आलसी आने के प्रमुख कारण और उसे दूर करने के कारगर घरेलू उपाय | Reasons or Cause of Lasiness and tips to overcome problem of Laziness in Hindi
आलस इस शब्द से तो सभी परिचित है. यदि किसी व्यक्ति के अंदर काम करने की भावना न आए और वह लगातार काम न करने के बहाने बनाता रहे, तो सामान्यतः उस व्यक्ति को आलसी व्यक्ति कहा जाता है. किसी का आलसी स्वभाव उसके जीवन मे तरक्की हासिल करने के रास्ते रोक देता है. क्योंकि आलसी व्यक्ति के अंदर काम करने की भावना ही नही होती और बिना काम किये कोई तरक्की हासिल नही कर सकता है. यदि वैज्ञानिकों की माने तो आलस की भावना बुरी नही है. लेकिन जब यह एक सीमा से ज्यादा बढ़ जाए तो फिर नुकसानदायक होती है.
आलस आने के प्रमुख कारण(Cause of Lasiness)
पर्याप्त नींद हमारे शरीर को चुस्त फुर्तीला बनाती है. यदि हमारे शरीर को पर्याप्त नींद नही मिल पाती तो शरीर मे आलस बना रहता है.बहुत अधिक खाना भी शरीर को भारी बनाता है. जिससे शरीर मे आलस्य बना रहता है. इसके अलावा खाने का अनियमित समय भी आलसी शरीर के लिए जिम्मेदार होता है.किसी काम को कल पर टालने की आदत भी शरीर और स्वभाव को आलसी बना देती है.जब कोई व्यक्ति बहुत अधिक सुख की लालसा करता है और आरामदायक जिंदगी जीता है, तब वह आलसी बन जाता है.बहुत ज्यादा मनोरंजन या कॉमेडी भी इंसान को आलसी बना सकती है. हँसना शरीर ले लिए फायदेमंद होता है, लेकिन जब यह लत बन जाए, तो शरीर को आलसी बना देता है.आज के दौर की बात की जाए, तो यह देखने को मिलता है कि आज हर जगह टेक्नोलॉजी है. सुबह उठने से लेकर शाम को सोने तक हम तरह तरह से अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग करते है. पर यही टेक्नोलॉजी का प्रयोग जब हद से ज्यादा बढ़ जाये, तो व्यक्ति को आलसी बना देता है.यूट्यूब व अन्य सोशल मीडिया का हद से ज्यादा उपयोग भी इंसान को आलसी बना देता है.
आलस को दूर करने के सामान्य उपाय (Tips to overcome problem of Laziness)
आलस को दूर रखने में पर्याप्त नींद बहुत प्रभावी होती है. यदि आप भी आलस को दूर करके एक एक्टिव जिंदगी जीना चाहते है, तो सबसे पहले अपने सोने और जागने का समय सुनिश्चित करे.सुबह उठने के बाद व्यायाम शरीर के लिए बहुत लाभप्रद होता है. इससे हमारे शरीर मे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. जो शरीर के साथ साथ मन को भी क्रियाशील बना देता है. जिन लोगो को बहुत सोचने की आदत होती है, उन्हें व्यायाम जरूर करना चाहिए, ताकि उनका मन स्थिर रहे.भोजन में बहुत अधिक वसा, शुगर और कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा शरीर मे आलस को बढ़ावा देती है. इसलिए इनका सेवन बहुत अधिक न करे.किसी भी काम के कल पर टालने की आदत असल मे धीरे धीरे हमारे स्वभाव को आलसी बनाती है. इसलिए खुद को इस स्वभाव से बचाना बहुत जरूरी है. इस स्वभाव को यदि कोई बदलना चाहता है, तो इसका सबसे बेहतर उपाय है, To Do List. जिसमे आप रात को सोने से पहले अगले दिन में सारे प्रमुख कार्यो की सूची तैयार कर ले. और उन सभी कार्यो को अगले दिन पूरा करने की पूरी कोशिश करे.एक बात सोचने वाली है कि क्या हमें कभी फ़िल्म देखने मे आलस आती है? क्या कभी ऐसा मन करता है, आज यूट्यूब नही देखते. जी हाँ, ऐसा कभी नही होता. इस प्रकार के व्यवहार की वजह गहराई से समझने पर पता चलता है, कि जिन कामो में हमारे मन को आनंद मिलता है, उसे करने में हमारा शरीर भी साथ देता है. इसलिए अपने काम से प्यार करे. जो भी काम करे, उसे सकारात्मकता के साथ करे.कभी कभी काम का अधिक बोझ भी थोड़ा आलस पैदा कर देता है. इसलिए काम को करने से पहले उसे कई हिस्सों में बाँट दे. फिर इन छोटे छोटे काम को करने में आलस नहीं आएगा.हम कोई भी काम करते है, उसके पीछे एक अवार्ड जरूर छुपा होता है. जैसे एक विद्यार्थी इसलिए मेहनत करता है ताकि वह अच्छे नंबर ला सके. चाय बनाने की मेहनत इसलिए करते है, क्योंकि उसने पीने के बाद हमे अच्छा महसूस होगा. यहाँ पर एक बात समझ आती है कि कोई भी काम करने के पीछे यदि एक अवार्ड मौजूद हो तो हम उस काम को करने से ऊबते नही है.इसलिए खुद को अवार्ड दे. जैसे आप खुद से कह सकते है कि ये काम करने के बाद मैं सबसे अच्छे दोस्त से बात करूंगा या इसके बाद मैं कुछ घण्टे कॉमेडी शो देखूंगा. इससे आपको तुरंत अवार्ड मिलने की उम्मीद रहेगी और आलस नही आएगा.
आलस भगाने के घरेलू उपाय (Remedies to overcome Laziness)
हम कैसा भोजन करते है, यह भी बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है. ज्यादा गरिष्ठ और मसालेदार भोजन करने से शरीर में मोटापा बढ़ता है, कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती है, जिससे हमारे शरीर मे कई तरह की बीमारियां जन्म लेती है. शरीर मे हमेशा थकान महसूस होती रहती है. इसलिए अत्यधिक मसालेदार भोजन करने से परहेज करें.कुछ लोगो को दिन भर नींद आने की समस्या होती है. वो कितना भी सो ले, लेकिन उनकी नींद पूरी ही नही होती है. इस समस्या से उबरने के लिए सौफ का उपयोग कर सकते है.
10 ग्राम सौफ को एक पतीले में डालकर तब तक उबाले जब तक कि पानी एक चौथाई न रह जाए.
उसके बाद पानी ठंडा करके सेंधा नमक मिलाकर इसे पिए. ऐसा सुबह शाम रोज करने से अधिक नींद से छुटकारा मिलेगा.शरीर मे ग्लूकोज़ की कमी भी थकान पैदा करती है, जिससे काम करने में आलस महसूस होती है. इसी स्थिति में केले का सेवन करे. इसमें प्राकृतिक ग्लूकोज होता है.किसी भी प्रकार की कमजोरी होने पर दूध का सेवन करे. इसमे कई तरह के विटामिन्स, मिनिरल्स होते है, जो शरीर को अंदर से स्वस्थ बनाते है.आलस दूर करने के लिए नींबू का सेवन किया जा सकता है. इसमे प्रचुर मात्रा में विटामिन सी होता है, जो आलस को दूर करता है.तुलसी की चाय आलस दूर करती है. इसमे कई एन्टी ऑक्सीडेंट होते है, जो शरीर को ऊर्जावान बनाता है. तुलसी की चाय बनाने के लिए तुलसी के 10-15 पत्तों को पानी मे उबाल ले उसके बाद इसे पिये. इसका सेवन दिन में कई बार किया जा सकता है.अंकुरित अनाज शरीर की कमजोरी को दूर करके इसे ऊर्जावान बनाता है. इनमे पर्याप्त मात्रा में विटामिन मौजूद होते है. इनका नियमित सेवन शरीर से आलस और कमजोरी को दूर करता है.फल और सब्जियों का सेवन करे. कई फिजिशियन शरीर को स्वस्थ रखने के लिए फलों का रस और हरी सब्जियां नियमित रूप से खाने के लिए कहते है. सब्जियां और फल कई मिनरल्स से भरपूर होते है. जिससे हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है.इन सारे उपायों को अपनाकर हम आलस मुक्त, ऊर्जावान जीवन जी सकते है.
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धन्यवाद