अकेलापन जैसी समस्या से छुटकारा पाने के आसान तरीके | Tips overcome problem of Loneliness in Hindi
इंसान एक सामाजिक प्राणी है. बचपन से लेकर जिंदगी के हर एक कदम पर हमें किसी न किसी के साथ की जरूरत होती ही है. बचपन मे माता पिता, तो थोड़ा बड़े होते ही दोस्त हमारी जिंदगी का हिस्सा बन जाते है. फिर जैसे ही युवावस्था के चरम पर पहुँचते है, हम शादी के पवित्र बंधन में बंध जाते है. यह सब कुछ हम सिर्फ अपना अकेलापन दूर करने के लिए करते है. हम सब अंदर से बिल्कुल अकेले होते है. बस इन रिश्तों का एक आवरण हमारे चारों ओर ऐसा बुन दिया जाता है, जिससे हम अपने अंदर का अकेलापन देख नही पाते. लेकिन जब हमारी जिंदगी से कोई खास इंसान चला जाता है, तब हमें यह अकेलापन दिखाई देता है और महसूस होता है. यह वक़्त काफी पीड़ादायी होता है.
हर कोई इस अकेलेपन से निकलने का प्रयास करता है, लेकिन सही रास्ता न पता होने की वजह से वह इस अकेलेपन की भावना से निकल नही पाता. यदि कोई भी व्यक्ति अकेलेपन की भावना से निकलना चाहता है तो इन तरीकों को जरूर आजमा सकता है.
अकेलेपन का कारण जाने
अकेलेपन से उबरने के दो तरीके होते है. जिसमे से एक क्षणिक आराम देता है. वही दूसरा तरीका पूर्णतः इस भावना से आजाद कराता है. अकेलेपन से पूर्णतः आजादी चाहते है तो उसके लिए आपको खुद से यह पूछना पड़ेगा कि आपके अंदर उपजे इस अकेलेपन की भावना के पीछे वजह क्या है? जबाब जरूर मिलेगा. इसके बाद आप जितना इस जवाब का सामना करेंगे और इस जवाब को स्वीकार कर लेंगे, उतनी जल्दी ही इस भावना से राहत मिलेगी.
बाहर घूमने जाए
अकेलेपन को एन्जॉय करे. हमारे जीवन मे आने वाली हर परिस्थिति के कुछ सकारत्मक और कुछ नकारात्मक पहलू होते है. यदि आप अकेलापन महसूस कर रहे है, और यह सोच रहे है कि आप अकेले है तो कैसे जाए. पर इसी स्थिति का दूसरा पहलू यह है कि आप अकेले भी बहुत एन्जॉय कर सकते है. आपको कोई भी व्यवधान नही डाल सकता है. आप अपनी पसंद की जगह घूम सकते है. बस थोड़ा नजरिया बदलना पड़ेगा. इसलिए घर से बाहर निकले और दुनिया को देखें.
कुछ नया सीखने की कोशिश करे
आप इस दौरान कोई नई चीज सकते है. यदि आपको भाषा मे रुचि है तो कोई विदेशी भाषा सीख सकते है. संगीत, वाद्ययंत्र, नृत्य भी सीख सकते है. कुछ नया सीखने के दौरान आपके दिमाग को एक नई चुनौती मिलेगी, जिससे आपका ध्यान अकेलेपन से हटकर नई चुनौती से निपटने में लग जायेगा. धीरे धीरे अकेलेपन की भावना भी कम होने लगेगी.
खुद को अभिव्यक्त करे
अकेलेपन के दौरान हमारे अंदर भावनाओ का गुबार उठता है, लेकिन हमारे आसपास ऐसा कोई नही होता, जिससे हम अपना हाल बयां कर सके. इस स्थिति में आप चाहे तो एक डायरी लिख सकते है, या ब्लॉग के द्वारा खुद को दुनिया के सामने व्यक्त कर सकते है. इससे आपको भावनात्मक राहत मिलेगी. साथ ही आपके अंदर मौजूद लिखने की कला भी निखरेगी.
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किताबों से दोस्ती करे
कहते है कि एक अच्छी पुस्तक कई दोस्तों के बराबर होती है. आप किताबो से दोस्ती कर सकते है. अच्छी अच्छी किताबे पढ़े, जिससे आपके अंदर सकारत्मकता बनी रहे.
संगीत को सहारा बनाए
म्यूजिक हमारी भावनाओ को बहुत अधिक प्रभावित करता है. इसलिए इस दौरान अच्छा संगीत आपकी मनोदशा सुधारने में बहुत मदद कर सकता है.
नए लोगो से मिले
कहने को तो जिंदगी बहुत छोटी है, लेकिन जितने भी दिन है उन्हें बहुत अच्छे से जीना चाहिए. हमेशा नए लोगो से मिलते रहे. इससे आपके अंदर एक नई ऊर्जा का संचार होता है. हर इंसान अपने आप मे अलग होता है. उनकी रुचि, व्यवहार, सब कुछ अलग होता है. हो सकता है बातो ही बातों में कोई व्यक्ति आपको कुछ ऐसी बात कह जाए जो आपकी समस्या हल कर दे. इसलिए नए लोगो से मिले और दोस्ती करे.
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