राजस्थान के एक छोटे से गाँव के रहने वाले रणदीप सिंह पढने के लिए विदेश गए और वही पर डिग्री लेकर अपना एक रिटेल आउटलेट खोला, व्यापार में सफलता मिलने के बाद रणदीप सिंह ने दो और आउटलेट बढ़ाये.
लेकिन इसी बीच उन्हें गाँव से अक्सर खबरे आती रहती थी की उनके गाँव में आज किसी मृत्यु हुई है, और सभी की मृत्यु का एक ही कारण था “कैंसर”.
और केंसर का कारण विषयुक्त खेती थी. रासायनिक खाद और जहरीले यूरिया के कारण गाँव की जमीने जहर उगल रही थी
इसी को देखते हुए उन्होंने अमेरिका में रहकर ही अपने एक मित्र के खेत पर रिसर्च शुरू की और गौमूत्र से निर्मित पेस्टीसाइड बनाये. जिससे उन्हें कुछ अद्भुत रिजल्ट मिले.
इसके बाद रणदीप सिंह ने अपना पूरा कारोबार बंद कर राजस्थान में अपने गाँव आकर अपनी बुद्धि और दृढ़ निश्चय से जैविक खेती को शुरू किया.
आज पूरा गाँव उनकी बात को अपना रहा है.