आपने बहुत से चोर बाजार के नाम सुने होंगे. पर आज हम आपको देश के 5 ऐसे बड़े चोर बाजारों के बारे में बता रहे हैं, जहां केवल चोरी का सामान मिलता है. और जो देश के बड़े शहरों में स्थित है. यहां चोरी के जूते, फोन, मोबाइल, गैजेट्स, ऑटो पार्ट्स सभी बड़े सामान भी मिलते है यहाँ पर कार तक बेची जाती है. देश के इन चोर बाजार में चोरी की गाडी को मॉडिफाई करके बेचा जाता है. जिससे उनका पता नही लगाया जा सके की वो किनकी है. इन बाजारों में आपको अपनी गाड़ी या बाइक खड़ी करना भी भरी पड़ सकता है. गलती से आप अपनी गाड़ी पार्क कर देंगे, तो हो सकता है कि उसके स्पेयर पार्ट्स चोर बाजार की दुकानों पर नजर आएं. आइये जानते हैं देश के ऐसे चोर बाजारों के बारे में
मुंबई चोर बाजार (Mumbai Chor Bazaar)
मुंबई का चोर बाजार दक्षिणी मुंबई के मटन स्ट्रीट मोहम्मद अली रोड के पास स्थित है. यह बाजार करीब 150 साल पुराना है. इस बाजार की शुरुआत हुई थी तब इसका नाम “शोर बाजार” था. क्योंकि यहां दुकानदार तेज आवाज लगाकर सामान बेचते थे, तो यहां काफी शोर रहता था. लेकिन अंग्रेज लोगों के ‘चोर’ को गलत बोलने के कारण इसका नाम ‘शोर’ बाजार पड़ गया.
इस बाजार में सेकंड हैंड कपड़े, ऑटोमोबाईल, पार्ट्स और चुराई हुई घड़ियां और ब्रांडेड घड़ियों की रेप्लिका, चोरी के विंटेज और एंटीक सजावटी सामान मिलते हैं. इस मार्केट के लिए कहावत कही जाती है कि यहां आपके घर से चोरी हुआ सामान भी मिल जाएगा. मुंबई जाने पर आपको ‘चोर बाजार’ में जरूर घूमना चाहिए.
यहाँ क्या है फेमस?
इस बाजार के रेस्तरां और कबाब काफी फेमस है. और यहां जेबकतरों से सावधान रहें.
यह कब खुलता है?
ये मार्केट रोजाना सुबह 11 बजे से शाम के 7.30 तक खुला रहता है.
यहां के किस्से भी फेमस हैं
इस बाजार के बारे में कहा जाता है कि जब रानी विक्टोरिया की मुंबई यात्रा के दौरान उनका सामान शिप में लोड करते समय चोरी हो गया था. जो बाद में मुंबई के चोर बाजार में मिला.
दिल्ली का चोर बाजार (Chor Bazaar, Delhi)
दिल्ली का चोर बाजार देश का सबसे पुराना चोर बाजार है. सर्वप्रथम ये बाजार संडे मार्केट के तौर पर लाल किले के पीछे लगता था. लेकिन अब ये दरियागंज में नावेल्टी और जामा मस्जिद के पास लगता है. ये बाजार मुंबई बाजार से अलग है. इसे कबाड़ी बाजार भी कहा जाता है. यहां पर हार्डवेयर से लेकर किचन इलेक्ट्रॉनिक का सामान मिलता है.
कब लगती है मार्केट?
ये बाजार जामा मस्जिद के पास संडे के दिन लगती है. इस बाजार में किसी भी प्रोडक्ट को खरीदते समय प्रोडक्ट जांच ले क्योंकि जैसा वेंडर कहते हैं, वैसा प्रोडक्ट नहीं निकलता.
यहां का फेमस किस्सा
यहां के लिए एक स्टोरी फेमस है कि एक आदमी ने यहां गाड़ी पार्क की थी. बारगेनिंग करते समय उसे अपनी गाड़ी के टायर ही दुकान में मिले.
सोती गंज, मेरठ, यूपी (Soti Ganj, Meerut)
उत्तरप्रदेश के मेरठ में सोती गंज मार्केट काफी फेमस है. इस मार्केट को चोरी की गाड़ियों और स्पेयर पार्ट्स का गढ़ माना जाता है. इस बाजार में सभी गाड़ियों के ऑटो पार्ट्स मिल जाएंगे. यहां चोरी, पुरानी और एक्सीडेंट में खराब हुई गाड़ियां आती है. मेरठ की सोतीगंज मार्केट एशिया का सबसे बड़ा स्क्रैप मार्केट भी है. यहाँ पर एशिया की सबसे ज्यादा रद्दी मिलती है.
कब खुलती है मार्केट
यह मार्केट मेरठ सिटी में सुबह 9 बजे से शाम को 6 बजे तक खुला रहता है. यहां सामान खरीदने के लिए आपको सही डीलर मिलना जरूरी है. तभी अप अपनी पसंद का सही सामान खरीद सकते है.
यहां क्या है फेमस
इस बाजार की सबसे फेमस बात यह है की सोतीगंज में 1979 की अंबेस्डर का ब्रेक पिस्टन, 1960 की बनी महिंद्रा जीप क्लासिक का गेयर बॉक्स, द्वितीय वर्ल्ड वार की विलिज जीप के टायर ये सब आपको इस बाजार मिल में जाएंगे.
चिकपेटे, बेंगलुरु (Chickpet Market, Banglore)
बेंगलुरु का चिकपेटे बाजार दिल्ली और मुंबई के चोर बाजार के मुकाबले कम फेमस है. यह बाजार बेंगलुरु में चिकपेटे जगह पर संडे के दिन लगता है. यहां सेकेंड हैंड गुड्स, ग्रामोफोन, चोरी के गैजेट्स, कैमरा, एंटीक, इलेक्ट्रॉनिक आइटम और सस्ते जिम इक्विपमेंट मिलते हैं. बेंगलुरु का यह बाजार लोकल बाजार की ही तरह है.
कब लगती है मार्केट
यह बाजार लोकल बाजार और एक गांव के मार्केट की ही तरह संडे के दिन लगता है.
कहां लगती है मार्केट
यह बाजार बीवीके अयंगर रोड पर एवेन्यू रोड के पास लगता है.
पुदुपेत्ताई, चेन्नई (Pudhupettai, Chennai)
चेन्नई का यह बाजार सेंट्रल चेन्नई में स्थित ‘ऑटो नगर’ में स्थित है यहाँ पर पुरानी और चोरी की गई कारों को मॉडिफाई किया जाता हैं. यहां हजारों की संख्या में दुकानें हैं. ये दुकानें इसलिए फेमस है क्योकि यहाँ पर गाड़ियों के ऑरिजनल पार्ट्स और कार को बदलने का कार्य किया जाता है. इस मार्केट के लोगो को इस काम में इंटरनेशनल एक्सपर्ट कहा जाता है. यहां गाड़ियों के तमाम स्पेयर पार्ट्स से लेकर कार मॉडिफाई का सामान और सर्विस मिलती है. ये चोर बाजार गाड़ियों को बदलने का सबसे सस्ता जरिया है. क्योकि यहाँ पर पुलिस की रेड पड़ने का भी डर नही है क्योकि इस मार्केट पुलिस की रेड़ पड़ी है लेकिन ये दुकाने तब भी कभी बंद नहीं हुई है.
कब खुलती है मार्केट
यह बाजार एग्मोर ट्रेन स्टेशन से 1 किलोमीटर दूर स्थित है. ये सुबह 10 बजे से शाम के 6 बजे तक खुली रहता है.
यहां क्या है फेमस
इस बाजार में कभी भी अपनी गाड़ी या बाइक कभी भी पार्क न करे. हो सकता है कि आपको अपनी गाड़ी के पार्ट्स मार्केट की दुकानों पर मिल जाए.