1. रॉ का उद्देश्य है ‘धर्मो रक्षति रक्षित:’. इसका मतलब है – जो इंसान धर्म की रक्षा करेगा वह इंसान हमेशा सुरक्षित रहेगा.
2. रॉ भारत-चीन युद्ध(1962) और भारत-पाकिस्तान(1965) युद्ध के बाद आया जब इंदिरा गाँधी की सरकार को महसूस हुआ कि अब भारत को अग्रिम सुरक्षा की आवश्यकता है.
3. रॉ की कानूनी स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं है, यही वजह है की Raw एक एजेंसी न होकर एक शाखा मानी जाती है. रॉ संसद को जबाब नही दे सकता और सुचना के अधिकार अधिनियम से बाहर है.
4. रॉ ने सीआईए की शाखाओं के साथ साँझा किया है, रॉ का प्रशिक्षण अमेरिका, ब्रिटेन और इसराइल में हुआ है।
5. 1984 में, रॉ ने यह सूचित किया कि पाकिस्तान के ऑपरेशन Ababeel सियाचिन में Saltoro रिज पर कब्जा करने की योजना बना रहा है। रॉ के सूचित करने से भारतीय सेना ने ऑपरेशन मेघदूत की शुरुआत की और पाकिस्तानी सेना को अन्दर घुसने से पहले ही बाहर फेंक दिया.
6. प्रारंभ में, रॉ आईबी, भारतीय पुलिस सेवा, सैन्य या राजस्व विभाग की ओर से लोगों को भर्ती किया करते थे, हालांकि अब वे विश्वविद्यालयों से छात्रों की भर्ती शुरू कर चुके है.
7. भारत के परमाणु कार्यक्रम को गुप्त बनाये रखने के लिए उसका नाम स्माइलिंग बुद्धा रख दिया था जिसकी जिम्मेदारी रॉ को दी गयी थी ।
8. भारत के साथ विलय होने से पहले सिक्किम एक स्वतंत्र राज्य हुआ करता था. भारत समर्थित जनसमूह बनाने में रॉ ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
9. रॉ के प्रमुख पदाधिकारी पाकिस्तान और चाइना के विशेषज्ञ है, हालाँकि अशोक चतुर्वेदी नेपाल के विशेषज्ञ है.
10. रॉ पाकिस्तान के तत्कालीन सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ और उनके स्टाफ प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अजीज के बीच टेलीफोन पर बातचीत के दोहन में सफल रहा था, उस बातचीत को जो कारगिल घुसपैठ में पाकिस्तान का हाथ होने की पुष्टि करती थी।