भगवान श्री राम का जन्म भारत देश में हुआ है, यहीं पर उन्होंने अपने जन्म की सारी लीलाएँ की है. भगवान राम ने इसी धरा पर शास्त्र और शस्त्र की विद्या का अध्ययन किया है. भारतीय संस्कृति में भगवान श्रीराम का नाम घुला हुआ हैं. यहाँ हर कोई श्रीराम को जानता है, उनको मानता है, उनकी पूजा भी करता है. भगवान श्रीराम ने अयोध्या में जन्म लिया था और वे सम्पूर्ण अखण्ड भारत के राजा थे. आधुनिक समय में आज भी हम रामराज्य लाने की बात करते हैं. भारत की राजनीति में भी भगवान श्रीराम का बहुत बड़ा महत्व है. इनके नाम से ही किसी की सरकार बनती हैं तो किसी की बिगड़ जाती हैं.
भगवान श्री राम को भारत में इतना मान-सम्मान दिया जाता है किन्तु फिर भी वे इस देश की मुद्रा पर स्थान प्राप्त नहीं कर सकें. जबकि नीदरलैंड एक ऐसा यूरोपीय देश है जहाँ पर भगवान राम के नाम की मुद्रा प्रचलन में है.
नीदरलैंड ने राम नाम की मुद्रा सन 2002 में जारी की थी. इस मुद्रा का उपयोग तीसरी दुनिया के देशों में विकास और गरीबी को मिटाने के लिए किया जाता हैं.
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यह मुद्रा दिखने में भी बहुत सुंदर है क्योंकि इसमें भगवान राम की फोटो के साथ कामधेनु गाय और कल्पवृक्ष की फोटो दिखाई देती हैं. इस मुद्रा की खास बात यह भी है कि यह मुद्रा अमेरिका के लगभग 35 देशों उपयोग की जाती हैं.
नीदरलैंड में राम नाम की मुद्रा को कानूनी रूपी से मान्यता प्राप्त हैं. नीदरलैंड में एक राम के नोट के बदले में दस यूरों मिलते हैं. इस समय भी नीदरलैंड में लाखों रूपये के राम नाम के नोट बाजार में उपलब्ध हैं. राम नाम की यह मुद्रा 1, 5 और 10 के रूप में बाजार में उपयोग की जा रही है.
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