तीरथ सिंह रावत जी का जीवन परिचय
Tirath Singh Rawat Biography, Age, Village, Education, Cast, Wife, Family Qualification, Address In Hindi
तीरथ सिंह रावत एक भारतीय राजनेता है. समाज सेवा में उनकी अधिक रूचि थी, इसलिए वे छात्र राजनीति में भी सक्रिय थे और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य और संगठन मंत्री भी थे. और हाल ही में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनाए जाने पर भी चर्चा में रहे हैं. कुछ विवादों के कारण भी चर्चा में रहे।
तीरथ सिंह रावत जी का जीवन परिचय | Tirath Singh Rawat Biography In Hindi
| बिंदु (Points) | जानकारी (Information) |
| नाम (Name) | तीरथ सिंह रावत |
| जन्म (Date of Birth) | 9 अप्रैल 1964 |
| आयु (Age) | 57 (2021) |
| जन्म स्थान (Birth Place) | सीरौं, पट्टी असवालस्यूं, पौड़ी गढ़वाल |
| पिता का नाम (Father Name) | कमल सिंह रावत |
| माता का नाम (Mother Name) | गौरा देवी |
| पत्नी का नाम (Wife Name) | रश्मि त्यागी रावत |
| राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
| बच्चें (Children) | लोकांक्षा रावत |
| वेतन (Salary) | ₹ 90,000 ( मुख्यमंत्री पद के अनुसार) |
| शिक्षा / योग्यता (Qualification) | स्नातक (बी.ए) |
| Net Worth | ज्ञात नहीं |
| जाति (Cast) | ज्ञात नहीं |
| स्थाई पता (Address) | ग्राम+पत्रालय – सीरौं, विकासखंड, कलगी खाल, पौरी गढ़वाल – 246146 , उत्तराखंड |
| ग्राम (Village ) | पत्रालय |

जन्म और परिवार (Tirath Singh Rawat Birth & Family)
तीरथ सिंह रावत का जन्म 9 अप्रैल 1964 को सीरौं, पट्टी असवालस्यूं, पौड़ी गढ़वाल में हुआ. पिता का नाम कमल सिंह रावत तथा माता का नाम गौरा देवी है, वें उत्तराखंड में ही रहते हैं.
शिक्षा संस्थान (Education)
तीरथ सिंह रावत ने अपना ग्रेजुएशन बैचलर ऑफ आर्ट्स (बी. ए.) हेमवती नंदन गढ़वाल विश्वविद्यालय से किया. उसके बाद आगे की पढ़ाई श्रीनगर गढ़वाल के बिरजा कालेज से किया। पढ़ाई के दौरान ही तीरथ सिंह रावत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गए थे और छात्र नेता के रूप में एबीवीपी से भी जुड़ गए थे.
कार्य क्षेत्र में पदों की नियुक्ति
उनकी रूचि के चलते वह केवल 20 साल की उम्र में ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक बन गए. वैसे तो उनका विद्यार्थी जीवन उत्तर प्रदेश के विधान पार्षद के रूप में शुरू हुआ लेकिन वह अलग उत्तराखंड राज्य के लिए संघर्ष में सर्वथा शामिल थे आज इस हिमालयी प्रदेश को अलग राज्य बनाया गया तो वे इसके प्रथम शिक्षा मंत्री बने. वे भारतीय जनता पार्टी, उत्तराखंड राज्य इकाई के अध्यक्ष और राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं. इसके बाद वे विधायक भी रहे हैं और उसी दौरान उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष भी रहे हैं. वह चौबट्टाखाल निर्वाचन क्षेत्र से विधायक रहे हैं.
- 1983 में तीरथ सिंह रावत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के प्रचारक बने.
- 1997 में तीरथ सिंह रावत उत्तर प्रदेश के विधान पार्षद चुने गए थे.
- 9 दिसंबर 1999 को डॉ. रश्मि रावत के साथ विवाह बंधन में बंध गए थे.
- 2000 में जब उत्तराखंड पृथक राज्य बना तो देश के प्रथम शिक्षा मंत्री बने.
- 2012 में तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड विधानसभा में विधायक बने और 2017 तक इसी पद पर बने रहे थे।
- 2013 में उत्तराखंड भाजपा के अध्यक्ष बनाए गए.
- 2017 में वे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बने.
- 2019 के आम चुनाव में उत्तराखंड के गढ़वाल संसदीय क्षेत्र के लोकसभा सदस्य चुने गए थे.
- 10 मार्च 2021 को तीरथ सिंह रावत को त्रिवेंद्र सिंह रावत के स्थान पर उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया गया.
मुख्यमंत्री पद के लिए अपने नाम की घोषणा होने के बाद भाजपा दफ्तर में तीरथ सिंह ने पत्रकारों को संबोधित किया. इसी दौरान वह थोड़े भावुक भी हो गए थे, उन्होंने कहा, ‘मुझे जो जिम्मेदारी मिली है उसे मैं पूरी तरह निभाऊंगा. त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जो मुख्यमंत्री रहते हुए काम किया है उसे मैं आगे बढ़ाने का काम करूंगा. प्रदेश की भलाई के लिए काम करूंगा.‘
विवाद
मार्च 2021 में मुख्यमंत्री पद लेने के कुछ दिन बाद तीरथ सिंह रावत उन्होंने महिलाओं के रिप्ड जींस पहनने पर भी टिप्पणियां कीं जिससे वह विवादों में घिरे रहे उनकी कई आलोचनाएं भी हुई. प्रियंका गांधी ने गलत टिप्पणी या पर रावत की आलोचना की और सफेद शार्टस् और खाकी शॉर्ट्स में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की भी तस्वीरें पोस्ट की. एक और विवादित बयान देते हुए कहा कि कोविड-19 के दौरान ज्यादा राशन पाने के लिए लोग दो बच्चे की जगह ज्यादा बच्चे पैदा करते. रावत ने यह भी कहा कि आने वाले समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भगवान राम और कृष्ण का अवतार माना जाएगा, जिसके लिए उनकी चाटुकारिता के लिए उनकी कड़ी आलोचना की गई थी.
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