सहजन की फली या सुर्जने की फली खाने के फायदे | Benefits of Drumsticks or Surjane ki fali in Hindi | Sahjan ki Fali ke Fayde
सहजन फली (ड्रमस्टिक) दुर्लभ प्रजातियों में से एक है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फ़ायदेमंद है. यह फली खनिज और प्रोटीन से भरी होती है.इसका मुख्यत: उपयोग सांभर बनाने में किया जाते हैं और इसे अन्य सब्जियों और दाल के साथ भी पकाया जाता है. इसकी खेती भारत के कई क्षेत्रों में की जाती है इसके अलावा दुनिया के कई अन्य देशों में भी इसकी खेती की जाती है. इसकी फली कोमल और संवेदनशील होती है.
ड्रमस्टिक का पेड़ सदाबहार, पतला और मध्यम आकार का होता है, जो कि सीधा बढ़ता है और अपनी शाखाओं की एक बड़ी छतरियां बनाता है. इसके अलावा इसके फूल सफ़ेद रंग के होते है.पत्तियाँ गोलाकार होती हैं जिसे खाया भी जाता है.
हड्डियों को मजबूत करने के लिए ड्रमस्टिक का सेवन फ़ायदेमंद होता है क्योंकि इसमें उच्च मात्रा में कैल्शियम, आयरन और आवश्यक विटामिन होते हैं. इसका रस या दूध के साथ ड्रमस्टिक्स का नियमित सेवन हड्डियों के घनत्व को बढ़ा देता है.
सहजन की फली के फायदे (Sahjan ki Fali ke Fayde)
1. रक्त को शुद्ध करने में
सहजन फली की पत्तियां और फली दोनों ही रक्त को शुद्ध करने में मदद करती हैं इसके अलावा यह एक मजबूत एंटीबायोटिक एजेंट के रूप में भी काम करती हैं. इस हरी सब्जी का नियमित रूप से सेवन करने से त्वचा सम्बंधित बीमारियाँ भी दूर हो जाती है.
2. गले की समस्या को दूर करने में
सहजन फली गले में खराश, अस्थमा, तपेदिक और ख़ासी को दूर करने में मदद करता है. ये फली प्रभावी ढंग से विषाक्त सामग्री बाहर निकाल कर राहत प्रदान करती है.
3. त्वचा को संक्रमण से बचाने में-
ड्रमस्टिक की पत्तियों और फूलों में उपलब्ध जीवाणुरोधी एजेंट गले और त्वचा के संक्रमण को रोकते हैं. इसमें विटामिन सी होता है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है और शरीर से हानिकारक मुक्त कणों को समाप्त करता है.
4. सिरदर्द में लाभदायक
इसकी सब्जी बना कर खाने से सिरदर्द में राहत मिलती है. सहजन की फली खाने से आपका खून भी साफ होता है और आँखों की रौशनी भी बढती है.
5. चोट ठीक करने में
सहजन के पत्तों का लेप बनाकर इसे चोट पर लगाने से चोट भी ठीक होती है.
6. पाचन को बेहतर बनाने में
सहजन फली में राइबोफ्लेविन और विटामिन बी 12 जैसे स्रोत हैं, जो आपके पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. विटामिन बी खाद्य पदार्थों को तोड़ने में मदद करते हैं और उन्हें आसानी से पचाने में भी सहायक होता है. इसके अलावा सुर्जाने की फली में ऐसा डिटर्जेंट फाइबर होता है जो पाचन प्रक्रिया को प्रभावित करता है.
7. सांस संबंधी बीमारियों में राहत दिलाता है-
सुर्जाने की फली में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते है जो श्वसन एलर्जी को रोकने में मदद करते है और उन्हें संक्रमण होने से भी रोकते है.
8. प्रतिरक्षा बढ़ाता है
इसमें मौजूद विटामिन सी विभिन्न संक्रमणों से दूर रखने में मदद करता है, जिससे शरीर की संपूर्ण प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा मिलता है.इसके अलावा इसके एंटी-बैक्टीरियल गुण आपको आम खांसी और सर्दी जेसी बीमारियों से दूर रखये है.
सहजन का सूप बनाने की विधि (Recipe of Sahjan Soup)
विधि- सहजन फली को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें. अब दो कप पानी ले और इसे धीमी आंच पर उबलने के लिए रखे.. जब पानी उबल जाए तो इसमें कटी हुई सहजन फली डाल दें.अगर आप चाहें तो इसमें सहजन की पत्तियो का भी सूप बना सकते है. फिर जब पानी आधा रह जाए तो सहजन की फलियों के बीच का गूदा निकाल लें और इसका ऊपरी हिस्सा अलग कर दे. इसमें थोड़ा सा नमक और काली मिर्च मिलाकर इस सूप का सेवन करे.
सहजन सूप के फायदे-
- यदि आप इस सूप का नियमित रूप से सेवन करते है तो इससे आपकी सेक्सुअल हेल्थ बेहतर होती है. सहजन महिला और पुरुष दोनों के लिए फायदा करता है.
- सहजन का सूप पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाता है. इसमें मौजूद फाइबर्स कब्ज की समस्या होने से रोकते है.
- जिन लोगो को अस्थमा की शिकायत होती है उन्हें सहजन का सूप पीना चाहिए. यह सर्दी-खांसी और बलगम से छुटकारा पाने में एक घरेलू औषधि के रूप में काम करता है.
- सहजन का सूप खून की सफाई करता है और खून साफ होने से त्वचा में निखार आता है इसके अलावा त्वचा संबंधित बीमारियाँ भी दूर रहती है.
- यह डायबिटीज़ कंट्रोल करने में भी बहुत सहायक होती है.
धन्यवाद दोस्तों, तो यह थी सहजन फली से जुड़ीं कुछ जानकारी.ऐसी ही सेहत से जुड़ी जानकारी पाने के लिए हमे अपने विचार और विषय कमेंट ज़रुर करे.
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