भाषाओँ को सीखने और सिखाने का सबसे बेहतर तरीका होता है फ़िल्म देखना. संस्कृत भारत की पौराणिक भाषा रही है, सम्पूर्ण ज्ञान और विज्ञान संस्कृत भाषा में समाहित है.
विश्व के कई महाविद्यालयों में संस्कृत भाषा का अध्ययन कराया जाता है, विश्व की सबसे बड़ी स्पेस एजेंसी नासा भी संस्कृत भाषा पर तकनिकी कार्य कर रही रही.
प्रसिद्द मलयाली निर्देशक विनोद मांकर द्वारा बनायीं गयी विश्व की तीसरी संस्कृत भाषा की यह फिल्म समाज में संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने का एक सबसे सरह और सशक्त साधन है.
17 वीं सदी के कवि व विद्वान उन्नयी वारियर के अनुभवों, संघर्षों और प्रेम पर आधारित फिल्म आपको अवश्य पसंद आएगी.