घर मे प्राकृतिक सैनिटाइजर बनाने के तरीके | How to Make Homemade Sanitizer in hindi :- वर्तमान में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते हुए प्रकोप से बचने के लिये सिर्फ सावधानी और बचाव ही महत्वपूर्ण उपाय है क्योंकि पूरा विश्व कोरोना महामारी से प्रभावित है , लेकिन अभी तक इसके ईलाज के लिये कोई विशिष्ट दवाई या कोई टीका(वैक्सीन) का निर्माण नही हुआ है. ऐसी स्थिति मे कोरोना महामारी के प्रकोप से बचने के लिए इससे बचाव एवं सावधानी ही आवश्यक दवाई बन जाती है. वैसे तो हम इस महामारी से बचाव तथा सावधानी से भलीभाँति परिचित है इन्हीं बचाव के तरीकों में सबसे महत्वपूर्ण है सैनिटाइजर का प्रयोग.
आजकल बाजारों में सैनिटाइजर की मांग बहुत बड़ी है जिससे इसकी कीमतों में बहुत इजाफा हुआ है. अच्छे एवं सस्ते सेनिटाइजर मिलना बहुत मुश्किल हो गया है ऐसी परिस्थिति में हम आपको घर पर ही प्रकृति रूप से सैनिटाइजर बनाने के तरीके बताएंगे जिसकी मदद से आप अपने ही घर मे बहुत ही कम खर्च में एक उत्तम क्वालिटी का सैनिटाइजर बना सकेंगे. तथा ये सेनिटाइजर पूर्णतः आयुर्वेदिक होंगे जिसके कोई साइड इफेक्ट्स भी नही होंगे.
आइये घर पर ही उच्च गुणवक्ता के प्राकृतिक सैनिटाइजर बनाने की विधियां जानते है-
1. नीम द्वारा निर्मित सैनिटाइजर:-
आवश्यक सामग्री– कुछ नीम के पत्ते, एक चम्मच गिलिसरिन और एक सूती कपड़ा.
विधि- सर्वप्रथम कुछ नीम की पत्तियां ले , अब इन्हें पीसकरकरीब आधा कप रस निकल ले. इस आधे कप नीम के रस में एक चम्मच गिलिसरिन मिला दे. अब आपका घरेलू सैनिटाइजर तैयार है. इसमे उपस्थित नीम तथा गिलिसरिन वायरस को तुरंत खत्म कर देगा लेकिन इसे जिस दिन बनाये उसी दिन इसका इस्तेमाल करे.
2. तुलसी तथा नीम से निर्मित सैनिटाइजर:-
- आवश्यक सामग्री– 100ग्राम नीम की पत्तियां, 10-15 तुलसी की पत्तियां, 100 ग्राम एलोवेरा रस, 2ग्राम फिटकरी, 1लीटर पानीएवं कुछ बूंद सुगंधित तेल.
- विधि:- एक लीटर पानी में करीब 100 ग्राम नीम की पत्तियां और 10 से 15 तुलसी की पत्तियां डालकर उबाल लें. जब पानी आधा रह जाए तो इससे छान लें. छने हुए पानी में 100 ग्राम एलोवेरा रस मिलाएं। इसे अच्छे से फेंटने के बाद इसमें दो ग्राम पिसी हुई फिटकरी मिला लें. जब मिश्रण ठंडा हो जाए तो खुशबू के लिए पांच-सात बूंद सुगंधित तेल डाल दें. सुगंधित तेल कोई भी ले सकते है. इसे कांच या प्लास्टिक की बॉटल में रखें. इसप्रकार घरेलू सैनिटाइजर उत्तम गुणवत्ता का होगा. इसे तीन-चार दिन तक इस्तेमाल में लाया जा सकता है.
3. घरेलू नमक द्वारा निर्मित सैनिटाइजर:-
- आवश्यक सामग्री- घरेलू नमक, डिस्टिल्ड वॉटर, सिनेमन (दालचीनी), एसेंशियल ऑयल, यूकलिप्टस (नीलगिरी), एसेंशियल ऑयल, क्लोव (लौंग) एसेंशियल ऑयल और लेमन (नींबू) एसेंशियल ऑयल.
- विधि– एक साफ, धुली और सुखी स्प्रे बोतल में आधा चम्मच नमक डालें। इसमें ऊपर बताए गए सभी एसेंशियल ऑयल मिलाएं. आप प्रत्येक एसेंशियल ऑयल की दो बूंद डाल सकते है.आखिर में, डिस्टिल्ड वॉटर और सभी सामग्री को धीरे से मिलाएं. इसे ठंडी और सुखी जगह पर रखें. अब आपका घरेलू सैनिटाइजर तैयार है इसका उपयोग आप कई दिनों तक कर सकते है.
4. एलोविरा तथा गुलाब जल द्वारा निर्मित सैनिटाइजर:-
- आवश्यक सामग्री- एलोवेरा जेल, गुलाब जल, लेवेंडर ऑइल, टी ट्री ऑइल और स्क्वीज बॉटल.
- विधि- इसके लिए सबसे पहले एक स्क्वीज बॉटल ले इसमें एलोवेरा जेल (ग्वारपाठा) भरें और ध्यान रखें कि बोतल को ऊपर तक न भरें. अगर एलोवेरा जेल गाढ़ा हो तो उसमें आप गुलाब जल मिला लें। इसके बाद इस मिश्रण में टी ट्री ऑइल की 5 बूंदें मिलाएं. इसके बाद इसमें लेवेंडर ऑइल की 6-7 बूंद मिलाएं. अब बोतल बंद कर इसे ठीक से शेक कर लें. इसप्रकार घरेलू सैनिटाइजर तैयार हो जाएगा.
घर पर तैयार आयुर्वेदिक हैंड सैनिटाइजर बिना केमिकल वाला होता है, जो आपके हाथों की त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाएगा. टी ट्री ऑइल बैक्टीरिया और वायरस को खत्म करता है. आपके हाथों में रुखापन नहीं आएगा. आप इसे आराम से अपने साथ रख (कैरी कर)सकते हैं.
5. धूनी द्वारा सेनीटाइजेशन:-
- आवश्यक सामग्री- अगरू, जटामासी, तुलसी के सूखे पत्ते, लोबान, कपूर और गूगल.
- विधि- आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार हवन व यज्ञ पद्धति से भी कई तरह के बैक्टीरिया व वायरस के दुष्प्रभाव से बच सकते हैं आयुर्वेद में इसके लिए अगरू, जटामासी, तुलसी के सूखे पत्ते, लोबान, कपूर, गूगल की धूनी देने से वायरस खत्म हो जाते है.
इसप्रकार हम उपरोक्त विधियों का प्रयोग करके घर पर ही प्राकृतिक एवं आयुर्वेदिक सैनिटाइजर (Homemade Sanitizer) का निर्माण कर सकते है
जो कि अत्यंत सरल है तथा यह सबसे सस्ता और उच्च गुणवत्ता वाला होगा. दरअसल बाजार में मिलने वाले केमिकल युक्त सैनेटाइजर के ज्यादा इस्तेमाल से हाथों की त्वचा को नुकसान पहुंचने की आशंका होती है. ऐसे में प्राकृतिक घरेलू सैनेटाइजर (Homemade Sanitizer) आपके लिए उपयुक्त विकल्प है.
इसे भी पढ़े :
- सैनिटाइजर और इससे जुड़ी जानकारी
- कोरोना महामारी से बचाव में सोशल मीडिया का योगदान
- कोरोना महामारी से होने वाले प्रभाव