सुबोध कुमार जायसवाल का जीवन परिचय | IPS Subodh Kumar Jaiswal Biography, Career, Family (Hindi)
सुबोध कुमार जायसवाल 1985 बैच के आई.पी.एस अधिकारी है, फिलहाल सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) के डायरेक्टर जनरल हैं. इससे पहले वे महाराष्ट्र पुलिस, ATS, रॉ को अपनी सेवा प्रदान कर चुके है. झारखण्ड के छोटे से गांव से आई.पी.एस बनने तक का इनका सफ़र काफ़ी चुनौतियाँ भरा रहा है.
प्रारम्भिक जीवन (Early Life)
सुबोध कुमार जायसवाल का जन्म 22 सितम्बर 1962 को सिदरी, झारखंड में हुआ. वह व्यवसायी परिवार से सम्बन्ध रखते है. सुबोध की प्राथमिक शिक्षा CMRI ब्रांच के डिनोबिली स्कूल, डिगवाडीह से पूर्ण हुई है. सुबोध शुरू से ही कुशाग्र बुद्धि के रहे है. वे काफ़ी अनुशासित और पढ़ाई के प्रति गंभीर थे. उन्होंने अपना ग्रेजुएशन अंग्रेजी में DAV कॉलेज, चंडीगढ़ से पूर्ण किया, और इसके बाद उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से MBA किया. शिक्षा पूरी होने के बाद उन्होंने NDA के तीन अटेम्प्ट दिए, लेकिन वे क्लियर नहीं कर पाए. बावजूद इसके, उन्होंने हार नहीं मानी और पहले प्रयास में UPSC जैसी परीक्षा को पास कर लिया. फिर उन्होंने 1985 में आईपीएस अधिकारी रूप में सेवा में प्रवेश किया. इस समय वे महाराष्ट्र कैडर में नियुक्त किये गए थे.
जीवन सफ़र (Life Journey)
सुबोध कुमार ने 35 सालों तक महाराष्ट्र के विभिन्न क्षमताओं में कार्य किया है. उनकी पहली पोस्टिंग 1986 में महाराष्ट्र में अमरावती के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में हुई थी. उन्होंने गढ़चिरौली जिले में पुलिस अधीक्षक के रूप में कई सफल नक्सल विरोधी अभियान चलाए. उन्होंने अब्दुल करीम तेलगी द्वारा चलाए जा रहे करोड़ों रुपये के नकली स्टांप पेपर घोटाले की जांच के लिए 2003 में उच्च न्यायालय द्वारा गठित एक विशेष जांच दल का भी नेतृत्व किया, जिसे बाद में सीबीआई को सौंप दिया गया था. उन्होंने मुंबई के आतंकवाद निरोधी दस्ते के साथ भी काम किया और वे 2006 के मालेगांव बम विस्फोटों की जांच करने वाली टीम का हिस्सा थे.
उन्होंने विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) में काम किया है जो प्रधान मंत्री की सुरक्षा की देखभाल करता है. उन्होंने इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के साथ भी काम किया. 2018 में महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें मुंबई के पुलिस आयुक्त के रूप में राज्य में वापस लाया. 2019 में सुबोध को महाराष्ट्र का पुलिस महानिदेशक (DGP) बनाया गया था. 2020 में उन्होंने दो साल के लिए सीबीआई का मुख्य अधिकारी बनाया गया है. दो साल इसलिए क्योकि वह वर्ष 2022 में उनका कार्यकाल समाप्त होगा.
निजी जीवन
सुबोध कुमार के पिता का नाम शिव कुमार जायसवाल हैं जो की भारतीय खाद्य निगम में कांट्रेक्टर के रूप में कार्य किया करते थे. वर्ष 2008 में उनका स्वर्गवास हो गया. उनकी माता का नाम करुना जायसवाल हैं. परिवार में उनके दो भिया मनोज कुमार जायसवाल और प्रिंस जायसवाल हैं. सुबोध कुमार की शादी नैंसी जायसवाल से हुयी हैं. इस कपल के एक बेटा और बेटी हैं.
विशेष बातें (Interesting Facts)
- तत्कालीन DGP दत्तात्रेय पडसलगीकर को दो साल के लिए गृह मंत्रालय द्वारा इनकार करने के प्रस्ताव के बाद जायसवाल को ये पद दिया गया था.
- आईपीएस जायसवाल को जासूसों का मास्टर भी कहा जाता है.
- वर्ष 2022 में जायसवाल रिटायर होंगे.
- सुबोध कुमार तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी के रूप में भी जाने जाते हैं.
- कॉलेज के समय वे फुटबॉल जैसे अन्य खेलों में रूचि रखते थे.
- कोरोना काल में उन्होंने जरुरतमंद लोगों की मदद की.