हिंदी भाषा का महत्व व भाषा से जुड़े रोचक तथ्य, भारत की प्रमुख बोलियाँ | Hindi Language Significance and Facts, Major Regional Languages in India in Hindi
हिंदी भाषा का इतिहास लगभग एक हजार वर्ष पुराना है. हिंदी का क्षेत्र बहुत विशाल है क्योकि हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया है. हिंदी की अनेक बोलियाँ है इन बोलियों में ब्रजभाषा और अवधी प्रमुख हैं ये बोलियाँ हिंदी की शक्ति है. इनमें से कुछ का इस्तेमाल उच्च श्रेणी के साहित्य रचना में किया गया है. कबीर दास, सूरदास, तुलसीदास, मलिक मुहम्मद जायसी, मीराबाई जैसे कवियों की रचनाएँ इसका एक प्रमुख उदाहरण हैं. हिंदी की बोलियों में प्रमुख हैं- अवधी, ब्रजभाषा, बुंदेली, भोजपुरी, हरियाणवी, बघेली राजस्थानी, छत्तीसगढ़ी, मालवी, झारखंडी,हरियाणवी कुमाउँनी, कन्नौजी,आदि.
किसी भी आजाद देश की अपनी एक राष्ट्रभाषा होती है, जो उस देश का गौरव होती है तथा राष्ट्रीय एकता और राष्ट्र के स्थायित्व के लिए पूरे देश में उसका उपयोग किया जाता है. इसी तरह हर देश की अपनी एक राजभाषा होती है, राजभाषा मतलब सरकारी कामकाज की भाषा और जिससे एक आम नागरिक सरकार के कामकाज को समझ सके.
हिंदी भाषा में सभी गुण है. यह अपने आप में पूर्ण रूप से एक सक्षम भाषा है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि हिंदी भाषा जैसे लिखी जाती है, वैसे ही बोली भी जाती है. दूसरी कई भाषाओं में ऐसे अक्षर होते है जो साइलेंट होते हैं और उनका उच्चारण भी लोग अलग-अलग करते हैं, लेकिन हिंदी में ऐसा नहीं होता है. इसीलिए हिंदी को बहुत सरल भाषा बोलते है.इसलिए हिंदी कोई भी बहुत आसानी से सीख और बोल सकता है.
हिंदी के महत्व को देखते हुए प्रत्येक 14 सितम्बर को ‘हिंदी दिवस’ के रूप में मनाया जाता है. हिंदी दिवस एक ऐसा दिन है जिस दिन सभी भारतीयों को एकता के सूत्र में बाधा जाता है.
आजादी से पहले ही यह निर्णय ले लिया गया था कि स्वंत्रता के बाद भारत की राजभाषा हिंदी ही होगी. फिर स्वतंत्र भारत की संविधान सभा ने 14 सितम्बर 1949 को हिंदी भाषा को भारत संघ की राजभाषा (Official Language of the Union) के रूप में मान्यता दे दी.
बिनु निज भाषा ज्ञान के, मिटे न हिय को सूल.
हिंदी भाषा का महत्व (Hindi Language Significance)
भारत देश में अनेक राज्य हैं और सभी राज्यों की अपनी अलग-अलग भाषाएं हैं आज हिंदी का महत्व इस हद तक बढ़ गया है कि इसने आधुनिक तकनीक को अपना लिया है.अब हिंदी बाज़ार, जनसंचार , कम्प्यूटर और रोज़गार का माध्यम बन चुकी है. हिंदी से जुड़कर हम भारत ही नहीं, बल्कि पुरे विश्व से जुड़ सकते है.
हिंदी जनसंपर्क का सबसे सरल साधन है. इतनी सादी भाषा होने के कारण हिंदी को सर्वोपरी स्थान मिला. आज हिंदी भाषा हर घर में बोली जाती है. कुछ लोग ऐसे है जो हिंदी की आधिकारिक स्थिति का दुरुपयोग करते हैं और दूसरी भाषा बोलने वालों को परेशान करते हैं, हिंदी बनाम अन्य भाषाओं पर लड़ना उतना ही मूर्खतापूर्ण है जितना गंगा बनाम कावेरी से लड़ना.
भारत के कुछ राज्यों की बोली (Regional Languages of India by State)
गोवा की भाषा – मराठी
तमिलनाडु की भाषा – तमिल
तेलगाना की भाषा- तेलुगु
आध्र प्रदेश की भाषा – तेलुगु
असम की भाषा – असमिया
गुजरात की भाषा – गुजरती
बिहार की भाषा – भोजपुरी/हिंदी
हरियाणा की भाषा – हिंदी
पंजाब की भाषा- हिंदी /पंजाबी
हिमाचल प्रदेश की भाषा- हिन्दी
मध्य प्रदेश की भाषा- हिन्दी
महाराष्ट्र की भाषा- मराठी
केरल की भाषा- मलयालम
मिजोरम की भाषा- मिजो
ओडिशा की भाषा- ओडिया
राजस्थान की भाषा- हिन्दी
पश्चिमी बंगाल की भाषा- बगला
छत्तीसगढ़ की भाषा- छतीसगढ़ी हिन्दी
उतराखंड की भाषा – हिंदी
दिल्ली की भाषा- हिंदी
झारखण्ड की भाषा – हिंदी
हिंदी भाषा से जुड़े रोचक तथ्य (Interesting Facts About Hindi Language)
- अंग्रेजी भाषा की तरह आप हिंदी में भी वेबसाइट एड्रेस बना सकते हैं.
- हिंदी भाषा की पहली कविता ‘अमीर खुसरो’ ने लिखी थी.
- हिंदी भारत की उन 7 भाषाओ में से एक है जिनका इस्तमाल वेब एड्रेस बनाने में किया जाता है.
- भारत में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हिंदी है लगभग 77% लोग हिंदी बोलते और समझते है.
- विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं में हिंदी का चौथा स्थान है.
- हिंदी भाषा सबसे सरल और लचीली भाषा है. हिन्दी बोलने एवं समझने वाले लोग पचास करोड़ से भी अधिक है.
- हिंदी में सबसे ज्यादा उपयोग में लिया जाने वाला शब्द है “नमस्ते”.
- हिंदी भाषा की सबसे अच्छी बात यह है की आप इसे जेसे लिखते हो वैसे बोलते भी हो.
- इंटरनेट पर ज्यादातर इस्तेमाल अंग्रेजी भाषा का होता है लेकिन फिर भी हर 5 में से 1 व्यक्ति इंटरनेट को हिंदी में चलाना पसंद करता है.
इसे भी पढ़े :