विवेक ओबेरॉय की जीवनी (जन्म, बचपन और करियर), फिल्में और अवार्ड्स | Vivek oberoi Biography, Career, Films and Awards in Hindi
विवेक ओबेरॉय एक हिंदी फिल्म अभिनेता और एक सफल बिज़नेसमैन हैं. जिन्होनें बॉलीवुड में अपने अभिनय से एक अलग पहचान बनाई हैं. वे अधिकतर हिंदी फिल्मों में अधिक दिखाई देते हैं.
बिंदु(Points) | जानकारी (Information) |
नाम (Name) | विवेक ओबेरॉय |
जन्म (Birth) | 3 सितम्बर 1976 |
जन्म स्थान (Birth Place) | हैदराबाद, तेलंगाना |
कार्यक्षेत्र (Profession) | अभिनेता |
पिता का नाम (Father Name) | सुरेश ओबेरॉय |
माता का नाम (Mother Name) | यशोधरा ओबेरॉय |
पत्नी का नाम (Wife Name) | प्रियंका अल्वा |
पहली फिल्म (First Name) | कंपनी (2002) |
विवेक ओबेरॉय का जन्म और प्रारंभिक जीवन (Vivek Oberoi Birth and Early Life)
ओबेरॉय का जन्म हैदराबाद, तेलंगाना में हुआ था. उनके पिता सुरेश ओबेरॉय, एक दिग्गज बॉलीवुड चरित्र अभिनेता और माता यशोधरा ओबेरॉय हैं. इनके पिता मूलतः पंजाबी हैं. अपनी शादी के समय तक सुरेश ओबेरॉय अभिनेता नहीं थे. वह मेडिकल स्टोर की एक श्रृंखला चलाते थे जो उनका पारिवारिक व्यवसाय था. बाद में वह फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में शामिल हो गए.
विवेक ने अपनी स्कूली शिक्षा हैदराबाद पब्लिक स्कूल से की और बाद में मेयो कॉलेज, अजमेर में पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने मिठीबाई कॉलेज, जुहू में पढ़ाई की. लंदन में एक अभिनेता की कार्यशाला में उन्हें न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के निदेशक द्वारा देखा गया, जो विवेक को न्यूयॉर्क ले गए. जहाँ उन्होंने फिल्म अभिनय में मास्टर डिग्री पूरी की. विवेक ने भारत में एक पटकथा लेखक के रूप में भी काम किया.
विवेक ओबेरॉय का व्यक्तिगत जीवन (Vivek oberoi Personal Life)
विवेक ओबेरॉय का पूरा नाम विवेकानंद ओबेरॉय है. उनका नाम हिंदू संत स्वामी विवेकानंद के नाम पर रखा गया था. उनके पिता और दादा स्वामी विवेकानंद के अनुयायी थे. विवेक कहते हैं कि उन्होंने अपने नाम से आनंद को फिल्मों में आने से पहले इसीलिए हटा लिया क्योंकि विवेकानंद के नाम के साथ पर्दे पर रोमांस करना और नृत्य करना स्वामी विवेकानंद के नाम को शर्मसार करने के बराबर होता.
29 अक्टूबर 2010 को, ओबेरॉय ने कर्नाटक सरकार के मंत्री जीवराज अल्वा की बेटी प्रियंका अल्वा से बैंगलोर में शादी की. विवेक और प्रियंका का एक बेटा विवान है, जिसका जन्म 6 फरवरी 2013 को और एक बेटी अमेया हैं जिसका जन्म 21 अप्रैल 2015 को हुआ.
विवेक ओबरोय का करियर (Vivek oberoi Career)
वर्ष 2002 में विवेक ओबेरॉय ने राम गोपाल वर्मा फिल्म कंपनी (2002) से अपने करियर की शुरुआत की. इसके बाद उन्होंने एक्शन फिल्मों सड़क और दम में अभिनय किया. दम (2003) में, उन्होंने भारतीय पुलिस का हिस्सा बनने की कोशिश कर रहे एक व्यक्ति की भूमिका निभाई.
इसके बाद, उन्होंने शाद अली द्वारा निर्देशित साथिया (2002) में अभिनय किया. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर एक बड़ी हिट थी और उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता की श्रेणी में फिल्मफेयर अवार्ड के लिए नामांकित किया गया था. उन्होंने फिल्म मस्ती (2004), युवा (2004), फिल्म कृष्णा में शीर्षक चरित्र: द वारियर पोएट (2005) में भी अभिनय किया हैं.
वर्ष 2006 में उन्होंने फिल्म ओमकारा में अभिनय किया था. जो शेक्सपियर के नाटक ओथेलो का एक रूपांतरण था. उन्होंने मूल नाटक में चरित्र माइकल कैसियो पर आधारित केसू का किरदार निभाया था. ओबेरॉय के प्रदर्शन को देखने के बाद, गुलज़ार साहब ने उन्हें बधाई दी थी.
वर्ष 2007 में उन्होंने शूटआउट एट लोखंडवाला फिल्म में गैंगस्टर माया डोलास का अभिनय किया था.
2008 में ओबेरॉय ने मिशन इस्तांबुल में अभिनय किया, जो अपूर्व लाखिया द्वारा निर्देशित और एकता कपूर द्वारा निर्मित थी. उन्होंने 2008 के इंडियन इंडियन एकेडमी अवार्ड्स में, विकास कोहली द्वारा फिल्म के लिए निर्मित “अपुन के साथ” गीत के लिए प्रदर्शन दिया था.
वर्ष 2009 में, उन्होंने फिल्म कुर्बान में सहायक अभिनेता की भूमिका निभाई. 2010 में वह प्रिंस में दिखाई दिए, जो बॉक्स ऑफिस पर शुरुआती सफलता के बावजूद दर्शकों से अच्छी प्रतिक्रिया पाने में असफल रही थी. उसी वर्ष वह राम गोपाल वर्मा की फिल्म रक्त चरित्र में दिखाई दिए. उन्होंने इस फिल्म में तेलुगु राजनेता परिताला रवि की भूमिका निभाई.
विवेक ने 2011 में वॉच इंडियन सर्कस नामक एक फिल्म का निर्माण किया. फिल्म को 16 वें बुसान फिल्म फेस्टिवल में चित्रित किया गया था, जिसमें दर्शकों के रूप में हजारों लोग थे. 16–40 वर्ष की आयु वाली श्रेणी में इस फिल्म को सर्वश्रेष्ठ के रूप में वोट दिया गया और इसे सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए विवेक ने ऑडियंस चॉइस अवार्ड से जीता. दुनियाभर में 3000 फिल्मों और 380 फिल्मों के बीच स्क्रीनिंग हुई. बुसान के इतिहास के 16 वर्षों में, यह प्रशंसित और प्रतिष्ठित पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय फिल्म थी. इस फिल्म को पहले ही अंतर्राष्ट्रीय समीक्षकों और हॉलीवुड रिपोर्टर, वैराइटी और स्क्रीन इंटरनेशनल के रिपोर्टरों से काफी समीक्षा मिली है. ओबेरॉय ने द अमेजिंग स्पाइडर-मैन 2 के हिंदी डब संस्करण में इलेक्ट्रो की आवाज़ को डब किया है, जो मई 2014 में रिलीज़ हुई थी.
विवेक ओबेरॉय इंडिया बेस्ट ड्रामेबाज़ के तीनो सीजन में जज की भूमिका भी निभा चुके हैं. वर्ष 2017 में वे वेब सीरीज इनसाइड एज में भी अभिनय कर चुके हैं.
विवेक ओबेरॉय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बायोपिक में नरेन्द्र मोदी किरदार निभाने वाले हैं. यह फिल्म वर्ष 2019 में आएगी. इस फिल्म का डायरेक्शन एम.सी मैरी कोम फेम ओमंग कुमार कर रहे हैं
विवेक ओबरोय अवार्ड्स (Vivek oberoi Awards)
2006 में सुनामी से बुरी तरह प्रभावित हुए एक गाँव को फिर से बनाने में मदद करने के लिए ओबेरॉय को रेड एंड व्हाइट ब्रवेरी (Red and White Bravery Award) पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. ओबेरॉय चेन्नई में थे जब आपदा से राहत की आपूर्ति के छह ट्रक भेजे और तमिलनाडु के कुड्डालोर जिले में एक सुनामी से तबाह हुए गांव को भी अपनाया. ओबेरॉय और उनके परिवार ने यशोधरा ओबेरॉय फाउंडेशन (YOF) की स्थापना की. ओबेरॉय विश्व स्वास्थ्य संगठन के तंबाकू विरोधी प्रवक्ता के रूप में कार्य करते हैं. वह चेन्नई और मुंबई में कई चैरिटी से जुड़े हैं. 2004 के हिंद महासागर सूनामी के पीड़ितों को राहत पहुंचाने के लिए प्रोजेक्ट होप के साथ उनके काम ने उन्हें रोटरी इंटरनेशनल से एक अच्छा पुरस्कार दिया. उन्होंने प्रोजेक्ट देवी, कैंसर पेशेंट्स एड एसोसिएशन जैसी कई परोपकारी गतिविधियाँ कीं. जो मानसिक रूप से विक्षिप्त बेघर महिलाओं के पुनर्वास के लिए काम करती हैं. उन्होंने लगभग 3 मिलियन रूपए की सहायता की और 25 मिलियन रूपए जुटाए भी थे.
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