भारत के प्रसिद्द प्राचीन मंदिरों की सूची | Top Famous and Ancient Temple of India in Hindi | Bharat ke Prasidh Prachin Mandir
हिन्दू धर्म में चार धाम यात्रा को बहुत अधिक पवित्र माना जाता है. भारत में उसके अलावा और भी कई मंदिर है जो की बहुत पूज्यनीय है ऐसे भी भारत के प्रसिद्द मंदिर है जहाँ जा कर आप स्वयं भगवान के होने का अनुभव कर सकते है.
भारत के प्रसिद्द मंदिर (Famous Temple of India)
बद्रीनाथ मंदिर,उत्तराखंड (Badrinath Mandir, Uttarakhand)
बद्रीनाथ मंदिर को बद्रीनारायण के नाम से भी जाना जाता है. इस मंदिर में भगवान विष्णु का वास है. इस मंदिर में भगवान के दो रूप नर और नारायण की उत्पत्ति को बताया है. नौवी सदी में बद्रीनाथ मंदीर को आदि शंकराचार्य ने फिर से एक प्रमुख तीर्थ स्थल के रूप में स्थापित किया था. सत्रहवी सदी में मंदिर को गढ़वाल राजाओं ने बड़ा करवाया था. भगवन विष्णु की मूर्ति ध्यान करती हुई नर और नारायण के मिलन से बनी हुई है. वैष्णवों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है. चारधाम के तीर्थ स्थलों में बद्रीनाथ मंदिर बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है.
काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी (Kashi Vishwanath Mandir, Varanasi)
काशी विश्वनाथ मंदिर गंगा नदी के किनारे स्थापित है. कहा जाता है कि वाराणसी शहर को दुनिया का सबसे पुराना स्थापित शहर कहा जाता है. भगवान शिव इस शहर में हमेशा से है. यह शहर भारत की सांस्कृतिक राजधानी का दिल है. भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्वनाथ लिंग इस मंदिर की शोभा बढ़ाती है ऐसा कहा जाता है कि काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने से सभी प्रकार की माया और सांसारिक उलझनों से मुक्त हो जाते है. यहां करोड़ों की तादात में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते है. कशी विश्वनाथ मंदिर वो मंदिर है जहाँ लोग अपने पापों से मुक्त होने आते है और ऐसा कहा जाता है कि अगर वाराणसी से ही गंगा में अपने पूर्वजों की अस्थियाँ बहाए तो उन्हें मोक्ष मिलता है.
अमरनाथ मंदिर, पहलगाम (Amarnath Mandir Pahalgam)
बाबा अमरनाथ का मंदिर समुद्र तल से 3888 मीटर की उंचाई पर स्थित है यह मंदिर कश्मीर की राजधानी श्रीनगर से 141 किलोमीटर की दूरी पर है. मंदिर एक गुफा ही है. गुफा में भगवान शिव का मंदिर है मंदिर में भगवान शिव का लिंग है जो प्राकृतिक रूप से बर्फ से अपने आप ही बनता है. मंदिर की गुफा अधिक समय तक बर्फ से ही ढंकी हुई रहती है. साल में सिर्फ गर्मी के ही कुछ महीनों में मंदिर में दर्शन शुरू होते है. बाबा अमरनाथ के दर्शन करने के लिए लाखों श्रद्धालु अपनी जान जोखिम में डाल कर आते है यह मंदिर भारत के आकर्षक मंदिरों में से एक है.
केदारनाथ मंदिर, उत्तराखंड (Kedarnath Mandir, Uttarakhand)
चारधाम के सभी मंदिरों में सबसे ऊंचाई पर स्थित इस मंदिर में भगवान शिव विराजते है वहा के भगवान शिव को रक्षक और विनाशक दोनों रूप में बताया है. यह मंदिर बहुत ही पुराना है. इस मंदिर का पुनर्निर्माण कुछ वर्षों पहले पूरा हुआ ही था की यहाँ फिर से एक भीषण बाढ़ आ गई और मंदिर तहस नहस हो गया पर भगवान के शिवलिंग को कुछ नहीं हुआ. वहां के लोग कहते है की शिवलिंग पर चढ़ाया गया आखिरी बेलपत्र का पत्ता भी शिवलिंग से नहीं हटा था. केदारनाथ मंदिर बर्फीली पहाड़ियों से घिरा हुआ है. केदारनाथ को चमत्कारी मंदिर माना जाता है.
स्वर्ण मंदिर, अमृतसर (Golden Temple, Amritsar)
हरमिंदर साहिब का गुरुद्वारा स्वर्ण मंदिर अमृतसर और भारत का इकलौता मंदिर है जो सोने का है. यह एक प्रमुख सिक्ख गुरुद्वारा है. स्वर्ण मंदिर सिर्फ मत्था टेकने या प्रार्थना करने के लिए नहीं है, यह मंदिर भाईचारे और समानता का प्रतीक भी है. यहाँ पर हर धर्म के लोग अपनी जाति, पंथ और धर्म को भूल कर यहाँ मत्था टेकने और प्रार्थना करने आते है. गुरूद्वारे का उपरी हिस्सा पूरे सोने से बना हुआ है. नीचे के कुछ हिस्से को संगेमरमर से बनाया है इसी लिए इस गुरूद्वारे को स्वर्ण मंदिर कहा जाता है.
वैष्णो देवी, कटरा (Vaishno Devi, Katra)
कटरा के पास स्थित यह मंदिर 5300 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. यह मंदिर माँ भगवती का मंदिर है. वैष्णो देवी मंदिर में माँ भगवती को माता रानी और वैष्णवी नाम से भी पुकारते है. हर साल मंदिर में माता कि पूजा-अर्चना के लिए 80 लाख श्रद्धालु आते है. यह मंदिर आंध्र प्रदेश के तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर के बाद दूसरा मंदिर है जहाँ साल में सबसे ज्यादा श्रद्धालु आते है.
जगन्नाथ मंदिर, पूरी (Jagannath Mandir, Puri)
जगन्नाथ मंदिर भगवान जगन्नाथ का मंदिर है. मंदिर में विराजित भगवान को ब्रम्हाण का देवता भी कहा जाता है. यह मंदिर भारत के सुप्रसिद्ध मंदिरों में से एक है. इस मंदिर में देश विदेश से पर्यटक भगवान के दर्शन के लिए आते है. मंदिर के पास के इलाके में कई बड़े स्तंभ है जिनकी वास्तुकारी देखने लायक है.
सोमनाथ मंदिर, जूनागढ़ (Somnath Mandir, Junagadh)
गुजरात में समुद्र के पश्चिमी तट पर स्थित है. सोमनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है. यहाँ की मिटटी भी पवित्र है यहाँ पर श्री कृष्ण ने निजधाम की अपनी आखिरी यात्रा की थी. कई सदीयों पुराने इस मंदिर को 1947 में आज़ादी के बाद फिर से सुधार कर बनाया गया था. वर्तमान में सोमनाथ मंदिर चालुक्य तरीके से बना है
तिरुपति मंदिर (Tirupati, Tirumala)
श्री वेंकटेश्वर का विश्व प्रसिद्ध मंदिर तिरुपति के पास तिरुमाला में स्थित है. मंदिर में विराजीत भगवान विष्णु का वेंकटेश्वर रूप है. उस मंदिर की मूर्ति को बालाजी और गोविंदा के नाम से भी जाना जाता है. तिरुवंतपूरम में श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के बाद तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर में सबसे ज्यादा चढ़ावा आता है. इस मंदिर के पास 50 हज़ार करोड़ की संपत्ति है. इस मंदिर में एक दिन में लगभग 1 लाख लोग दर्शन करते है. आंध्र प्रदेश के लोग किसी भी शुभ कार्य को संपन्न करने के बाद मंदिर में दर्शन करने जाते ही है. वहाँ के लोग मानते है कि हम शुभ कार्य को करने के बाद अगर वेंकटेश्वर मंदिर नहीं गए तो हमारा कार्य अधूरा है.
महाकालेश्वर, उज्जैन (Mahakaleshwar, Ujjain)
मध्यप्रदेश के सबसे पवित्र शहर उज्जैन में भगवान शिव जी के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ज्योतिर्लिंग स्थित है महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग रूद्र सागर तालाब के किनारे स्थित इस मंदिर के लिंग को स्वयंभू माना जाता है. स्वयंभू मतलब जो खुद ही उत्पन्न हुआ हो. शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव उज्जैन में एक दुष्ण नाम के राक्षस को मारने के लिए महाकाल रूप में आये थे. दूष्ण को मारने के बाद शिव जी महाकाल रूप में ज्योतिर्लिंग बन कर उज्जैन की पवित्र नगरी में ही विराज गए. 12 ज्योतिर्लिंगों में महाकाल ही है जिनका मुंह दक्षिण की ओर है.
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