अपने पेन कार्ड के बारे में यह रोचक तथ्य आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होंगे

भारत सरकार द्वारा जारी किये जाने वाले पेन कार्ड (Permanent Account Number) के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य..

पेन कार्ड पर जो आपका पेन नंबर होता है आखिर उस नंबर का क्या मतलब होता है?

पेन कार्ड कुछ इस प्रकार दिखता है:interesting-and-important-facts-about-pan-card112
क्रेडिट कार्ड और चेक की तरह पेन कार्ड पर भी कुछ नंबर होते है जो कार्ड को यूनिक बनाते है. भारत सरकार द्वारा जारी सभी पेन कार्ड पर 10 अंको का एक नंबर होता है. जिसमें प्रत्येक नंबर का अपना महत्व होता है. आइये 10 अंकों की श्रंखला से बनी यह संख्या के प्रत्येक अंक के बारे में जानते है:
पहले तीन अंक
प्रत्येक पेन कार्ड के पहले तीन अंक अल्फाबेट के अक्षर AAA से ZZZ के बीच होते है.
चौथा अंक
चौथा अक्षर पेन कार्ड धारक के स्टेटस को वर्णित करता है. जो कुछ इस प्रकार है:

C – Company
P – Person
H — HUF (Hindu Undivided Family)
F — Firm
A — Association of Persons (AOP)
T — AOP (Trust)
B — Body of Individuals (BOI)
L — Local Authority
J — Artificial Juridical Person
G — Government

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एक सामान्य व्यक्ति के कार्ड पर चौथा अक्षर P होता है.
पांचवा अंक
पांचवे अंक के रूप में पेन कार्ड पर आपके सरनेम का पहला अक्षर होता है या किसी भी संस्था, ट्रस्ट, सोसाइटी या HUF का पहला अक्षर होता है.
उदहारण स्वरुप यदि आपका नाम यश धर्माधिकारी (Yash Dharmadhikari) है तो पांचवां अंक D होगा.
यदि किसी परिस्थिति में आपका सरनेम बदलता है तो पेन कार्ड में कोई बदलाव नहीं होगा.
छठे से नवे अंक तक
अगले चार अंक 0001 से 9999 के बीच होते है.
दसवां और अंतिम अंक
अंतिम दसवें अंक का निर्धारण एक सूत्र के माध्यम से होता है जो पिछले 9 अंकों के द्वारा ज्ञात किया जाता है.
नीचे एक चित्र द्वारा समझाया गया है की किस प्रकार पेन कार्ड में परमानेंट अकाउंट नंबर को समझा जा सकता है.
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इस प्रकार से एक पेन नंबर का निर्माण होता है और इस विधि से 1,188,137,600,000 पेन कार्ड नंबर के संयोजन तैयार किये जा सकते है.

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