दातुन क्या होता हैं, क्यों इस्तेमाल करना चाहिए, प्रकार और उपयोग की विधि | Datun Kya Hota Hai, Prakar Aur Upayog Ki Vidhi in Hindi
प्राचीन भारत में आयुर्वेद द्वारा स्वास्थ्य सम्बन्धी रोगों का उपचार किया जाता था.आयुर्वेद द्वारा सभी बीमारियों का उपचार संभव हैं. भारत में पुराने समय से दातों को साफ़ करने के लिए नीम और बबूल(कीकर) के दातुन का प्रयोग किया जाता था. यह दातुन दांतो को साफ करने के लिए तो उपयोग किया ही जाता है परंतु इनके नियमित उपयोग से मुंह के रोगों से भी बचाव करता हैं. परंतु आधुनिक युग में हम दांतों को साफ करने के लिए टूथपेस्ट का इस्तेमाल करते हैं. हमारे घर के बड़े बुजुर्ग आज भी हमें दातुन करने की सलाह देते हैं. भारत के अधिकांश लोग आधुनिकता के अहंकार में दातुन करना निम्न स्तर का समझते हैं. जबकि टूथपेस्ट का उपयोग करना उच्च स्तर के श्रेणी का काम लगता है. आज पश्चिम देशों के लोग भारत के आयुर्वेद को अपना रहे हैं वहां के बाजारों में $5 से 9$ प्रति दातुन के हिसाब से बिक रहा है. वह हमारी संस्कृति और हमारे ज्ञान की ओर अग्रसर हैं. जबकि हमारे ही लोग अपनी संस्कृति और ज्ञान से दूर होते जा रहे हैं.
दातुन के प्रकार (Datun Ke Prakar)
आयुर्वेद में नीम, बबूल, कीकर, अर्क, अर्जुन. न्यग्रोध, खदिर, करज्ज आदि पेड़ों के दातुन का उपयोग दांतो को साफ करने के लिए किया जाता है. परंतु इनमें से प्रत्येक दातुन दांतो को साफ करने के साथ ही शरीर के अन्य दूसरे भागों के लिए भी लाभदायक है.
नीम का दातुन (Neem ka Datun)
दांतो को साफ करने के लिए सबसे सहज उपलब्ध होने वाला दातुन नीम का दातुन है. नीम का दातुन करने से दांतों में चमक आती है साथ ही यह दातों का पीलापन, कमजोरी, मुँह की दुर्गन्ध, दातों की सडन और पस को दूर करता है. नीम के दातुन में एक प्रकार का एंटीबैक्टीरियल रस पाया जाता है. जो मुंह में होने वाले छालों को भी ठीक करता है. नियमित रूप से नीम का दातुन करने से चेहरे का तेज बढता हैं.
सभी प्रकार के दातुन हमेशा पानी से धोकर ही करना चाहिए क्योंकि पेड़ों पर विभिन्न प्रकार के कीड़े मकोड़े विचरण करते हैं.
बबूल का दातुन (Babul Ka Datun)
बबूल को कीकर के नाम से भी जाना जाता है. बबूल का दातुन भी दांतो के लिए बहुत ही लाभकारी है इसमें भी एंटीबैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं. जो हमारे दातों को चमकदार और मजबूत बनाता है.
अर्जुन का दातुन (Arjun Ka Datun)
अर्जुन का दातुन भी दांतों की समस्याओं को दूर करता है साथ ही यह डायबिटीज, ब्लड प्रेशर कण्ट्रोल करता हैं और सुंदरता को बढ़ाता है. अर्जुन का दातुन मोटापा कम करने में भी सहायक है.
बेर का दातुन (Ber Ka Datun)
बेर का दातुन दातों को साफ़ करता हैं और यह दातुन गले की समस्याओं को भी दूर करता हैं. गायक-कलाकारों द्वारा बेर के दातुन का उपयोग किया जाता हैं.
भारत में जहाँ भरपूर मात्रा में सभी प्रकार के दातुन सामान्य लोगों के लिए उपलब्ध हैं. फिर भी लोग टूथ पेस्ट का उपयोग किया जा रहा हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें की अमेरिका के सुपर मार्केट में यही दातुन साढे 9 डॉलर लगभग ₹660 में बिक रहा हैं. अमेज़न नाम की कंपनी अपनी वेबसाइट पर यह दातुन पूरे विश्व ने बेच रही हैं.
दातुन कैसे करना चाहिए (Datun Kaise Kare)
सर्वप्रथम दातुन को अच्छी तरह से धोना चाहिए क्योंकि पेड़ों पर विभिन्न प्रकार के कीड़े और पतंग विचरण करते हैं. दातुन का उपयोग करते समय ध्यान रखना चाहिए कि दातून कभी भी सूखा नहीं होना चाहिए क्योंकि इससे उसका रस नहीं निकल पाएगा. दातुन को रगड़ना नहीं चाहिए जबकि धीरे धीरे चबाना चाहिए. उपयोग करने के बाद उसके आगे का हिस्सा काटकर अगली बार पुनः उसी दातुन को इस्तेमाल कर सकते हैं.
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गजब की जानकारी देदी sir यह आपने बहुत महत्व्पूर्ण जानकारी मिलती है आपकी इस ब्लॉग में।
धन्यवाद
लोगो को भारतीय आयुर्वेद के बारे में जागरूक करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
बहुत ही शानदार जानकारी दी आपने, इसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद!