धर्म ग्रन्थ सभी को जीने का सलीका सिखाते है. हिन्दू धर्म-ग्रंथ का लक्ष्य केवल मनुष्य मात्र को केवल देवी-देवताओं के बारे में ज्ञान की बाते बताना ही नही है, जबकि हर उस बात को बताना और समझाना है, जो उसके लिए जानना जरूरी होती है. या उसके जीवन में उपयोगी होती है. हिन्दू धर्म के विभिन्न शास्त्रों और धर्म ग्रंथों का पाठ करने से या उन्हें सुनने से हमें कई ऐसी बातो का ज्ञान होता है, जो की हमारे जीवन में हर दिन काम आने वाली होती है.
महाभारत हिन्दू धर्म का एक पवित्र ग्रन्थ है इसके एक भाग वनपर्व में ऐसी तीन प्रकार की बातों के बारे में कहा गया है, जो हमे किसी भी व्यक्ति से दोस्ती करते समय ध्यान रखना चाहिए.
आइये जानते है दोस्ती करने से पहले हमें किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
श्लोक-
येषां त्रीण्यवदातानि विद्या योनिश्च कर्म च।
ते सेव्यास्तैः समास्या हि शास्त्रेभ्योपि गरीयसी।।
1. शिक्षा और ज्ञान
महाभारत के अनुसार, हमे किसी भी व्यक्ति से दोस्ती करने से पहले इस बात को जरूर देखना चाहिए कि उस व्यक्ति के ज्ञान का स्तर कितना है. कई लोग ऐसे होते है जिनका मन पढ़ाई-लिखाई में नहीं होता. उनका मन फालतू घूमना, हंसी-ठिठोली करना, दूसरों का मजाक उठाना आदि ही कार्यो में लगता है और उनका स्वभाव ही ऐसा होता है. ऐसे लोगों के जितना दूर रहा जाए, उतना ही हमारे लिए अच्छा है. अच्छी विद्या या ज्ञान वाला मनुष्य ही अपने मित्रो को गलत राह पर चलने से रोक सकता है. अतः हमे ऐसे लोगो से मित्रता करनी चाहिए जो ज्ञानवान हो और शिक्षित हो.
2. परिवार या परिवार के लोगों की जानकारी
शास्र के अनुसार ऐसे व्यक्ति से भी दोस्ती नही करनी चाहिए जिसके परिवार के लोग दुष्ट, चोर या पापी प्रवृत्ति के हो. ऐसे परिवार के व्यक्ति से कभी भी दोस्ती नही करना चाहिए. फिर वह चाहे मनुष्य खुद कितना ही अच्छा क्यों न हो. लेकिन अपने परिवार की आदतों और कर्मों का परिणाम उसे भी झेलना ही पड़ता है. जिस तरह गेंहू के साथ घुन भी पिसता है, उसी तरह विपत्ति आने पर ऐसे व्यक्ति का परिवार उसके साथ-साथ आपके लिए भी मुसीबत का कारण बन सकता है. इसलिए कभी भी ऐसे कीसी भी दोस्त से दोस्ती करने से पहले इस बात की जांच जरूर कर लें, की उसका परिवार कैसे है और उसके लोग कैसे है.
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3. आदतें और काम
शास्त्र में कहा गया है की जिस व्यक्ति की आदत जैसी होती है वह वैसा बन जाता है. इसलिए हमे दोस्ती करने से पहले उस मनुष्य की आदतें और उसका पेशा यानी काम जानना भी बहुत महत्वपूर्ण है. यदि आपने ऐसा नही किया और उसकी बुरी आदतों को बिना जाने ही या उन्हें नजरअंदाज करके आप दोस्ती कर लेंगे तो, कभी ना कभी इनका दुष्परिणाम आपको ही झेलना पड़ेगा. ऐसा भी हो सकता है की, उसकी आदतों या कामों के कारण आपको भी अपमानित होना पड़ जाए. इसलिए किसी से भी दोस्ती करने से पहले उसकी आदतों के बारे में जरूर जान लें. यदि उसमें नशा करना, चोरी करना, बहुत ज्यादा गुस्सा करने जैसी कोई भी बुरी आदत हो तो ऐसा व्यक्ति से दूरी बनाए रखना ही बेहतर होगा. यदि आपने ऐसा नही किया तो इसके दुष्परिणाम आपके लिए घातक है.