डेंगू से बचाव के लिए छोटे भाई को लिखा गया एक पत्र | Letter to your younger brother warning him about dengue in Hindi (in two hundred words)
मित्रों निचे दिया गया पत्र एक भाई दुसरे भाई को डेंगू के प्रकोप से बचने के लिए लिख रहा है. आप भी इस पत्र से प्रेरणा लेकर अपने इष्टजन को सतर्क कर सकते है.
letter to brother for dengue precaution
कमल शर्मा
सुदामा कुंज, बसंत विहार
इंदौर, मध्यप्रदेश
दिनाँक 18/12/2018
नीरज शर्मा,
टी.टी नगर, भोपाल
प्रिय अनुज सप्रेम नमस्कार,
मैं यहाँ सकुशल हूँ तथा आशा करता हूँ कि तुम एवं माता-पिता भी सकुशल होंगे. मुझे अखबार के माध्यम से यह पता चला कि भोपाल शहर में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. भोपाल शहर में व्यापक डेंगू प्रकोप के बारे में हालिया खबरों ने मुझे गंभीर चिंता के साथ आपको पत्र लिखने के लिए मजबूर कर दिया. मैं इस बीमारी के बारे में कुछ संक्षेप में बताना चाहता हूँ. सबसे पहले, डेंगू बुखार एक वायरस के कारण होता है जिसे एंटीबायोटिक्स के साथ इलाज नहीं किया जा सकता है. इसका इलाज डॉक्टर की पर्यवेक्षण के तहत किया जाता है.
मेरा सुझाव है कि आप इस भयानक बीमारी को रोकने के लिए इन सावधानियों का पालन करें –
(1) डेंगू मच्छर काटने के माध्यम से फैलता है. एक मरीज से दूसरे व्यक्ति को ट्रांसमिशन को रोकने के लिए, रात में मच्छर जाल का उपयोग करना आवश्यक है.
(2) मच्छर का उत्पन्न ना होना घर के साथ-साथ अपने आस-पास में भी जरूरी है; इस प्रकार मच्छर छिड़काव, लेमन ग्रास और अन्य मच्छर भगाने के स्प्रे आदि का उपयोग करे.
(3) शरीर के सभी अंगों पर मच्छर स्प्रे और लोशन का प्रयोग करना चाहिए.
(4) रात को सोते समय मच्छरदानी आदि का उपयोग भी किया जा सकता है.
(5) घर के कचरे को नियमित रूप से कूड़ा दान आदि में डालें.
(6) घर पर अपने आस पास कही भी पानी जमा नहीं होने देना चाहिए.
मुझे पूर्ण विश्वास है कि तुम सभी अपना ध्यान रखोगे. मैं जल्द ही घर पर आऊंगा. मम्मी, पापा को मेरा चरणस्पर्श कहना.
तुम्हारा प्यारा भाई
अशोक कुमार
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