हम बात कर रहे है गुजरात के रहने वाले प्रणव मिस्त्री की. आखिर ऐसा क्या विशेष किया है प्रणव मिस्त्री ने जिसके के कारण आज वे युवाओं के आदर्श कहलाने लगे है. आइये जानते है..
प्रणव मिस्त्री एक कंप्यूटर वैज्ञानिक और आविष्कारक है प्रणव का जन्म 14 मई 1981 को पालनपुर, गुजरात में हुआ. वर्तमान में प्रणव सैमसंग के ग्लोबल वाईस प्रेसिडेंट ऑफ़ रिसर्च है और सैमसंग के थिंक टैंक के प्रमुख भी है. इससे पहले प्रणव गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और नासा के लिए भी कार्य कर चुके है.
गुजराती माध्यम में पढ़े प्रणव एक सामान्य विद्यार्थी की तरह ही थे, स्कूल की पढाई के बाद उन्होंने अहमदाबाद में निरमा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी में दाखिला लिया उसके बाद आईआईटी मुंबई से अपनी मास्टर डिग्री पूरी की. इसके बाद सफ़र शुरू हुआ एक ऐसे आविष्कार का जो आने वाला समय बदल देगा. एक ऐसा अविष्कार जिसमे किसी विशेष हार्डवेयर डिवाइस की आवश्यकता नहीं होगी. बिन कीबोर्ड, माउस और एलसीडी के भी आप कंप्यूटर का सभी कार्य कर पाएंगे.
प्रणव ने सिक्स्थ सेन्स तकनीक पर ख़ोज भारत में रह कर की लेकिन बाद में उसे बड़े स्तर पर ले जाने के लिए विश्व के सबसे प्रसिद्दतम महाविद्यालय एम्आईटी (मेसाच्युसेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी) से पीएचडी की. और फिर एम्आईटी मीडिया लैब के साथ मिलकर इस अद्भुत आविष्कार को जन्म दिया.
प्रणव दुनिया के टॉप आविष्कारकों में से एक है जिनकी उम्र 35 वर्ष से कम है. वे दुनिया में अपनी सिक्स्थ सेंस तकनीक और सैमसंग गैलेक्सी गियर स्मार्ट वाच के लिए जाने जाते है.
सिक्स्थ सेन्स तकनीक और स्मार्ट वाच के आविष्कारक प्रणव बताते है कि आप स्मार्ट वाच के द्वारा फोटो खिंच सकते है और कॉल व मेसेज भी कर सकते है. सिक्स्थ सेन्स तकनीक आपके शरीर के भाव के आधार पर कार्य करती है. विडियो में जाने सिक्स्थ सेंस तकनीक को…
प्रणव ने इच्छा जाहिर की है कि वे अपनी जॉब छोड़कर घर आकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ काम करना चाहते है.