उपसर्ग क्या होते हैं और इसकी परिभाषा, उदाहरण, उपसर्ग के प्रकार | Upasarga (Prefixes) Definition, Types and Example in Hindi
वह शब्दांश जो किसी शब्द के पूर्व अथवा पहले लगकर उस शब्द का अर्थ बदल देते हैं अथवा उसमें नई विशेषता उत्पन्न कर देते हैं उपसर्ग कहलाते हैं. अथवा लघुत्तम सार्थक शब्द खंड जो अन्य शब्दों के आदि में जुड़ कर उनका अर्थ बदल देते हैं उपसर्ग कहलाते हैं.
शब्द से पूर्व जो अक्षर या अक्षर समूह लगाया जाता है उसे उपसर्ग कहते हैं जैसे सु + पुत्र = सुपुत्र . यहाँ “सु” शब्दांश “पुत्र” शब्द के साथ जुड़कर नए शब्द का निर्माण हुआ हैं. यहाँ ‘सु’ शब्दांश हैं शब्द नहीं हैं. शब्द वाक्य में स्वतंत्र रूप से प्रयुक्त हो सकता हैं, शब्दांश नहीं. शब्दांश तो केवल किसी शब्द से जुड़कर ही नए अर्थ की रचना में सहायक होते हैं.
उपसर्ग की उपरोक्त परिभाषा में तीन बातें स्पष्ट हैं.
- उपसर्ग सार्थक खंड होते हैं.
- वे शब्द खंड अपने आप में अपूर्ण होते हैं अतः उनका स्वतंत्र प्रयोग नहीं हो सकता, किसी अन्य के साथ जुड़ने पर ही वाक्य में उनका प्रयोग करता हैं.
- उपसर्ग किसी शब्द के आरम्भ में जुड़कर उसका मूल अर्थ बदल देते हैं अर्थात एक अन्य शब्द की रचना और निर्माण हो जाता हैं.
जैसे “हार” एक शब्द हैं जिसके सामान्यतः दो अर्थ “पराजय” और “गले की माला” होते हैं किन्तु उपसर्ग के जुड़ने से “हार” से अनेक नए शब्दों की रचना होती है.
उदाहरण (Upasarg Example)
आ + हार = आहार
प्र + हार = प्रहार
वि + हार = विहार
सम् + हार = संहार
उप + हार = उपहार
नि + हार = निहार
उपसर्ग के प्रकार (Types of Upasarg)
हिंदी भाषा में शब्द रचना के लिए प्रयोग किये जाने वाले उपसर्ग प्रकार के हैं.
- संस्कृत के उपसर्ग (तत्सम उपसर्ग)
- हिंदी के उपसर्ग (तद्भव उपसर्ग)
- अरबी-फारसी, उर्दू के उपसर्ग
- अंग्रेजी के उपसर्ग
- उपसर्ग की भांति प्रयुक्त होने वाले संस्कृत के अव्यय
- एक से अधिक उपसर्गों का प्रयोग
हिंदी में प्रयुक्त तत्सम उपसर्ग संस्कृत से आए हैं संस्कृत में 22 उपसर्ग होते हैं इन उपसर्गों से बने अनेक शब्द में हिंदी में मिलते हैं हिंदी में प्रयुक्त संस्कृत उपसर्ग निम्नलिखित है
अति – अधिक
अतिरिक्त, अत्यंत, अतिक्रमण, अत्युत्तम, अत्याचार, अतिकोमल, अतिशय, अत्यंत, अत्याधिक, अत्याधुनिक, अत्यल्प, अतिवृष्टि
अधि – श्रेष्ठ ऊपर
अधिनायक, अधिकार, अध्यादेश, अधिपति, अधिकृत, अधिकरण, अधिवास, अधिक, अधिशुल्क, अध्ययन
अनु – पीछे, गौण, समान, बाद में आने वाला
अनुज, अनुचर, अनुगामी, अनुराग, अनुकूल, अनुसार, अनुभूति, अनुगमन, अनुसंधान, अनुकरण, अनुभव, अनुरोध, अनुशासन, अनुवाद, अनुरूप, अनुकंपा, अनुग्रह, अनुकूल
अप – बुरा, हीन
अपयश, अपवाद, अपशब्द, अपकार, अपहरण, अपमान, अपव्यय, अपशकुन, आकृति, अपकेंद्र
अभि – सामने, ओर
अभिनव, अभिभावक, अभिमुख, अभिवादन, अभिमान, अभ्यागत, अभ्यास, अभियान, अभियोग, अभिज्ञान, अभिशाप, अवधेश, अभिप्राय, अभिभाषण, अभ्यागत, अभिलाषा
अव – बुरा, हीन, उप
अवतार, अवनति, अवगुण, अवचेतन, अवशेष, अवतरण, अवकाश, अवमूल्यन, अवसान, अवसर, अवज्ञा, अवसाद
आ – तक, समेत
आरक्षण, आमरण, आदान, आगमन, आहार, आक्रमण, आजीवन, आजन्म, आकर्षण, आचरण, आसेतु, आकंठ
उछ् (उत् )
उन्नति, उद्धार, उत्थान, उद्देश्य, उन्नयन, उत्पत्ति, उच्चारण, उत्कर्ष, उद्घाटन, उद्योग, उल्लंघन, उन्नायक, उद्गम
उप – निकट, समान, छोटा उपवन, गौण
उपसर्ग, उपमेय, उपमान, उपकार, उपस्थित, उपचार, उपसंहार, उपहार, उपयोग, उपनगर, उपकरण, उपग्रह, उपनाम, उपमंत्री, उप प्रधानमंत्री, उप मुख्यमंत्री, उपकृत, उपसचिव, उपदेश, उपवन
दुस् / दूर – बुरा कठिन
दुश्चिन्त, दुश्शासन, दुष्कर, दुष्कर्म, दुस्साहस, दुस्साध्य, दुष्कृत्य, दुष्प्राप्य, दु:सह, दुराशा, दुरुह, दुरुक्ति, दुर्जन, दुर्गम, दुर्बल, दुर्लभ, दुखद, दुरावस्था, दुर्दमनीय, दुर्भाग्य, दुराग्रह, दुराचार, दुरवस्था, दुरुपयोग, दुरभिसंधि, दुर्गुण, दुर्दशा, दुर्घटना, दुर्भावना
निर् / निस् – रहित, निषेध, बिना
निर्जन, निर्णय, निर्मल, निर्वाह, निर्भय, निर्धन, नियति, निष्काम, निष्कपट,निश्छल, निस्तेज, निश्चय, निश्चल, निसंदेह, निर्माणी, निराशा, निष्कलंक, निरहुआ, निर्गुण, निर्विघ्न, निरोग, निरपराध, निर्जीव
नि – नीचे, निषेध
निरोध, निवास, नियोग, निवारण, निषेध, निबंध, नियम, निपात, निकृष्ट, नियुक्त, निरूपण, निगमन, निहार, निडर, निगम, निवास, निदान, निहत्थ, निबन्ध, निदेशक, निकर, निवारण
परा – विपरीत, नाश
पराजय, पराभव, पराक्रम, परामर्श, पराधीन, पराभूत, परास्त, पराकाष्ठा, पराशर, परावर्तन
परि – चारों ओर
परिणाम, परिक्रमा, परीक्षा, परिचालक, परिष्कार, परिकल्पना, परिचायक, परिपक्व, परिपूर्ण, परीक्षा, परिणाम, परिवर्तन, पर्यटन, परिधि, परिवार
प्र – अधिक, आगे
प्रकार, प्रकृति, प्रसार, प्रस्थान, परिणाम, प्रक्रिया, प्रवाह, प्रमाण, प्रहार, प्रताप, प्रभाव, प्रसिद्धि, प्रयत्न, प्रबल, प्रस्ताव, प्राध्यापक, प्राचार्य, प्रदर्शनी, प्रयोग, प्रलय
प्रति – विरुद्ध, सामने
प्रतिकार, प्रतिकूल, प्रतिध्वनी, प्रतिनिधि, अध्यक्ष, प्रतिरोध, प्रतिरोध, प्रतिवादी, प्रतिदिन, प्रतिहिंसा, प्रतिष्ठा, प्रतिदान, प्रत्यागम, प्रतिवाद
वि – विशिष्ट, भिन्न
विकार, विवाद, विदेश, विनाश, सुयोग, विशिष्ट, विरोध, विकास, विभाग, विश्व, युद्ध, विराम, विपक्ष, विनय, विजय, विज्ञान, विश्व, विख्यात, विज्ञप्ति, विजय, विलक्षण
सम् – पूर्णता, साथ, अच्छा
संयम, संशय, संभव, संकल्प, संगति, संजय, संग्राम, संतुलन, सन्यासी, सम्मेलन, संरक्षण, संसाधन, संशोधन, संहार, सम्मुख, संगम, संचय, संतोष, संताप, संपूर्ण, सम्मान, संयोग, संघात
सु – अच्छा
सुगम, सुबह, सुलभ, सुराग, सुपुत्र, सुराज, सुकर, सुदूर, सुपौल, सुजन, सुशील, सुयोग, सुव्यवस्थित, सकर्मक, सुनयन, सुपुत्र, सुबोध, सुमनोहर, सुपात्र, सुशिक्षित, स्वच्छ, स्वागत
तद्भव उपसर्ग मूलतः संस्कृत के ही तत्सम उपसर्गों से ही विकसित हुए है. वे मुख्यतः अभाव, निषेध, संख्या, अच्छाई-बुराई, पूर्णता आदि का अर्थ लिए हैं. इन्ही को उपसर्ग कहा जाता हैं. कुछ प्रमुख तद्भव उपसर्ग इस प्रकार हैं.
अ / अन – अभाव, निषेध, नहीं
अनहोनी, अनपढ़, अनजान, अछूत, अथाह, अनबन, अचेत, अनमोल, अलग, अटल, अभागा, अमोल, अजर, अजान, अनसुनी, अनकहा
उन – एक कम
उनचास, उन्सठ, उनतालीस, उनतीस, उन्नीस
औ – हीन , अब , निषेध
औगुन, औघट , औतार , औगढ़ , औढर, औघर , औसर ,औसान
क / कु – बुरा
कपूत, कुचाल, कुलक्षण, कुरूप, कुचक्र
नि – रहित, अभाव, विशेष, कमी
निडर, निपूता, निहत्था, निकम्मा, निहाल
पर – दूसरा, दूसरी पीढ़ी , बाद का
परदादा , परपोता , परनाना , परदेशी , परजीवी , परकोटा , परलोक , परकाज परलोक , परोपकार , परसर्ग , परहित
स / सु – अच्छा
सुफल , सुनामी , सुकाल , सपूत, सुडौल , सुजान , सुघड़
अध – आधा
अधमरा , अधजला , अधपका , अधखिला , अध्सेरा , अधजल , अधस्थल
दु – बुरा , हीन
दुलारा, दुसाध्य, दुधारू
भर – पूरा
भरपेट , भरसक , भरपूर , भरदिन
फ़ी – प्रति
फ़ीसदी, फ़ीआदमी
ब – से, के, में, अनुसार
बनाम, बदस्तूर, बमुश्किल, बतकल्लुफ़
बद – बुरा
बदनाम, बदमाश, बदकिस्मत, बदबू, बदहज़मी, बददिमाग, बदमज़ा, बदहवास, बददुआ, बदनीयत, बदकार
बर – पर, ऊपर, बाहर
बरकरार, बरवक्त, बरअक्स, बरजमां, कंठस्थ
बा – सहित
बाकायदा, बाकलम, बाइज्जत, बाइन्साफ, बामुलाहिज़ा
बिला – बिना
बिलावज़ह, बिलालिहाज़, बिलाशक, बिलानागा
बे – बिना
बेबुनियाद, बेईमान, बेवक्त, बेरहम, बेतरह, बेइज्जत, बेअक्ल, बेकसूर, बेमानी, बेशक
ला – बिना, नहीं
लापता, लाजबाब, लावारिस, लापरवाह, लाइलाज, लामानी, लाइल्म, लाज़वाल
सर – मुख्य
सरहद, सरताज, सरकार, सरगना
अल – निश्र्चित, अन्तिम
अलविदा, अलबत्ता
कम – हीन, थोड़ा, अल्प
कमसिन, कमअक्ल, कमज़ोर
खुश – श्रेष्ठता के अर्थ में
खुशबू, खुशनसीब, खुशकिस्मत, खुशदिल, खुशहाल, खुशमिजाज
ग़ैर – निषेध
ग़ैरहाज़िर, ग़ैरकानूनी, ग़ैरवाजिब, ग़ैरमुमकिन, ग़ैरसरकारी, ग़ैरमुनासिब
दर – मध्य में
दरम्यान, दरअसल, दरहकीकत
ना – अभाव
नामुमकिन, नामुराद, नाकामयाब, नापसन्द, नासमझ, नालायक, नाचीज़, नापाक, नाकाम
जनरल – प्रधान, सामान्य
जनरल मैनेजर, जनरल सेक्रेटरी, जनरल इंश्योरेंस
हैड – मुख्य
हेडमास्टर, हेड क्लर्क, हेड ऑफिस, हेड कांस्टेबल, हैड मुंशी, हैड पंडित
डिप्टी –सहायक
डिप्टी कलेक्टर, डिप्टी रजिस्टर, डिप्टी मिनिस्टर
वाइस – सहायक , उप
वाइसराय, वाइस चांसलर, वाइस प्रेजिडेंट, वाइस प्रिंसिपल
एक्स – मुक्त
एक्सप्रेस , एक्स कमिश्नर , एक्स स्टूडेंट , एक्स प्रिंसिपल
हाफ – आधा
हाफटिकट, हाफरेट, हाफकमीज, हाफ पेंट, हाफ बाड़ी
सब – अधीन , नीचे
सबजज, सबकमेटी, सबरजिस्टर, सब पोस्टर, सब इंस्पेक्टर
चीफ – प्रमुख
चीफ मिनिस्टर, चीफ इंजीनियर, चीफ सेक्रेटरी
बहिर्-बाहर
बहिर्गमन, बहिष्कार
सत् – सच्चा
सज्जन, सत्कर्म, सदाचार, सत्कार्य
पुरा – पुरातन
पुरातत्त्व, पुरावृत्त
सम – समान
समकालीन, समदर्शी, समकोण, समकालिक
सह- साथ
सहकार, सहपाठी, सहयोगी, सहचर
अधः- नीचे
अधःपतन, अधोगति, अधोमुखी, अधोलिखित
अंतः- भीतरी
अंतःकरण, अंतःपुर, अंतर्मन, अंतर्देशीय
अ- अभाव
अशोक ,अकाल, अनीति
चिर- बहुत देर
चिरंजीवी, चिरकुमार, चिरकाल, चिरायु
पुनर्- फिर
पुनर्जन्म, पुनर्लेखन, पुनर्जीवन
सत+आ+चार = सदाचार
निर+अभि+मान = निरभिमान
सु+आ+गत = स्वागत
अन+आ+चार = अनाचार
सु+प्र+स्थान = सुप्रस्थान
अन+आ+गत = अनागत
वि+आ+करण = व्याकरण
अ+परा+जय = अपराजय
अ+नि+यंत्रित = अनियंत्रित
प्रति+उप+कार = प्रतुप्कार
परी+आ+वरण = पर्यावरण
अति+आ+चार = अत्याचार
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Pratyaa toh hai h8 nahi
Main bahut disappointed hoon