Home remedy and Ayurvedic Treatments of Kidney Stone (Pathri) in Hindi | पथरी के होने लक्षण इसका घरेलु इलाज और सेवन संबंधित जानकारी
पथरी(Nephrolithiasis) की बीमारी आजकल एक आम समस्या बन गयी है. पथरी जिसे किडनी स्टोन भी कहा जाता है. वर्तमान समय में अनियमित जीवनशैली और बाहरी खाने के कारण पथरी की समस्या का होना लाजमी हैं. ज्यादातर पथरी की समस्या 20 से 30 साल के आयुवर्ग के लोगों को होती हैं. पथरी में पानी या अन्य पदार्थो में पाए जाने वाले सघन खनिजो के कारण छोटे-छोटे पत्थर (क्रिस्टल) जमा हो जाते हैं. यह पत्थर 1mm से लेकर 8 mm और इससे ज्यादा बड़े हो सकते है. यह पत्थर पीड़ित के मूत्रमार्ग में अटक जाते हैं और अवरोध उत्पन्न करते हैं. जिससे बहुत ज्यादा असहनीय दर्द होता हैं. आज हम आपको राजीव दीक्षित द्वारा बताए गए आयुर्वेदिक और घरेलु नुस्खे की जानकारी देंगे जो पथरी की समस्या से निजात दिलाने में उपयोगी हैं.
पथरी के लक्षण (Pathri ke Lakshan)
- सामान्यतः छोटी पथरी के स्टोन बिना किसी दर्द के अपने आप मूत्र में निकल जाते हैं परन्तु जब यह एक जगह जमा होने लगते हैं. कई प्रकार की समस्याएँ उत्पन्न करते हैं.
- पथरी में पीठ के एक तरफ और पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होता हैं.
- पीड़ित को पेशाब करते समय भी दर्द उत्पन्न हो सकता हैं.
- पेशाब के दौरान मूत्र में खून आना पथरी की समस्या के लक्षण हैं.
- पथरी में मूत्र में से असामान्य गंध भी आती हैं.
- रुक- रुक कर पेशाब आना या बार-बार पेशाब आना.
- पथरी के कारण मूत्र में उपस्थित रक्त से मूत्र का रंग भूरा, गुलाबी या लाल हो सकता है.
- लगातार उल्टी और दस्त के कारण थकान और बैचेनी महसूस होना.
पथरी के घरेलु इलाज और उपचार (Pathri Ka Gharelu Ilaj Aur Upchar)
पथरी के दर्द कभी-कभी असहनीय हो जाता हैं. दर्द से राहत पाने के लिए दर्द निवारक दवाइयों का सेवन करते हैं. पथरी के दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए कुछ सरल घरेलु उपाय कर सकते हैं.
अतिरिक्त मात्रा में पानी
अतिरिक्त मात्रा में पानी पीने से पथरी में मौजूद पदार्थ गलने लगते हैं जो पथरी की समस्या को कम करते हैं. नींबू पानी और संतरे का ज्यूस पीने से पथरी के दर्द को कम करने में मदद मिलती हैं. प्रतिदन 5 से 6 लीटर पानी का सेवन करना चाहिए.
मूली-आंवले का चूर्ण
मूली के साथ आंवले के चूर्ण खाने से पथरी की समस्या से राहत मिलती हैं.
बेल पत्र के साथ काली मिर्च
बेल पत्र के साथ काली मिर्च का सेवन करने से पथरी पेशाब द्वार से बाहर हो जाती हैं. बेल पत्र का ज्यूस भी पथरी के लिए बहुत फायदेमंद हैं.
गेहूँ के ज्वारे
गेहूँ के ज्वारे(हरा गेहूँ) पानी में उबालकर ठंडा कर के छान ले और नियमित सेवन करे. यह पथरी और किडनी के इलाज के लिए बहुत ही उपयोगी हैं.
योग और व्यायाम
नियमित क्रियाशील रहे अर्थात सुबह-सुबह हलके योग और व्यायाम करे.
पाखनबेद
पाखनबेद एक पौधा हैं जिसे पत्थरचट्टा के नाम से भी जाना जाता है. इस पौधे की पत्तियों को उबालकर काढ़ा बना ले और नियमित रूप से सेवन करने से पथरी की समस्या दूर हो जाती हैं.
प्याज का रस
पके हुए प्याज का रस भी पथरी के इलाज के लिए बहुत उपयोगी हैं. पानी में प्याज डालकर उबाल ले और ठंडा होने पर इसे मिक्सर में पीसकर छान ले. नियमित इस रस का सेवन करे.
अजवाइन
पथरी के दर्द से छुटकारा पाने के लिए अजवाइन को पानी में उबालकर छान ले और नियमित रूप से इसका सेवन करे.
एलोवेरा
एलोवेरा के ज्यूस भी पथरी के दर्द से राहत प्रदान करता हैं.
जीरे और चीनी का चूर्ण
जीरे और चीनी को समान मात्रा में पीसकर एक-एक चम्मच ठंडे पानी से रोज तीन बार लेने से लाभ होता है और पथरी निकल जाती है.
सूखे धनिया का चूर्ण
मिश्री, सौंफ, सूखा धनिया लेकर 50-50 ग्राम मात्रा में लेकर डेढ लीटर पानी में रात को भिगोकर रख दीजिए. अगली शाम को इनको पानी से छानकर पीस लीजिए और पानी में मिलाकर एक घोल बना लीजिए, इस घोल के सेवन से पथरी निकल जाएगी.
इन चीजों का सेवन ना करे
- मुर्गी, अंडे और समुद्री भोजन जैसे खाद्य पदार्थ के सेवन से बचे.
- चॉकलेट, सॉफ्ट ड्रिंक्स, चाय और केफीन युक्त चीजो के सेवन कम से कम करना चाहिए.
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