फफोले क्या होते हैं, इसके प्रकार और इसे ख़त्म करने के घरेलु उपाय | Fafole Ka Gharelu Upchar | Home Remedies to remove Fafole (Blisters) in Hindi
फफोले को ब्लिस्टर भी कहा जाता है. त्वचा की ऊपरी परत पर कई कारणों से फफोले पड़ जाते हैं. फफोले त्वचा के जलने, रगड़ लगने या किसी संक्रमण के कारण भी हो सकते हैं. इन फफोले के कारण मरीज को बहुत ही दर्द और पीड़ा का सामना करना पड़ता है.
फफोले के प्रकार (Fafole ke Type)
फफोले मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं.
- रगड़ और घर्षण के कारण होने वाले फफोले
- दबाव से हुए फफोले
- जलने से हुए फफोले
इस तरह के फफोले में पानी या अन्य द्रव्य से भरे होते हैं. इस तरह के फफोले सामान्यतः बार बार रगड़ लगने तथा जूतों के अंदर गर्मी और रगड़ की वजह से हो जाते हैं.
इस तरह के फफोले रक्त से भरे हुए होते हैं. इनका रंग काला या लाल होता हैं. किसी चीज के लगातार एक स्थान पर दबाव पड़ने से इस तरह के फफोले पड जाते हैं.
इस तरह के फफोले किसी गर्म वस्तु को पकड़ने या आग के संपर्क में आने से होते हैं.
फफोले के घरेलु उपचार (Fafole Ka Gharelu Upchar)
फफोले होना एक तरह की रक्षात्मक प्रक्रिया है जो हमारी अंदर की त्वचा की परतों को नुकसान से बचाते है. फफोले ठीक करने के घरेलू उपचार निम्नलिखित हैं.
- अरंडी का तेल
- एलोवेरा जेल
- आलू का पेस्ट
- सेब का सिरका
- विटामिन ई
यह तेल फफोले के लिए अधिकतर उपयोग किए जाने वाला घरेलू उपचार है. रात्रि के समय सोने से पूर्व रूई की सहायता से फफोले वाले स्थान पर और उसके आसपास अरंडी का तेल लगाना चाहिए. इस तेल में एप्पल साइडर विनेगर मिलाकर भी उपयोग किया जा सकता है. इस तेल का उपयोग कटे हुए फफोले पर नहीं करना चाहिए.
औषधीय गुणों से भरपूर एलोवेरा मनुष्य के लिए बहुत ही लाभकारी है. और यह फलों के उपचार के लिए काफी कारगार है. एलोवेरा के जेल को फफोले के स्थान पर लगाने से सूजन खत्म होती है और यह दर्द को भी कम करता है.
यदि किसी गर्म चीज के पकड़ने या आग के कारण फफोला हुआ हो तो कच्चे आलू को धोकर छिलके सहित ही उसका पेस्ट बना लें और फफोले के स्थान पर लगाएं. इससे तुरंत दर्द कम होगा और मरीज को फफोले के स्थान पर ठंडक महसूस होगी.
सेब का सिरका फफोले के उपचार के लिए बहुत ही लाभदायक है. सेब के सिरके में मौजूद एंटीबैक्टीरियल तत्व फफोले इंफेक्शन होने से बचाव करते हैं. सेब के सिरके को फफोले के स्थान पर कपड़े या रुई की सहायता से लगाएं. सेब का सिरका लगाने के दौरान आपको दर्द या खुजली हो सकती है.
फफोले के दौरान हुए निशान और त्वचा की मरम्मत करने वाले तत्व विटामिन ई में पाए जाते हैं और विटामिन ई का उपयोग अपोलो के उपचार के लिए किया जाता है. विटामिन ई के ऑयल व क्रीम मेडिकल स्टोर पर सहज उपलब्ध हो जाते हैं. इन्हें आप फफोले के स्थान पर रीवा कपड़ों की सहायता से लगा सकते हैं.
फफोले यदि संक्रमित हो तो तुरंत डॉक्टर का परामर्श लेना चाहिए.
श्री राजीव दीक्षित जी के अनुसार जल जाने पर फफोले का उपचार कैसे करें, विडियो देखें
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