दुनिया में कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें देख कर दिल में सिर्फ़ और सिर्फ़ सम्मान की भावना आती है. ऐसे ही चंद लोगों में शुमार हैं Erika, Jim Abrams-Myers और उनकी बेटी. Seattle के इस दंपत्ति ने जानवरों की रक्षा के लिए, जो कदम उठाया वो वाकई काबिले तारीफ़ है.
दरअसल, आज से करीब 15 साल पहले ये कपल भारत आया था. यहां आने के बाद उन्हें ऐसा लगा कि यहां जानवरों की स्थिति काफ़ी दयनीय है. बस फिर क्या था दिल में जानवरों के प्रति प्यार और सेवा भाव लिए आ गए इंडिया. हालांकि, उस वक़्त उदयपुर के आस-पास कोई भी पशु अस्पताल नहीं था, फिर भी ये कपल अपने फ़ैसले पर अडिग रहा.
साल 2003 में Erika और Jim Abrams-Myers ने एक पशु चिकित्सक को किराए पर लेकर, Animal Aid Unlimited खोला, जिसमें वो घायल और बीमार पशुओं का इलाज कर उनका बचाव करते हैं. पिछले 15 सालों में ये दंपत्ति सगंठन के सदस्यों की मदद से अब तक 60 हज़ार से अधिक जानवरों की मदद कर चुका है. Animal Aid Unlimited की शुरूआत बेहद छोटे स्तर पर की गई थी, लेकिन अब ये संस्थान करीब 400 से अधिक पशुओं की सेवा कर उन्हें नई ज़िंदगी दे रहा है. दुनिया भर में मौजूद करीब 50 से अधिक स्टाफ़ इनकी बेज़ुबान जानवरों की देख रेख करता है.
Claire Abrams कहती हैं, ‘जब कोई हमें किसी बीमार या फिर घायल पशु के बारे में जानकारी करता है, तब हमें बेहद ख़ुशी होती है कि लोगों को इनकी चिंता है. हम लोगों को पशुओं के प्रति जागरूक करना चाहते हैं, ताकि भविष्य में उनका बचाव किया जा सके.’
हालांकि, जो पशु किसी जन्मजात या फिर गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं उनकी ज़िंदगी तो नहीं बचाई सकती, पर हां ऐसे वक़्त में उन्हें प्यार और केयर की ज़रुरत होती है, जो कि हम कर सकते हैं.
Claire Abrams ख़ुशी जताते हुए कहती हैं कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि उनके इस कार्य का इतना बड़ा प्रभाव होगा. आगे बताते हुए वो कहती हैं कि जानवरों की मदद से उन्हें ख़ुशी और दूसरों को प्रेरणा मिलती है.
उनका मानना है कि व्यक्तिगत रूप से जानवरों मांग और ज़रुरतों को पूरा किया जाना चाहिए और वो लगातार इस दिशा में कार्य कर रहे हैं. संस्थान के संस्थापक को उम्मीद है कि एक दिन वो पशुओं के लिए और भी अच्छा करेंगे.
वैसे अगर आप भी पीड़ित पशुओं की मदद करना चाहते हैं, तो आप अपना छोटा सा योगदान दे सकते हैं.