हिन्दू धर्म का सर्वाधिक महत्वपूर्ण पुराण है श्रीमद्भागवत पुराण। कलयुग में क्या-क्या घटित होगा इसकी भविष्यवाणी भागवत पुराण में बहुत पहले कर दी गई थी। आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि जो भी इस पुराण में कलियुग के बारे में बताया गया है वो आज के समय में सार्थक हो रहा है। वही हो रहा है जो आज के युग के बारे में श्रीमद्भागवत पुराण में लिखा गया है। आपको बताते हैं श्रीमद्भागवत पुराण में कलियुग के बारे में की गई भविष्यवाणी के बारे में …..
श्रीमद्भागवत पुराण में बताया गया है कि कलयुग में जिस व्यक्ति के पास जितना धन होगा उसे उतना ही सम्मान मिलेगा. गुणों और सच्चाई की महत्ता समाप्त हो जाएगी। इस युग में जिस व्यक्ति के पास धन नहीं होगा वो अधर्मी, अपवित्र और बेकार माना जाएगा। कानून, न्याय केवल धन शक्ति के आधार पर लागू किया जाएगा।
श्रीमद्भागवत पुराण के अनुसार कलियुग में धर्म, सत्यवादिता, स्वच्छता, सहिष्णुता, दया, जीवन की अवधि, शारीरिक शक्ति और स्मृति सभी दिन-ब-दिन घटती जाएगी। इस युग में पुरूष और स्त्री साथ-साथ रहेंगे और विवाह बस एक दो लोगों के बीच समझौता होगा ।
जो व्यक्ति बहुत चालाक और स्वार्थी होगा वो इस युग में बहुत विद्वान माना जाएगा। व्यापार में सफलता छल पर निर्भर करेगा। पृथ्वी भ्रष्ट लोगों से भर जाएगी और लोग सत्ता हासिल करने के लिए एक दूसरे को मारेंगे। अकाल और अत्याधिक करों द्वारा परेशान, लोग पत्ते, जड़, मांस, जंगली शहद, फल, फूल और बीज खाने को मजबूर हो जाएंगे। भयंकर सूखा पड़ेगा।
मौसम समय के विपरीत हो जाएगा। ठंड, हवा, गर्मी, बारिश और बर्फ यह सब लोगों को बहुत परेशान करेंगे। सर्दी के मौसम में गर्मी पड़ेगी और असमय बारिश से लोग आहत होंगे।