Virtual aadhar card ki puri jankari hindi me भारत की अर्थव्यवस्था में Aadhaar Card एक क्रांतिकारी कदम हैं इस कार्ड से किसी भी व्यक्ति की पहचान कही भी आसानी से की जा सकती हैं. और इस व्यवस्था से कई ऐसे काम बेहद आसन हो गए हैं जिसे करने में पहले सप्ताह का समय लग जाता था. आप भी इस समस्या से अच्छे से वाकिफ हो चुके हैं हम आपको दो उदहारण देकर पुरानी समस्या की याद दिलाना चाहते हैं.
1. पहले कभी आप Mobile Sim लेने जाते थे. तब दुकानकार आपके डॉक्यूमेंट लेकर आपको Sim तो तुरंत दे देता था लेकिन Sim की सेवा शुरू होने में लगभग एक सप्ताह का समय लग जाता था. इसके पीछे की वजह यह थी कि Mobile ऑपरेटर कंपनियां आपके द्वारा दिए गए सभी दस्तावेजों का अवलोकन करती थी. तब जाके आपकी Sim शुरू होती थी. इसमें काफी समय खर्च होता था.
2. पहले एक ही शख्स के पास एक ही तरह की कई सरकारी आईडी हुआ करती थी. कुछ लोग इसका दुरुपयोग करते थे. जैसे एक ही व्यक्ति अपने पास कई PAN Card रखकर टैक्स चोरी करता था.
यह हमने आपको केवल दो उदहारण दिए हैं लेकिन ऐसी कई समस्या थी जिससे भारत सरकार लगातार जूझ रही थी. इसीलिए भारत सरकार हर व्यक्ति के लिए एक Virtual ID बनाने का विचार किया जिसमे व्यक्ति की सभी निजी जानकारी संग्रहित रहती हैं जिसे इस्तेमाल करके जल्दी व्यक्ति की पहचान की जा सके.
Virtual Aadhaar Card क्या होता हैं. Virtual Aadhar Card Kya Hota Hai
भारत सरकार ने Aadhaar Card को भविष्य को ध्यान रखते हुए बनाया हैं. Aadhaar Card 16 अंको का एक नंबर होता हैं जिसमे आपकी निजी जानकारी होती हैं. इस निजी जानकारी का इस्तेमाल आपकी बिना इजाजत के कोई भी नहीं कर सकता हैं. यह डाटा सुरक्षा की द्रष्टि से एन्क्रिप्टेड होता हैं. लेकिन हाल ही के दिनों में यह सवाल मीडिया में उठा की यदि कोई व्यक्ति अपना Aadhaar नंबर भी निजी रखना चाहता हैं तो वह कैसे होगा. इन तमाम आशंकाओं को देखते हुए यूआईडीएआई ने VID की सुविधा लॉन्च करने का फैसला लिया. VID का यहाँ अर्थ हैं Virtual ID (Virtual ID). Virtual ID का उददेश यह हैं कि अगर आप किसी से Aadhaar नंबर शेयर नहीं करना चाहते हैं तो आप इस Virtual ID का इस्तेमाल Aadhaar के तौर पर कर सकते हैं. जिससे आपकी जानकारी गोपनीय रहेगी और यह Virtual ID का इस्तेमाल केवल एक ही दिन तक किया जा सकता हैं अगर आपको इसका इतेमाल पुनः करना हैं तो इसे वापस generate करना पड़ेगा. वह Virtual ID कितनी बार भी generate की जा सकती हैं.
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कैसे करते हैं Virtual Aadhaar Card जनरेट
Virtual ID जनरेट करना बेहद ही आसन हैं Virtual ID Mobile और कंप्यूटर दोनों की सहायता से जनरेट की जा सकती हैं. Mobile एप्प में इसकी सुविधा अभी उपलब्ध नहीं हैं. लेकिन जल्द ही इसमें यह सुविधा उपलब्ध कराने का वादा UIDAI ने किया हैं. Mobile के ब्राउज़र की सहायता से Virtual ID जनरेट की जा सकती हैं.
Aadhaar Card Virtual ID जनरेट करने के स्टेप्स
1. सबसे पहले अपने ब्राउज़र में unique identification authority of india की ऑफिसियल वेबसाइट https://uidai.gov.in/ खोले
2. वेबसाइट के Aadhaar Services सेक्शन में आपको आखरी में Virtual ID (VID) Generator का option मिलेगा
3. Option में जाने के बाद नया टैब खुलेगा. जिसमे आप अपना Aadhaar नंबर और OTP डालकर अपना Virtual ID जनरेट कर सकते हैं आपकी 16 नंबर की Virtual Aadhaar ID आपके Mobile पर आ जाएगी.
4. यदि आप अपनी Virtual ID को बंद करना चाहते हो तो आप यह प्रक्रिया वापस करे लेकिन Generate VID की जगह Retrieve VID वाले option को चुने.
Virtual ID के फायदे
Virtual नंबर को जेनरेट करने के बाद आपको अपना ओरिजनल Aadhaar नंबर किसी भी थर्ड पार्टी को नहीं देना होगा. आप इस Virtual नंबर का इस्तेमाल Bank Accountखुलवाने, सरकारी सब्सिडी के लिए, पासपोर्ट बनवाने के लिए, Online Wallets और Mobile Sim, इन्श्योरेंस पॉलिसी खरीदने के लिए कर सकते हैं.
कब से हो सकता हैं Virtual ID इस्तेमाल
UIDAI ने Virtual ID की शुरुआत कर दी हैं. 1 जून 2018 से सभी Aadhaar सुविधाओं ने Virtual ID लेने की सुविधा देना अनिवार्य हो जायेगा.
Virtual ID लाने का कारण
Virtual ID के वारे में पढने के दौरान आपके मन में एक प्रश्न उठ रहा होगा कि Aadhaar Card में Virtual ID क्यों लाया गया हैं? क्या यह पहले सुरक्षित नहीं था? क्या हमारा डाटा unique identification authority of india (UIDAI) के पास सुरक्षित नहीं रखा हुआ था और हमारे Aadhaar Card में क्या क्या निजी जानकारी सार्वजानिक हो रही थी? हम इस सेक्शन में आपको इन सभी सवालों के जवाब देंगे.
Aadhaar Card में Virtual ID क्यों लाया गया हैं?
Virtual ID को लाने का सबसे बड़ा उद्देश यह था कि किसी भी नागरिक की निजी जानकारी को और सुरक्षा मुहिया करायी जा सके. देश में बढते Aadhaar के प्रभाव को देखते हुए Aadhaar Card को भी निजी जानकारी में रखा जरुरी था. और कुछ घटनाओं में UIDAI को यह भी शिकायत आ रही थी कि नागरिकों की निजी जानकारी का Aadhaar की मदद से दुरूपयोग किया जा रहा हैं. जिसके बाद से ही UIDAI Aadhaar की सुरक्षा के लिए पहले से ज्यादा सतर्क हो गयी. जिसके बाद UIDAI ने Virtual ID कांसेप्ट देश के सामने Introduce किया.
क्या यह पहले सुरक्षित नहीं था?
Aadhaar Card जितना अब सुरक्षित था उतना पहले भी था. किसी को अपना Aadhaar Card नंबर बता देने के बाद की कोई आपकी निजी जानकारी तब तक नहीं निकाल पता था जब तक की आप अपने Mobile नंबर पर आये OTP को शेयर नहीं करते. Mobile नंबर और Aadhaar नंबर दोनों होने की सूरत में आपकी निजी जानकारी कोई देख पता हैं और यदि इस जानकारी का उपयोग करना चाहे तो Mobile, Aadhaar Card के साथ साथ आपके उँगलियों के निशान भी लगेगे. जिसे आपकी मर्ज़ी के बिना चुरा पाना लगभग असंभव हैं.
क्या हमारा डाटा UIDAI के पास सुरक्षित नहीं रखा हुआ था?
हमारा Aadhaar Card UIDAI द्वारा बायोमेट्रिक एनक्रिप्टेड होता हैं. ऑनलाइन फ्रॉड या फिर हैकिंग की स्थिति में Aadhaar Card के एनक्रिप्टेड भाग को डिक्रिप्ट करना लगभग असंभव हैं.
Aadhaar Card में क्या क्या निजी जानकारी होती हैं?
(Virtual aadhar card ki puri jankari hindi me) भारत सरकार द्वारा Aadhaar को लगभग हर क्षेत्र में अनिवार्य कर दिया हैं. Aadhaar Card में आपका नाम, पता, Mobile नंबर, जन्म तारीख, पिनकोड, पिता नाम आदि जानकारी होती हैं. इसके बाद Aadhaar को Bank Account और पैन कार्ड से लिंक करवाने के बाद Aadhaar से यह जानकारी भी जुड़ जाती हैं लेकिन Bank Accountजैसी जानकारी बहुत ही गुप्त रखी जाती हैं.
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