1. गंगाधर तिलक कत्नाम
गंगाधर तिलक रेलवे के एक रिटायर्ड ऑफिसर है. अपने पेंशन के रुपये से हेदराबाद की सड़कों के गड्ढे भरने का काम आप पिछले पांच वर्षों से कर रहे है. अब तक 1125 गड्डे आप सफलतापूर्वक भर चुके है.
2. डॉ. प्रकाश बाबा आमटे
डॉ. प्रकाश आमटे पेशे से एक डॉक्टर और सोशल वर्कर है. एक सामान्य डॉ. अपने सम्पूर्ण जीवन में समाज के लिए अधिक से अधिक निःशुल्क ईलाज कर सकता है परन्तु डॉ. प्रकाश आमटे महाराष्ट्र के जंगलों में ग्रामीणों और पशुओं का ईलाज करते है. 2008 में डॉ. प्रकाश और उनकी पत्नी मन्दाकिनी को अपने मानवता के लिए सेवा कार्य के लिए मेगसेसे अवार्ड से सम्मानित किया जा चूका है. ठीक 23 वर्ष पहले यह अवार्ड प्रकाश आमटे के पिता बाबा आमटे को भी दिया जा चूका था.
3. ई. श्रीधरन
भारत के ख्यात सिविल इंजिनियर जिन्हें मेट्रो मेन भी कहा जाता है. किसी सपने की तरह दिखने वाला दिल्ली मेट्रो के निर्माण का कार्य ई श्रीधरन ने बहुत कम समय के भीतर बेहद कुशलता के साथ पूरा कर दिखाया. आपके इसी कार्य के लिए भारत सरकार ने 2001 में पद्म श्री तथा 2008 में पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया.
4. थिरु. वी. कल्याणसुन्दरम
73 वर्षीय लाइब्रेरियन कल्याणसुन्दरम ने अपनी कमाई का हर एक रूपया पिछले 30 वर्षों से गरीबों को दान कर रहे है और आज भी वे इसी कार्य में लगे है.
5. प्रोफेसर संदीप देसाई
संदीप देसाई अपनी बात की शुरुआत “विद्या दान, श्रेष्ठ दान” से करते है. गरीब बच्चों को अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय में पढ़ाने के लिए प्रतिदिन लोकल ट्रेन और भीड़ भाड़ वाले इलाकों से चंदा इकठ्ठा करते है.
6. बाबर अली
दुनिया के सबसे कम उम्र के हेडमास्टर है बाबर अली. स्वयं एक विद्यार्थी है परन्तु गरीब बच्चों को पढ़ाने का उनका जज्बा इतना मजबूत है कि आज उनके विद्यालय में 800 बच्चे पढ़ते है.
7. हरेकाला हजाब्बा
फल बेचकर हुई आमदनी से अपने गांव के बच्चों के लिए प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल बनवाया और अब एक विश्वविद्यालय बनवाने की तैयारी में हैं.