तस्वीरें बोलती है यह पंक्ति आपने भी सुनी होगी. तस्वीरें बिना आवाज के काफी कुछ बयां कर देती है. तस्वीरों का जादू इस कदर होता है कि हम कई बार उन्ही में पूरी तरह से खो जाते है. और जब बात इतिहास की होती है तो इतिहास को परिभाषित करने के लिए तस्वीरें एक अहम साधन होती है. तस्वीरें हमें बीते दिनों की यादे भी दिलाती है.
आप इस पोस्ट में कुछ बेहतरीन मगर दुर्लभ तस्वीरों के बारे में जानेंगे, जिनके बारे में आप शायद ही जानते होंगे:
1. रोता हुआ एक शंघाई बच्चा
1937 में जब चीन और जापान में युद्ध हुआ था वो अंत में दूसरा विश्व युद्ध हो गया था. उस वक्त जापानियों ने चीन के एक रेलवे स्टेशन पर बम बारी की थी जिसमे काफी लोग मरे भी थे. इस बमबारी के दौरान ये बच्चा काफी जख्मी हो गया था.
2. अटलांटिक दास व्यापार मेला
11 जनवरी, 1868 में इस मेले से बच्चो को आजाद करवाया गया था जैसा की आप तस्वीरों में देख सकते हैं.
3. तारो के जाल से बच्चे को पार करवाता जर्मन
इस जर्मन सिपाही को मालुम था की इस बच्चे को बर्लिन वॉल पार नहीं करा देनी चाहिए, लेकिन इस ये बच्चा अपने माता पिता से बिछड़ गया था और इसी वजह से इस सिपाही सभी की नज़रों से बच कर बच्चे को तारो के जाल से छुटकारा दिलवाया.
4. एक बेबस बेसहारा और बेघर आदमी
ये तस्वीर हिंदुस्तान के रेलवे स्टेशन की हैं जहा एक आदमी जो की बेघर हैं वो ट्रैन की पटरियों पर फेका गया खाना खा कर अपनी भूख मिटा रहा हैं.
5. एक मंगोलियन महिला भूख से मरती हुई
ये फ़ोटो 1913 में नेशनल जियोग्राफिक में Stefan Passe द्वारा पब्लिश की गई थी. उस समय मंगोलिया आज़ाद हुआ था और उस समय सभी अपराधियों के लिए एक ही सज़ा का प्रावधान था कि उनको सार्वजनिक स्थान पर बॉक्स में रखा जाता था. इसलिए इस फ़ोटो में दिख रही ये महिला भूख के कारण नहीं, बल्कि सज़ा के लिए बॉक्स में बंद थी.
6. THE HOLODOMOR
यूक्रेन का अकाल एक बार यूक्रेनी लोगो के लिए बहुत ही मुश्किल था क्योंकि उस दौरान एक इवेंट आयोजित किया गया था जिसमे लोग नकली लाश ले जा कर सड़क पर रख दिया करते थे और राहगिरो की जब उस पर नजर पड़ती थी तो वे उन्हें मार दिया करते थे.
7. दुनिया में जब फैला स्पेनिश फ्लू
स्पेनिश फ्लू ने 1918 में पूरी दुनिया में करीब 10 करोड़ लोगो की जान ली थी, आप सभी को ये तस्वीर बहुत ही नॉर्मल लग रही होगी लेकिन इसमें साफ़ पता चल रहा हैं कि कैसे उस दौरान लोग अपने दैनिक जीवन में बहुत डर के जिया करते थे.
8. एक यातना शिविर को बना दिया था सामूहिक कब्र
Nazis ने 1945 में Bergen-Belsen camp में 50,000 लोगों को एक साथ मौत के घाट उतार दिया था. इनमें से एक Anne Frank भी थे. “Mass Grave 3” में लाशों के बीच खड़े हुए डॉक्टर Fritz Klein ने निर्णय लिया था कि ये लोग काम करने में असमर्थ हैं, इसलिए इन सबको गैस के चैम्बर में डाल देना चाहिए. हालांकि, बाद में उसको इस क्रूरता के लिए फांसी की सज़ा सुनाई गई थी.
9.नागासाकी के दो भाई
जापान और नागासाकी में हुए परमाणु हमले के दौरान एक बच्चे अपने छोटे भाई को पीठ पर बांध कर लेजाता हुआ, उस बच्चे को मालुम हैं कि उस छोटा भाई अब इस दुनिया में नहीं रहा हैं इसलिए वो उसका अंतिम संस्कार करने के लिए ले जा रहा था और उसने इस हमले में अपना सब कुछ खो दिया हैं.
विलियम सॉन्डर्स की फ़ोटोग्राफ़्स
एक ब्रिटिश फोटोग्राफर जब चीन गया था उस दौरान उसने ये तस्वीर खींची जिसमे एक आदमी दूसरे व्यक्ति का सर कलम कर रहा हैं, लेकिन आप को बता दे की ये द्र्श्यअसली नहीं नकली था.