बीमारियों के बढ़ते मामले हेतु नगरपालिका को पत्र| Application to municipality for Increasing Case of Diseases Hindi

दस्त व हैजे के बढ़ते मामले के लिए नगरपालिका को पत्र| Letter to municipality for Increasing Case of diarrhea and cholera Hindi

हमारे नगर में जब हमे किसी प्रकार की परेशनी या नगर की कोई अन्य समस्या होती है तब हम नगरपालिका को अवगत कराते है, उस पत्र को औपचारिक कहते है. इस पत्र में नगर का एक जागरुक नागरिकत मटमैला पानी आने के कारण जो रोग फैलते हैं उनसे नगरपालिका को अवगत कराते हुए पत्र लिखता है.

औपचारिक पत्र

सेवा में,
स्वास्थ्य अधिकारी
झाँसी नगरपालिका
झाँसी
विषय- प्रदूषित पानी से महामारी को आशंका होने बाबत्.

महोदय,
पिछले कुछ समय से हमारे क्षेत्र में पीने का पानी गंदा आ रहा है. पानी का स्वाद कुछ बदल-सा गया है. इसे पीने से लोगों को कई तरह के रोगों का सामना करना पड़ रहा है. दस्त व हैजे की शिकायत बनी हुई है. अगर इसी तरह प्रदूषित पानी की आपूर्ति होती रही तो किसी बड़ी बीमारी की समस्या खड़ी हो सकती है.
पानी को ध्यान से देखने पर कुछ मटमैला-सा है. हमारे क्षेत्र से एक सीवरेज पाइप भी गुजरती है. हो सकता है पानी की पाइप में सीवरेज का गंदा पानी मिल गया हो. लोगों को पीने के पानी के लिए इसी पाइप लाइन का सहारा लेना पड़ता है. बीमारों की निरंतर बढ़ती संख्या चिंता का कारण है. आपसे अनुरोध है कि हमारे क्षेत्र की पानी की लाइन की जाँच करवाएँ तथा शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करें. 
आशा है, आप हमारी समस्या को गंभीरता से लेंगे.

धन्यवाद

भवदीय
समस्त मुहल्लेवासी
न्यू कॉलोनी, झाँसी
दिनांक-25 मार्च, 20…..

ध्यान देने योग्य आवश्यक बातें

पत्र प्लेन पेपर पर लिखें : पत्र को हमेशा प्लेन पेपर पर लिखा होना चाहिए, किसी भी प्रकार की अन्य जानकारी पत्र के साथ ना लिखी हुई हो. इसके अलावा पत्र को पूरे पेज पर लिखा होना चाहिए, एक पेज को दो हिस्सों में करके ना लिखे.
गलती ना हो : कई बार छात्र पत्र लिखते समय कई गलतियाँ कर देते हैं. इसीलिए जरुरी हैं कि पत्र में किसी भी प्रकार की शब्दों से जुडी हुई गलतियाँ नहीं होनी चहिए.
विषय की स्पष्टता : पत्र लिखते समय हमारा विषय स्पष्ट होना चाहिए. उसमे समझाने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. हमारे लिखे हुए शब्द सरल एवं स्पष्ट होने चाहिए ऊपर लिखे पत्र में भी आपने पढ़ा होगा कि जागरुक नागरिक मटमैला पानी आने के कारण जो रोग फैलते हैं उनसे नगरपालिका को अवगत कराते हुए पत्र लिखता है.
लेखन की सुन्दरता : पत्र की लेखन कला का भी आवदेन प्राप्तकर्ता के सामने प्रभाव पड़ता हैं. लेखन जिनता सुन्दर और मात्रा की गलतियों के बिना होगा उनता उन्नत रहेगा एवं एक बात का ध्यान रखे की पत्र के अक्षर एक समान लिखे हो कोई अक्षर बड़ा या छोटा नहीं होना चाहिए.

आशा हैं की आपको यह पत्र अच्छा लगा होगा. इसी तरह की और पत्र लेखन प्राप्त करने के लिए हमारी वेबसाइट के Notification को Allow करके हमारी वेबसाइट से जुड़े. इसी प्रकार के अन्य विषय पर यदि आप पत्र चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखे.

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