवी नाटक (TV Serial) | हम है ना करम धरम चक्कर पे चक्कर बेटा बेटी के लिए |
किताब (Books) | छद्म विभूषण |
एल्बम (Album) | मरू थारे देश में Surango Rajasthan |
भाई-बहन (Siblings) | ज्ञात नहीं |
अवार्ड (Award) | ज्ञात नहीं |
संपत जी की रचनाएं :-
आज संपत जी को उभरते हुए रचनाकार के रूप में देखा जा रहा है उन्होंने हिंदी साहित्य रचना में अपनी एक अलग मुकाम हासिल किया है जिनमें उनकी महत्वपूर्ण लेखन शैल छदम विभूषण है उन्होंने हिंदी टेलीविजन धारावाहिकों में भी काफी नाम कमाया है जिसमें उनकी मुख्य कलाकृति बेटा बेटी के लिए, कर्म धर्म, हम हैं ना, आदि काफी चर्चित रही है कवि सम्मेलन एवं समारोह:- 2011 में आईआईटी खरगपुर में आयोजित समारोह में संपत सरल जी के साथ डॉ कुमार विश्वास और रमेश मुस्कान जैसे महान लोगों का भी योगदान रहा एवं उन्होंने यूएसए हांगकांग नेपाल सिंगापुर मैं भी अपनी व्यंग्यात्मक कृतियों का प्रदर्शन कर अपनी एक अलग पहचान बनाई है
आधुनिक समय में संपत सरल जी की भूमिका
आज के आधुनिक समय में संपत सरल जी एक व्यंग्यात्मक कवि के रूप में दिखाई दे रहे हैं आज उन्हें सोशल मीडिया पर राजनीतिक मुद्दों एवं मसले पर तंज करते हुए एवं व्यंग्यात्मक रूप से व्याख्या करते हुए देखा जा रहा है एवं जनता द्वारा इसे काफी सराहा भी जा रहा है आज उन्होंने कवि जगत में अपनी एक अलग पहचान और मुकाम की रचना की है अतः आज उन्हें व्यंग्यात्मक एवं तंज कसते हुए नायक रूप में देखा जा रहा है
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