कई लोगों ऐसे है जो कहते है कि उन्हें थोड़ी देर के लिए ही लेकिन टॉयलेट में असली सुकून मिलता है. परन्तु अब उन लोगो के सुकून में रूकावट पैदा हो सकती है. यदि आप चीन जाने वाले हो या आप चीन की यात्रा करने की सोच रहे हो तो तो हमको आपको एक विशेष बात बताने जा रहे है इसका आपको ध्यान रखना चाहिए. दरअसल बात यह है कि चीन के टॉयलेट में अब कैमरे लगने जा रहे हैं. और हो सकता है कौन सा कैमरा आपको कहा कैद कर ले. तो आपको थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत पड़ेगी.
आपने कभी भी ऐसा नही सुना होगा की उस देश में या उस स्थान पर टॉयलेट में कैमरा लगा है. किन्तु अब चीन टाइलेट में कैमरा लगवाने की तैयारी कर रहा है. इसका प्रमुख कारण यह है कि चीन की राजधानी बीजिंग में स्थित शौचालयों में टॉयलेट पेपर की चोरी की घटनाओं बढती जा रही है. चीन ने इस प्रकार की चोरी को रोकने के लिए ही टॉयलेट में सेंसरयुक्त कैमरे लगाने का या अहम फैसला लिया है. आप सभी को इस बारे में सुनकर बहुत ही अजीबोगरीब लग रहा होगा किन्तु इसे यूजर फ्रेंडली बनाया गया है.
चीन की राजधानी बीजिंग के सबसे बिज़ी टूरिस्ट साइट विशेषतः टेंपल ऑफ हेवन में इस प्रकार की व्यवस्था की जा रही है. क्योंकि इस जगह से सबसे ज्यादा टॉयलेट पेपर चोरी होप्ता है. अब यदि किसी जरूरतमंद को टिशू/टॉयलेट पेपर की आवश्यकता है तो उसे एक निश्चित स्थान पर लगे हुए कैमरे के सामने खड़ा होना होगा. कैमरा में लगी सेंसरयुक्त मशीन व्यक्ति का चेहरा पहचान कर मशीन में रक्षित कर लेगी और पेपर मशीन को निर्देश देगी कि उपयोग के लिए पेपर रिलीज किया जाए. यदि एक ही सख्श ने दोबारा से पेपर लेने की कोशिश की तो मशीन से पेपर नहीं निकल सकेगा. क्योकि मशीन में चेहरा सेव है मशीन को चेहरा सेव करने में मात्र 3 सेकंड का समय लगने का दावा किया गया है.
चीन के बीजिंग शहर में ऐसा देखने को मिला था की बहुत सारे लोग सार्वजनिक स्थानों पर स्थित टॉयलेट से पेपर रोल की चोरी करते थे ये चोरी वो अपने घर में पेपर का उपयोग करने के लिए करते थे. जब मीडिया के द्वारा इसकी जाँच पड़ताल की गई तो चौंकाने वाला तथ्य उजागर हुआ और इसमें पाया गया कि अधिकतर यह काम सीनियर सिटिजन कर रहे हैं. टॉयलेट से नए-नए पेपर रोल मिनटों में गायब हो जाते थे तो पब्लिक टॉयलेट मैनेजमेंट पर वित्तीय बोझ बहुत अधिक बढ़ रहा था. तो उन्होंने इस तरह इसका उपाय करने का सोचा. हालाकि इस प्रकार सार्वजनिक टॉयलेट में कैमरे लगाने के फैसले की निंदा भी चीन में बहुत हो रही है और यहाँ के लोगों का कहना है कि कैमरा लगाने के आलावा किसी और तरीके को अपनाना चाहिए.