संजीवनी बूटी जैसी रामबाण है इस पेड़ की पत्तियाँ!

अपने जीवनकाल में किसी व्यक्ति को अनेक बीमारियाँ होती है. वह इनका इलाज डॉक्टर के पास भी करवाता है और कभी कभी आयुर्वेद का भी सहारा लेता है. ऐसी ही एक बीमारी है कैंसर, कैंसर के बारे में काह जाता है की यदि इसका निदान समय पर न किया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकती है. कैंसर का इलाज हर व्यक्ति अनेक डॉक्टर के पास करवाता है और कई थेरेपी भी करवाने के बाद कैंसर जैसी भयानक बीमारी ठीक नही होती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कुदरत की गोद में कई ऐसी जड़ी-बूटियां एवं औषधिया हैं जिनसे कैंसर का भी निवारण किया जा सकता है. इसी कड़ी में हम आपको बताने जा रहे है एक ऐसे पेड़ की पत्तियों के बारे में जिससे कैंसर का इलाज संभव है.
panacea sanjivani leaf
हम जिस पेड़ की बात क्र रहे है. वह पेड़ छत्तीसगढ़ राज्य के कोरिया जिले में पाया जाता है जिसकी पत्तियां मनुष्य के जीवन को बचाने के लिए संजीवनी बूटी का काम करती हैं. कोरिया जिले में पाया जाने वाला यह वृक्ष अति दुर्लभ है. इस वृक्ष को दहीमन कहा जाता है. यदि कोई भी व्यक्ति ब्लड प्रेशर, पीलिया और कैंसर जैसी भयावह बीमारी पीड़ित है या फिर कोई मानसिक रूप से अस्वस्थ है तो यह पेड़ संजीवनी की तरह काम करता है. इस वृक्ष की विशेषता या है कि इसके पत्तों पर कुछ भी लिखने से उस पर लिखा गया अक्षर उभर जाएगा. इस वृक्ष के इतिहास की बात की जाए तो इसके बारे में यह भी कहा जाता है कि आदि काल में गुप्तचरों द्वारा इस पत्ते पर संदेश लिख कर उनका अदान-प्रदान किया जाता था. इन पत्तो पर लिखा गया आप प्रत्यक्ष रूप में देख सकते हैं.
panacea sanjivani leaf


छत्तीसगढ़ राज्य के कोरिया जिले में मौजूद इस दुर्लभ प्रजाति के पौधों के बारे में कई लोगो को पूरी तरह से जानकारी नही है. इसी कारण यह वृक्ष अभी भी बचे हुए हैं. इस प्रजयती के वृक्षों की पहचान केवल छत्तीसगढ़ में हुई है, और यह वृक्ष कहीं दूसरी जगह अभी तक नहीं मिला है. हालांकि अभी इस पेड़ की पहचान हर किसी को नहीं मालूम है. इसलिए अभी इस वृक्ष की मांग इतनी नहीं हुई है. इस पेड़ के पत्तियों की विशेषताए भी काफी विचित्र प्रकार की है. अतः जिस किसी को इस तरह की बीमारी हो वह इस वृक्ष की सहायता से अपनी बीमारी को ठीक कर सकता है.