सूर्य कुमार पाण्डेय जी का जीवन परिचय
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सूर्य कुमार पांडेय अपने युवाकाल से ही एक हिंदी कवि और लेखक के रूप में पहचाने जाते हैं. इन्होंने कई साहित्यिक रचनायें लिखी हैं. इनकी कविताओं को पाठ्क्रम में भी लिया गया है और पढ़ाई भी जाती हैं.
सूर्य कुमार पाण्डेय का जन्म 10 अक्टूबर 1954 में बलिया, उत्तर प्रदेश में हुआ था. ये एक भारतीय कवि, हास्य, व्यंग्यकार और लेखक हैं. अपने साहित्यिक जीवन के दौरान, सूर्य कुमार पांडे ने हिंदी साहित्य की विभिन्न विधाओं में योगदान दिया है, जिनमें हास्य कविता, व्यंग्य और बाल कविता (बच्चों की कविताएँ) आदि शामिल हैं.
उन्हें एक हास्य कवि के रूप में पहचाना जाता है. उन्होंने अपनी रचनाओं में विशिष्ट शैली का प्रयोग किया है, वे भारत में और विश्व स्तर पर हिंदी कविता संस्मरणों के लिए भी जाने जाते हैं.
प्रारम्भिक और व्यक्तिगत जीवन
सूर्य कुमार पाण्डेय ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा बलिया के प्राथमिक विद्यालय से ग्रहण की. लखनऊ विश्वविद्यालय से गणितीय सांख्यिकी में मास्टर्स करने के बाद, सूर्य कुमार पांडेय ने उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया. वह दिसंबर 2015 में अपने सरकारी कर्तव्यों से सेवानिवृत्त हो गए.
साहित्यिक सफ़र | Surya Kumar Pandey
युवावस्था से ही सूर्य कुमार पाण्डेय एक सक्रिय हिंदी कवि और लेखक रहे हैं. उन्होंने हिंदी साहित्य की कई विधाओं में योगदान दिया है, जिनमें हास्य कविता, व्यंग्य, गीत और बाल कविता शामिल हैं. वे हास्य कविता में सबसे आगे हैं. सूर्य कुमार पाण्डेय अपनी विशिष्ट शैली के लेखन के लिए जाने जाते हैं.
कवि सम्मेलन | Surya Kumar Pandey
सूर्यकुमार पांडे ने चार दशकों में 4,000 से अधिक शो और कवि सम्मेलन आयोजित किए हैं. 2016 में, पांडे ने अमेरिका में हिंदी साहित्य के प्रचार के लिए अंतर्राष्ट्रीय हिंदी संघ द्वारा आयोजित हिंदी कवि सम्मेलन और सम्मेलनों के लिए यूएसए और कनाडा में 20 से अधिक शहरों का दौरा किया और उन्होंने ‘वाह-वाह क्या बात है’ टीवी शो भी किया.
- टेलीविजन और रेडियो
सूर्य कुमार ने रेडियो और टेलीविजन के साथ भी सक्रिय रूप से कार्य किया. सूर्य कुमार पाण्डेय लंबे समय से दूरदर्शन और आकाशवाणी (ऑल इंडिया रेडियो) की स्क्रिप्टिंग शो, गाने लिखने, एकल कविता पाठ और कवि सम्मेलन के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने दूरदर्शन, डीडी भारती, एबीपी न्यूज़, आजतक, न्यूज़ नेशन, ईटीवी नेटवर्क, एसएबी टीवी, सोनी पल, ज़ी न्यूज़, सहारा समय, एपीएन न्यूज़ सहित कई राष्ट्रीय टेलीविजन चैनलों के लिए अपनी कविता का पाठ किया है.
- व्यंग्य
सूर्य कुमार पाण्डेय ने हजारों हिंदी व्यंग्य लेखों को कलमबद्ध किया है. वह कई राष्ट्रीय हिंदी समाचार पत्रों के लिए नियमित रूप से लिखते हैं.
- बाल कविता
सूर्य कुमार पाण्डेय बाल कविता में सबसे बड़े नामों में से एक हैं. उनकी कविताएँ भारत की कई स्कूली किताबों में शामिल हैं.
- पुस्तकें
सूर्यकुमार पांडे ने हिंदी साहित्य की विभिन्न विधाओं में 23 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं. उनकी कुछ प्रमुख पुस्तके हैं – पाण्डेयजी के पटाखे, चिकने घड़े, वाह वाह, रुकावत के लिय खेद है, पांडेयजी के ठहाके, वाह जी पांडे जी वाह वाह, अपने यहाँ सब चलता है, हास्य व्यंग्य सरताज सूर्यकुमार पांडे, 101 गीत, लाट साहब के ठाठ आदि.
पुरस्कार और सम्मान | Surya Kumar Pandey Awards
हिंदी साहित्य में उनके योगदान के लिए सूर्यकुमार पांडे को कई प्रतिष्ठित पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं जो इस प्रकार हैं –
अंतर्राष्ट्रीय हिंदी एसोसिएशन, वाशिंगटन, डीसी, 2016 द्वारा अंतर्राष्ट्रीय व्यंग्य शिरोमणि सम्मान, काका हाथरसी पुरस्कार, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा पं. श्रीनारायण चतुर्वेदी व्यंग्य पुरस्कार, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा सूर पुरस्कार, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा सोहनलाल द्विवेदी सम्मान, अट्टहास सम्मान, सूचना और प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा भारतेंदु हरिश्चंद्र पुरस्कार मधुबन द्वारा व्यंग्यश्री सम्मान, के.पी. सक्सेना वरिष्ठ व्यंग्यकार सम्मान (2017), हिंदी-उर्दू साहित्य पुरस्कार समिति द्वारा साहित्यश्री सम्मान, फनकार सोसायटी द्वारा अमृतलाल नगर सम्मान, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा बाल साहित्य भारती सम्मान (2018)
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